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भाजपा के लिए बढ़ी मुश्किल, राजस्थान में यहां घटा वोट बैंक - BJP vote percentage decreased - BJP VOTE PERCENTAGE DECREASED

लोकसभा चुनाव के नतीजों में भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान में 25 में से 14 पर विजय हासिल की है, जबकि कांग्रेस और गठबंधन को 11 पर जीत मिली है. खास बात लोकसभा चुनाव परिणाम में वोटिंग को लेकर आए आंकड़ों में छिपी है, जहां भारतीय जनता पार्टी का वोट शेयर घटता हुआ नजर आया है.

BJP VOTE PERCENTAGE DECREASED
राजस्थान में घटा वोट बैंक (photo etv bharat jaipur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jun 5, 2024, 3:10 PM IST

जयपुर. लोकसभा चुनाव परिणाम के दौरान भारतीय जनता पार्टी भले ही प्रदेश में 14 सीटों पर जीत हासिल कर चुकी है, लेकिन अगर वोट प्रतिशत की बात की जाए, तो 13 सीटों पर बीजेपी को 2019 की तुलना में नुकसान हुआ है. राज्य में जयपुर ही एकमात्र ऐसी सीट है, जहां भारतीय जनता पार्टी को बढ़े हुए वोट मिले हैं और यहां करीब 2.84 फीसदी का पार्टी को फायदा हुआ है. लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को प्रदेश में करीब 49.24% वोट मिले हैं, जबकि कांग्रेस के खाते में 37.91 फ़ीसदी वोट आए हैं. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने इन चुनाव में 1.80 प्रतिशत और माकपा ने 1.97% वोट प्राप्त किया है.

इन सीटों पर 10% से ज्यादा घटा वोट बैंक

  • बाड़मेर - 42.4 8
  • श्रीगंगानगर - 16.64
  • जयपुर ग्रामीण - 15.28
  • भरतपुर - 15.25
  • बांसवाड़ा - 14.39
  • झुन्झुनूं - 13.74
  • चूरू - 13.68
  • दौसा - 13.51
  • नागौर -10.66
  • उदयपुर - 10.65
  • पाली -10.19

राजस्थान की 11 लोकसभा सीटों में भारतीय जनता पार्टी का वोट बैंक 10% से ज्यादा कम हुआ है. हालांकि इन सीटों में से 9 पर भारतीय जनता पार्टी को पराजय का सामना करना पड़ा है. उदयपुर और पाली में जीत के बावजूद वोट प्रतिशत घटा है. सीकर में बीजेपी जीत नहीं सकी और यहां 7.53% का वोट प्रतिशत वोट 2019 के चुनाव के मुकाबले कम हुए हैं. इसी तरह करौली धौलपुर में 9.3 फ़ीसदी वोट कम हुए हैं और यहां भाजपा प्रत्याशी की हार हुई है.

पढ़ें: अरुणाचल में भाजपा की जीत पर सीएम भजनलाल और सीपी जोशी ने कही ये बड़ी बात

बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी का सबसे ज्यादा वोट बैंक कम हुआ है और यहां 42 फ़ीसदी की गिरावट दर्ज की गई है, जबकि श्रीगंगानगर में 2019 के मुकाबले में बीजेपी को 16% वोट शेयर का घाटा हुआ है. बांसवाड़ा में भी करीब 14 फीसदी वोट घटने से भारतीय जनता पार्टी की हार हुई है. भरतपुर की बात की जाए, तो यह भाजपा के मुकाबले कांग्रेस को 15 फ़ीसदी बढ़े हुए वोट मिले हैं.

यह रहा जयपुर सीट का हाल: जयपुर शहर संसदीय सीट पर 3 लाख 31 हजार 767 वोटों से भाजपा की मंजू शर्मा ने जीत हासिल की है. हालात यह थे कि कांग्रेस के प्रतापसिंह खाचरियावास खुद के विधानसभा क्षेत्र से भी लीड नहीं ले सके. उन्हें यहां 37 हजार 679 वोटों से पीछे रहना पड़ा. पोस्टल बैलेट में भी भाजपा की मंजू शर्मा को 2548 ज्यादा वोट मिले. इस बीच जयपुर लोकसभा क्षेत्र की सभी आठ विधानसभा की बात की जाए तो मंजू शर्मा, आठ में से तीन विधानसभा सीटों में पिछड़ गई. उन्हें अल्पसंख्यक बाहुल्य हवामहल, किशनपोल और आदर्श नगर में बढ़त नहीं मिली, जबकि हवामहल में बीजेपी के कट्टर हिन्दुत्व के चेहरे बालमुकुंदाचार्य विधायक हैं. मंजू शर्मा को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के विधानसभा क्षेत्र सांगानेर से सबसे ज्यादा 1 लाख हज़ार 6 वोट की बढ़त मिली, इसी तरह से उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी के विधानसभा क्षेत्र विद्याधर नगर में उन्हें 98 हजार 510 वोटो से लीड प्राप्त हुई. मुस्लिम बाहुल्य हवामहल से मंजू शर्मा 1462 वोट से पीछे रही , जबकि आदर्श नगर से 16,757 वोट और किशनपोल से 5902 वोट से पिछड़ती हुई नजर आई।

जयपुर. लोकसभा चुनाव परिणाम के दौरान भारतीय जनता पार्टी भले ही प्रदेश में 14 सीटों पर जीत हासिल कर चुकी है, लेकिन अगर वोट प्रतिशत की बात की जाए, तो 13 सीटों पर बीजेपी को 2019 की तुलना में नुकसान हुआ है. राज्य में जयपुर ही एकमात्र ऐसी सीट है, जहां भारतीय जनता पार्टी को बढ़े हुए वोट मिले हैं और यहां करीब 2.84 फीसदी का पार्टी को फायदा हुआ है. लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को प्रदेश में करीब 49.24% वोट मिले हैं, जबकि कांग्रेस के खाते में 37.91 फ़ीसदी वोट आए हैं. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने इन चुनाव में 1.80 प्रतिशत और माकपा ने 1.97% वोट प्राप्त किया है.

इन सीटों पर 10% से ज्यादा घटा वोट बैंक

  • बाड़मेर - 42.4 8
  • श्रीगंगानगर - 16.64
  • जयपुर ग्रामीण - 15.28
  • भरतपुर - 15.25
  • बांसवाड़ा - 14.39
  • झुन्झुनूं - 13.74
  • चूरू - 13.68
  • दौसा - 13.51
  • नागौर -10.66
  • उदयपुर - 10.65
  • पाली -10.19

राजस्थान की 11 लोकसभा सीटों में भारतीय जनता पार्टी का वोट बैंक 10% से ज्यादा कम हुआ है. हालांकि इन सीटों में से 9 पर भारतीय जनता पार्टी को पराजय का सामना करना पड़ा है. उदयपुर और पाली में जीत के बावजूद वोट प्रतिशत घटा है. सीकर में बीजेपी जीत नहीं सकी और यहां 7.53% का वोट प्रतिशत वोट 2019 के चुनाव के मुकाबले कम हुए हैं. इसी तरह करौली धौलपुर में 9.3 फ़ीसदी वोट कम हुए हैं और यहां भाजपा प्रत्याशी की हार हुई है.

पढ़ें: अरुणाचल में भाजपा की जीत पर सीएम भजनलाल और सीपी जोशी ने कही ये बड़ी बात

बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी का सबसे ज्यादा वोट बैंक कम हुआ है और यहां 42 फ़ीसदी की गिरावट दर्ज की गई है, जबकि श्रीगंगानगर में 2019 के मुकाबले में बीजेपी को 16% वोट शेयर का घाटा हुआ है. बांसवाड़ा में भी करीब 14 फीसदी वोट घटने से भारतीय जनता पार्टी की हार हुई है. भरतपुर की बात की जाए, तो यह भाजपा के मुकाबले कांग्रेस को 15 फ़ीसदी बढ़े हुए वोट मिले हैं.

यह रहा जयपुर सीट का हाल: जयपुर शहर संसदीय सीट पर 3 लाख 31 हजार 767 वोटों से भाजपा की मंजू शर्मा ने जीत हासिल की है. हालात यह थे कि कांग्रेस के प्रतापसिंह खाचरियावास खुद के विधानसभा क्षेत्र से भी लीड नहीं ले सके. उन्हें यहां 37 हजार 679 वोटों से पीछे रहना पड़ा. पोस्टल बैलेट में भी भाजपा की मंजू शर्मा को 2548 ज्यादा वोट मिले. इस बीच जयपुर लोकसभा क्षेत्र की सभी आठ विधानसभा की बात की जाए तो मंजू शर्मा, आठ में से तीन विधानसभा सीटों में पिछड़ गई. उन्हें अल्पसंख्यक बाहुल्य हवामहल, किशनपोल और आदर्श नगर में बढ़त नहीं मिली, जबकि हवामहल में बीजेपी के कट्टर हिन्दुत्व के चेहरे बालमुकुंदाचार्य विधायक हैं. मंजू शर्मा को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के विधानसभा क्षेत्र सांगानेर से सबसे ज्यादा 1 लाख हज़ार 6 वोट की बढ़त मिली, इसी तरह से उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी के विधानसभा क्षेत्र विद्याधर नगर में उन्हें 98 हजार 510 वोटो से लीड प्राप्त हुई. मुस्लिम बाहुल्य हवामहल से मंजू शर्मा 1462 वोट से पीछे रही , जबकि आदर्श नगर से 16,757 वोट और किशनपोल से 5902 वोट से पिछड़ती हुई नजर आई।

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