देवघर: भारतीय जनता पार्टी की परिवर्तन यात्रा शुक्रवार को देवघर के मधुपुर विधानसभा क्षेत्र पहुंची. कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल की पूर्व सांसद लॉकेट चटर्जी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं. साथ ही राज्य के पूर्व मंत्री सह भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही, गोड्डा विधायक अमित मंडल भी मौजूद रहे. इस दौरान मधुपुर के श्यामा प्रसाद मुखर्जी उच्च विद्यालय के प्रांगण में परिवर्तन यात्रा की सभा आयोजित की गई. जिसमें हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया.
भानु प्रताप ने सीएम हेमंत पर साधा निशाना
बीजेपी की परिवर्तन यात्रा में शामिल पूर्व मंत्री भानु प्रताप शाही ने सीएम हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री ने ये माना था कि बांग्लादेशी घुसपैठ बढ़ रहा है, लेकिन आज वह अपने पुराने बयान से पलट रहे हैं. पूर्व मंत्री भानु प्रताप शाही ने कहा कि आज संथाल परगना में बेटी-माटी और रोटी तीनों पर आघात हो रहा है, लेकिन सरकार के कानों में झारखंड के आदिवासी-मूलवासी का दर्द नहीं सुनाई दे रहा है.
बीजेपी की सरकार बनी तो एनआरसी लागू होगा
उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी की सरकार आती है तो जितने भी बाहर से आए रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठिए हैं उन्हें चुन-चुनकर देश से बाहर निकाला जाएगा. बीजेपी की सरकार बनने के बाद झारखंड में एनआरसी को प्रभावी तरीके से लागू किया जाएगा.
झारखंड में बीजेपी की सरकार जरूरी
वहीं कार्यक्रम में मौजूद बंगाल की पूर्व सांसद लॉकेट चटर्जी ने कहा कि झारखंड सरकार और बंगाल सरकार मिलकर बाहर से आ रहे मुसलमानों को संरक्षण दे रही है और वे सभी देश में अशांति फैलाने का काम कर रहे हैं. इन दोनों राज्यों में भारतीय जनता पार्टी को लाने की जरूरत है, तभी राज्य के लोग अमन और चैन के साथ रह सकते हैं.
सारठ में भी भाजपा नेताओं ने किया प्रचार
वहीं भारतीय जनता पार्टी की परिवर्तन संकल्प यात्रा मधुपुर में पूरा होने के बाद सारठ विधानसभा पहुंची, जहां पर सभी नेताओं ने सारठ में भाजपा के लिए वोट मांगा और यह आश्वस्त किया कि यदि भारतीय जनता पार्टी की सरकार आती है तो वह आने वाले समय में देवघर जिले के चारों विधानसभा में विकास कर लोगों को हर सुविधा मुहैया कराएंगे. जैसे मोदी जी के नेतृत्व में देश का विकास हो रहा है, वैसे ही झारखंड का विकास होगा. लगातार बारिश होने के कारण परिवर्तन संकल्प यात्रा में कई बड़े नेता नहीं आ पाए. इसलिए राज्य के पूर्व मंत्री और विधायकों के द्वारा संकल्प यात्रा को संबोधित किया गया.
ये भी पढ़ें-