दुर्ग : दुर्ग जिले से चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जहां एक बदमाश युवक ने पति-पत्नी का सेक्सुअल वीडियो बनाया और वायरल करने की धमकी देने लगा. इसके बाद आरोपी ने पति पत्नी को वीडियो दिखाकर पैसों की मांग की. आरोपी का कहना था कि यदि वो पैसे दे देंगे तो वो वीडियो को वायरल नहीं करेगा.आरोपी ने दंपती से एक दो नहीं बल्कि वीडियो के नाम पर 10 लाख की डिमांड रख दी. इतनी बड़ी रकम जैसे ही दंपती ने सुनी. वो आप बीती लेकर पुलिस के पास पहुंचे.पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझा और ब्लैकमेलर युवक को धर दबोचा. आरोपी युवक के पास से पुलिस ने तीन मोबाइल फोन और तीन सिम जब्त किए हैं.
आरोपी तक पहुंची पुलिस : क्राइम डीएसपी हेम प्रकाश नायक ने बताया कि नंदिनी थाना क्षेत्र के अहिवारा क्षेत्र के एक दंपति ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई. जिसमें कोई अज्ञात व्यक्ति ने उनके निजी पलों की वीडियो बनाई है और उसे भेजकर ब्लैकमेल कर रहा है.अज्ञात व्यक्ति उनसे वीडियो वायरल करने की धमकी देते हुए 10 लाख रुपए की डिमांड कर रहा है. दंपति की शिकायत पर पुलिस ने अपराध दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की.इस मामले में वरिष्ठ अफसरों के मार्गदर्शन लेकर एसीसीयू की मदद से आरोपी की तलाश की जा रही थी.इस दौरान पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज जांचे. सीसीटीवी के आधार पर पुलिस ने एक संदेही को घेराबंदी करके पकड़ा.
कैसे बना अश्लील वीडियो : पूछताछ में संदेही ने अपना नाम विनय कुमार साहू निवासी अहिवारा बताया. आरोपी ने बताया कि वो संबंधित दंपती के घर पर दो बार चोरी करने के लिए गया था.लेकिन जब वो तीसरी बार चोरी करने गया तो पति पत्नी के निजी पलों में व्यस्त थे. जिसका वीडियो आरोपी ने बना लिया. वीडियो बन जाने के बाद आरोपी ने अनजान नंबरों से दंपती को कॉल कर वीडियो वायरल करने की धमकी देने लगा. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर तीन मोबाइल फोन और तीन सिम कार्ड जब्त किए हैं.
''आरोपी 2017- 2018 में दिल्ली जाकर यूपीएससी की तैयारी करता था.यूपीएससी में नाकामयाबी हाथ लगने के बाद वापस घर आ गया. इसके बाद आरोपी ने चोरी और ब्लैकमेलिंग करने शुरू कर दी.''- हेम प्रकाश नायक, क्राइम डीएसपी दुर्ग
वीडियो नहीं हो पाया वायरल : आरोपी ने बताया कि वीडियो को उसने केवल दंपति को ही भेजा था.उसे विश्वास था कि दंपति उसे रुपए दे देंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.पुलिस को ब्लैकमेलर तक पहुंचने में 10 दिनों का समय लग गया. दंपति के लिए यह राहत वाली बात ये है कि आरोपी ने उनका वीडियो वायरल नहीं किया.