जयपुर. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की ओर से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को लेकर दिए गए बयान पर सियासी बवाल खड़ा हो गया. डोटासरा ने सीएम भजनलाल शर्मा को टेंट और दरी पट्टी उठाने वाला कार्यकर्ता बताया तो बीजेपी ने पलटवार करते हुए इस बयान को सामंतवादी सोच करार दिया. बीजेपी ने डोटासरा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस अपनी हार को पचा नहीं पा रही है, इसलिए एक आम कार्यकर्ता से मुख्यमंत्री बने सीएम भजनलाल शर्मा को लेकर इस तरह की ओछी बयान बाजी कर रही है.
सामंतवादी सोच का परिचायक : भाजपा प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस के नेता राजस्थान में हुई अपनी करारी हार को पचा नहीं पा रहे हैं. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा को लेकर जिस तरह से ओछा बयान दिया है, उससे उनकी सामंतवादी सोच को दर्शाया है. डोटासरा एक तरफ अपने आपको किसान पुत्र करते हैं, लेकिन दूसरी तरफ उनकी सोच से सामंतवादी बयान सामने आ रहे हैं. एक गरीब किसान के घर में पैदा हुआ व्यक्ति जो राजस्थान के शीर्ष पद पर पहुंच मुख्यमंत्री बना वो, उससे देखा नहीं जा रहा.
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भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस की रस्सी जल गई, लेकिन बल नहीं गया. कांग्रेस के इसी अहंकारी सोच को राजस्थान की जनता ने नकारा है. जब से भजन लाल शर्मा मुख्यमंत्री बने है, दिन-रात राजस्थान की सेवा कर रहे हैं. कांग्रेस ने जो अर्थव्यवस्था बिगाड़ी है, उसको ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं. बदहाल कानून व्यवस्था को दुरुस्त कर रहे हैं, बावजूद उसके कांग्रेस के नेता स्तर हीन बयान दे रहे हैं. जनता उन्हें माफ नहीं करेगी.
ये कहा था डोटासरा ने : बता दें कि रविवार को जोधपुर में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा था कि बीजेपी ने दरी-पट्टी उठाने वाले को मुख्यमंत्री बना दिया. विधानसभा चुनाव में जनता ने भजनलाल शर्मा के नाम पर वोट दिया था क्या ? किसी व्यक्ति ने यह सोच कर वोट दिया था क्या वो सीएम बनेंगे ? जनता को मोदी का चेहरा दिखाया तो उनको सीएम बनाते.
डोटासरा ने यहां तक कह दिया कि एक भी फैसला मुख्यमंत्री या उनका मंत्री मंडल स्वविवेक से नहीं ले पा रहे हैं, इसलिए हम इस सरकार को पर्ची सरकार कहते हैं. इसके बाद डोटसरा ने सीएम पर तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि सरकार या मेरे से मत डरो लेकिन भगवान से जरूर डरो, इसका मतलब सब कुछ भगवान भरोसे हैं.