कोटा: राजस्थान विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड (आरवीपीएनएल) के सकतपुरा स्थित जीएसएस में बुधवार को करंट ट्रांसफार्मर (CT) ब्लास्ट हो गया. इसके चलते पूरा जीएसएस ठप हो गया. यहां पर कोटा थर्मल, आरएपीपी, जेएस व आरपीएस डैम से सप्लाई आ रही थी. जिसके बाद वहां भी कई यूनिट्स बंद हो गई हैं. एकाएक हुई इस घटना के बाद कोटा शहर, बूंदी जिले का लाखेरी, नांता और डायरा जीएसएस से जुड़ी सप्लाई भी ठप हो गई. घटनाक्रम के समय तेज आवाज भी अचानक से आई थी.
आरवीपीएनएल के सहायक अभियंता हरीश नागर ने बताया कि घटनाक्रम 4 बजे के आसपास हुआ. अचानक से सकतपुरा का 460 मेगावाट पूरा जीएससी फॉल्ट हो गया था. जिस सीटी में ब्लास्ट हुआ था, उसमें सप्लाई रावतभाटा के राजस्थान ऑटोमेटिक एटॉमिक पावर प्रोजेक्ट से आ रही थी. ऐसे में वहां भी यूनिट ठप हो गई. नागर का कहना है कि अचानक से जीएसएस के फॉल्ट हो जाने के बाद कोटा थर्मल, जवाहर सागर जल विद्युत परियोजना और राणा प्रताप सागर जल विद्युत परियोजना की यूनिट्स पर भी असर आया है. हम सकतपुरा जीएसएस को करीब 3 घंटे से रिस्टोर करने का काम कर रहे हैं. जल्द ही इसे रिस्टोर कर दिया जाएगा.
पढ़ें: राजस्थान में अचानक से दो पावर प्लांट हुए बंद, कई घंटों से इन जिलों की बिजली गुल
अचानक बिजली गुल हो जाने के बाद कोटा में विद्युत सप्लाई करने वाली जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड व उसकी फ्रेंचाइजी कंपनी कोटा इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (केईडीएल) ने दूसरी जगह से सप्लाई लेकर कोटा शहर के सप्लाई को दुरुस्त किया है. इधर, कोटा के सुपर थर्मल पावर स्टेशन में एक नंबर यूनिट बंद हो गई. यह 110 मेगावाट का उत्पादन कर रही थी. जवाहर सागर बांध पर 99 मेगावाट का उत्पादन 3 यूनिट कर रही थी और आरपीएस पर करीब 120 मेगावाट के आसपास उत्पादन हो रहा था. यह भी बंद हो गया है. राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड के डिप्टी चीफ इंजीनियर एनएस खंगारोत का कहना है कि यूनिट्स बंद हुई थी. इसके बाद जेएस और आरपीएस पनबिजली घर से उत्पादन शुरू करवा दिया है.