लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने चुनाव में नतीजे को लेकर "ईटीवी भारत" से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने इन उपचुनाव में प्रशासन का भरपूर इस्तेमाल किया है. अगर निष्पक्ष तरीके से चुनाव होते तो परिणाम अलग आते. महाराष्ट्र जिस तरह की हमें उम्मीद थी, उस तरह के नतीजे हमारे लिए नहीं आए हैं. पार्टी इन चुनावी नतीजों पर मंथन करेगी. झारखंड में हम अच्छा लड़े. हमारी सरकार ने अच्छे काम किए थे. भारतीय जनता पार्टी की तीन गलतियां भी उस पर भारी पड़ीं. महाराष्ट्र में शिवसेना नेता संजय राउत के ईवीएम पर सवाल उठाने पर कहा कि हमें अपनी हार पर मंथन करना होगा.
यूपी में भाजपा ने की बेइमानीः अजय राय ने कहा कि उत्तर प्रदेश में नौ सीटों पर विधानसभा उपचुनाव हुए. इन सीटों को लेकर हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की सपा नेताओं से बात हुई थी, इसके बाद ही यह तय हुआ कि हम सपा को मजबूती से चुनाव लड़ाएंगे. हमारे नेता और कार्यकर्ता लगातार समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ चुनाव में मेहनत किए हैं. यह जरूर है कि उत्तर प्रदेश में जो चुनाव परिणाम आए हैं, वह यह दर्शाते हैं कि भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव में बेईमानी की है. कई सारी घटनाएं सामने आईं. पुलिस ने किस तरह मतदाताओं को वोट डालने से रोका. इसी वजह से ऐसा हुआ है. जनता बीजेपी के साथ नहीं है. हमारे सभी कार्यकर्ताओं ने समाजवादी पार्टी का साथ दिया. इस सरकार ने अत्याचार और अन्याय करके चुनाव जीतने का प्रयास किया. हम इन गलत चीजों का विरोध करेंगे और सड़क पर उतरेंगे.
चुनाव की तारीख बढ़ाकर वोटरों को दिया प्रलोभनः 2024 में महाराष्ट्र में जब आप चुनाव लड़े तो बेहतरीन प्रदर्शन किया, लेकिन कुछ ही माह में ऐसा क्या हुआ कि जनता ने विधानसभा चुनाव में आपको स्वीकार नहीं किया? इस सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का कहना है कि एक तो चुनाव की डेट बढ़ाई गई. डेट बढ़ाकर उसमें तमाम प्रलोभन दिए गए. योजनाओं को लाकर लोगों को भ्रमित करने का प्रयास किया गया. कुछ कमी हमारी तरफ से भी रह गई. आगे उसे हम सही करने का प्रयास करेंगे. अभी बीजेपी नेता विनोद तावडे पैसा लेकर पकड़े गए. शिंदे की पार्टी के एक नेता पकड़े गए. यह जो पूरा तंत्र चुनाव में लगा रहा, इसकी वजह से यह नतीजे आए हैं. हम इन नतीजों पर मंथन करेंगे और बेहतर करने का प्रयास करेंगे. चाहे ईवीएम हो चाहे पैसे का जो भी बंदरबांट किया है, उस पर हम आगे बढ़ेंगे. राहुल गांधी की महाराष्ट्र में कम चुनावी जनसभाएं पर कहा कि हमारे नेताओं ने जमकर प्रचार किया. राहुल और प्रियंका गांधी के साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे ने और मैं स्वयं गया था, मैंने भी खूब प्रयास किया, लेकिन कहां क्या कमी रह गई है, क्या रणनीति में कमी रह गई, इसको हम ठीक करने का प्रयास करेंगे.
झारखंड में भाजपा तीन कारणों से हारीः कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि निश्चित तौर पर हेमंत सोरेन के साथ ही कांग्रेस पार्टी को भी बधाई देना चाहूंगा. बहुत मेहनत की, बहुत परिश्रम किया. जिस तरह से हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने काफी मेहनत की, मैं उन्हें भी बधाई दूंगा. तो हेमंत सोरेन को जेल भेजना, उनको प्रताड़ित करना. चंपई सोरेन को पैसे के बल तोड़कर अपनी तरफ लाना और अमित शाह ने जिस तरह से मंच से अपने दोनों नेताओं पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और बाबूलाल मरांडी को जिस तरह जलील किया, उसका ही यह परिणाम है कि जनता ने यह जनादेश दिया. प्रियंका गांधी की देश में यह ऐतिहासिक जीत होगी. निश्चित तौर से वायानाड के साथ-साथ पूरे देश की आवाज पार्लियामेंट के अंदर मजबूती से उठाएंगी और अपनी बात रखेंगे.
कांग्रेस कार्यालय से बिना बजाए ही लौटाए गए बैंड बाजे वालेः कांग्रेस को महाराष्ट्र में करिश्मे की उम्मीद थी. पार्टी को विश्वास था कि महाराष्ट्र में कांग्रेस के नेतृत्व में महा विकास अघाड़ी की सरकार बनेगी, लेकिन नतीजा बिल्कुल विपरीत आया. पहले से जीत की आस लगाए बैठे उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने ढोल नगाड़े वालों को बुला लिया था, लेकिन जब महाराष्ट्र में उम्मीद टूटी तो ढोल नगाड़े वालों को बिना सेलिब्रेशन के ही वापस लौटा दिया गया. कहा गया कि जो दिहाड़ी तय हुई थी, वह दे दी जाएगी, लेकिन ढोल नगाड़े नहीं बजाना है. जश्न नहीं मानना है. हालांकि केरल के वायनाड में पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी रहीं प्रियंका गांधी चुनाव जीतीं, लेकिन उनकी भी जीत का जश्न पार्टी कार्यालय पर नहीं मनाया गया. कार्यकर्ताओं ने आपस में एक दूसरे को मिठाई खिलाकर इतिश्री जरूर कर ली.
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