देहरादून: उत्तराखंड में आगामी लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में भगदड़ मची हुई है. कई नेताओं ने बीजेपी का दामन थाम लिया है तो कुछ नेता वेट एंड वॉच की स्थिति में हैं. इस वक्त कांग्रेस पार्टी चुनावी समर में यह सोचने पर मजबूर है कि वह चुनाव पर ध्यान दें या अपने नेताओं पर? वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के एक बयान ने कांग्रेस पार्टी में खलबली मचा दी है. महेंद्र भट्ट का दावा है कि आने वाले समय में कांग्रेस के कई और बड़े नेता बीजेपी में आ रहे हैं.
कांग्रेस में मची भगदड़: उत्तराखंड में गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र में 14 विधानसभा सीटें हैं. विधानसभाओं पर अब तक बीजेपी का कब्जा था, जबकि एकमात्र बदरीनाथ विधानसभा पर कांग्रेस के विधायक राजेंद्र भंडारी काबिज थे. अब नेताओं के टूटने का सिलसिला कुछ ऐसा चला की पूरी गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र में अब कांग्रेस का कोई भी विधायक नहीं है. यानी पौड़ी गढ़वाल लोकसभा पूरी तरह से कांग्रेस मुक्त हो गई है. पांच लोकसभा सीट में एकमात्र पौड़ी लोकसभा सीट ऐसी है जहां पर कांग्रेस का कोई विधायक नहीं है.
कांग्रेस बदरीनाथ विधायक ने ज्वाइन की बीजेपी: जबकि टिहरी नैनीताल अल्मोड़ा और हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस के विधायकों की मौजूदगी है. कांग्रेस को राजेंद्र भंडारी के रूप में कितना बड़ा झटका लगा है, इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बदरीनाथ जैसी महत्वपूर्ण सीट कांग्रेस के पास थी. जहां से राजेंद्र भंडारी अलग-अलग सरकारों में दो बार मंत्री भी रह चुके हैं.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के बयान ने बढ़ाई बेचैनी: अब तक विधायक, पूर्व विधायक और विधायक प्रत्याशी ही बीजेपी का दामन थाम रहे थे. लेकिन बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की मानें तो आने वाले एक हफ्ते के अंदर और भी विधायक बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. महेंद्र भट्ट ने कहा है कि उनकी कई नेताओं से अभी बातचीत हो रही है और सभी बीजेपी में आने के इच्छुक हैं. वहीं महेंद्र भट्ट के इस बयान के बाद कांग्रेस की परेशानियां बढ़ना तय है. यही नहीं एक मैसेज में 19 मार्च यानि कल एक होटल में कांग्रेस के कई नेता बीजेपी में शामिल होने की जानकारी दी है. जिसकी जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की गई है.
क्या कहती है कांग्रेस: अपने नेताओं की लगातार बीजेपी में जाने के मामले में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा का कहना है कि जो लोग कांग्रेस से दगा कर रहे हैं, उनके खिलाफ इसी चुनाव में वह पोल खोल अभियान चलाएंगे. जनता के बीच जाकर न केवल कांग्रेस के लिए वोट मांगेंगे, बल्कि पार्टी छोड़ने वाले नेताओं के बारे में भी वह जनता को बताएंगे कि आखिरकार वह कांग्रेस पार्टी क्यों छोड़ रहे हैं और किसके दबाव में उन्हें यह फैसला लेने पड़ रहे हैं. इसके साथ ही जनता को इस बात का भी एहसास कराएंगे कि ऐसे नेताओं के कहने पर किसी को वोट ना करें. बीजेपी के एक आंकड़े के मुताबिक अब तक 1200 लोग बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. इसमें आम कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल है.
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