करनाल: करनाल विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व जिला अध्यक्ष जगमोहन आनंद को प्रत्याशी बनाया गया है. जिसके चलते पूर्व नगर निगम मेयर रेनू बाला गुप्ता नाराज हैं और वह अपने समर्थकों के साथ मीटिंग कर रही है ताकि आगे कोई बड़ा निर्णय लिया जा सके.
करनाल में टिकट का निर्णय मैरिट के आधार पर नहीं हुआ । अपने कार्यकर्ताओं, समर्थकों और नगर वासियों की ओर से ये नाराजगी व्यक्त करना, नाराजगी जाहिर करना मेरा लोकतांत्रिक अधिकार है |@mlkhattar @NayabSainiBJP @narendramodi @JPNadda @cmohry @BJP4Haryana pic.twitter.com/hihEUEbl0c
— Renu Bala Gupta (@RenuBalaGupta) September 6, 2024
सोशल मीडिया पर जाहिर की नाराजगी: रेनू बाला गुप्ता ने अपने सोशल अकाउंट पर लिखा है कि "करनाल में टिकट का निर्णय मेरिट के आधार पर नहीं हुआ है. अपने कार्यकर्ताओं, समर्थकों और नगर वासियों की ओर से ये नाराजगी व्यक्त करना, नाराजगी जाहिर करना मेरा लोकतांत्रिक अधिकार है". साथ ही उन्होंने एक पोस्टर भी सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है जहां पर भारतीय जनता पार्टी का कोई भी पार्टी निशान चिन्ह उस पोस्टर पर नहीं दिखाई दिया. इसमें लिखा गया है कि "मेरी निष्ठा, विश्वास, वर्षो से प्रतिदिन के संघर्ष और समर्पण का कत्ल किया गया. यह मेरे साथ धोखा है". इस पोस्ट के बाद करनाल में यह विषय चर्चा का विषय बना हुआ है कि वह या तो किसी अन्य पार्टी में शामिल हो सकती है या फिर आजाद उम्मीदवार के तौर पर करनाल विधानसभा से चुनाव लड़ सकती हैं.
हार नहीं मानूंगी, रार नहीं ठानूंगी | #Renubalagupta #FormerMayor #KarnalMayor #10yearsAsAAmyor #HarNahiManungi pic.twitter.com/IGKsFHLBTE
— Renu Bala Gupta (@RenuBalaGupta) September 6, 2024
सक्रिय पार्टी कार्यकर्ता रहीं है रेनू बाला: जैसे ही लाडवा से मुख्यमंत्री नायब सैनी की चुनाव लड़ने की चर्चा शुरू हुई उस समय से ही रेनू बाला अपने मजबूत दावेदार के तौर पर पेश कर रही थी. लेकिन पार्टी ने जगमोहन आनंद को टिकट दे दिया. राजनीतिक जानकारों के मुताबिक जगमोहन आनंद मनोहर लाल खट्टर के काफी नजदीकी माने जाते हैं. अब देखने वाली बात होगी कि क्या रेनू बाला गुप्ता भारतीय जनता पार्टी को छोड़कर जाती है या फिर पार्टी के नेताओं द्वारा उनको मना लिया जाता है.