देहरादून: उत्तराखंड में बीजेपी ने पांचों लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. प्रत्याशियों की घोषणा के बाद बीजेपी चुनावी प्रचार-प्रसार में जुट गई है. एक तरफ जहां बीजेपी अपनी केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को लेकर जनता से वोट मांगेगी तो वहीं दूसरी ओर समान नागरिक संहिता उत्तराखंड 2024 विधेयक यानी UCC, सीएए यानी नागरिकता संशोधन कानून और राम मंदिर को भी बड़ा हथियार बनाएगी.
बीजेपी लगातार अपने कार्यकर्ताओं को चुनाव प्रचार-प्रसार के लिए तीन मुद्दों UCC, सीएए और राम मंदिर को लेकर ब्रीफ कर रही है, ताकि चुनाव में पार्टी कार्यकर्ता इन तीनों मुद्दों के बारे में विस्तार से बता सकें. बीजेपी जहां CAA को देशभर में बड़ा चुनावी मुद्दा बनाएगी तो वहीं समान नागरिक संहिता उत्तराखंड 2024 विधेयक यानी UCC को भी उत्तराखंड के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी भुनाने का पूरा प्रयास करेगी.
लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले देश में CAA लागू करके बीजेपी ने बड़ा दांव खेला है. इस मुद्दे को बीजेपी बड़ी प्रमुखता से उठाएगी. यही कारण ही इस कानून के बारे में बीजेपी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को विस्तार से बताया है, ताकि सीएए को लेकर जो भ्रम है, उसको दूर किया जा सके.
उत्तराखंड में जल्द ही लागू होगा UCC: उत्तराखंड में फिलहाल समान नागरिक संहिता उत्तराखंड 2024 विधेयक लागू नहीं हुआ है, लेकिन इसे राष्ट्रपति से मंजूरी मिल चुकी है. राष्ट्रपति से मंजूरी मिलने के बाद उत्तराखंड में UCC तीन महीने के अंदर लागू कर दिया जाएगा. राज्य सरकार UCC की नियमावली तैयार करने के लिए समिति का गठन कर चुकी है. जल्द ही नियमावली तैयार होने के बाद नोटिफिकेशन जारी कर प्रदेश में UCC को लागू किया जाएगा.
साल 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले खुद सीएम धामी ने प्रदेश में समान नागरिक संहिता लागू करने का वादा किया था, जिसका परिणाम ये हुआ है कि बीजेपी को प्रदेश में प्रंचड बहुमत मिला. ऐसे में लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी UCC के मुद्दे पर वोट मांगेगी.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धोनी की सरकार ने बीते दिनों विधानसभा में इस बिल को पारित करने के बाद यह साफ कर दिया था कि आने वाले चुनाव में बीजेपी न केवल राज्य में बल्कि देशभर में इसका प्रचार करेगी. इतना ही नहीं कई बड़े राज्यों में और कई प्रमुख सीटों पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भी बाकायदा इस कानून पर बोलने के लिए बुलाया जाएगा.
लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी किन मुद्दों पर चुनाव लड़ेगी इस बारे में जब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि राज्य में कई ऐसे काम हुए हैं, जो जनता तक पहुंचने अनिवार्य हैं. इसमें समान नागरिक संहिता के अलावा दंगों से निपटने का कानून, नकल विरोधी कानून जिन्हें केंद्र ने भी स्वीकार किया.
महेंद्र भट्ट ने कहा कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी राज्य में होने वाले विकास के साथ-साथ इन कानूनों को जनता के बीच लेकर जाएगी. महेंद्र भट्ट का कहना है कि बीजेपी संगठन और सरकार के पास चुनाव में अपनी उपलब्धियां बताने के लिए काफी कुछ है, जिनसे विपक्ष परेशान हो जाएगा. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कई कानून बनाकर देश में इस प्रदेश को अलग नजरिए से देखने के काबिल बनाया है. आज केंद्र सरकार भी उनके कामों की तारीफ कर रही है और यहां लिए जा रहे फैसला भी नजीर पेश कर रहे हैं.