रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव को हर हाल में जीतने के लिए भाजपा बेहद आक्रामक हो चली है. एक के बाद एक बड़े नेताओं के झारखंड दौरे और राज्य के सभी 81 विधानसभा क्षेत्र में कार्यक्रम, विस्तृत कार्यसमिति की बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री के उद्घोष से कार्यकर्ताओं में जोश भरा जा रहा है. दूसरी ओर महागठबंधन हेमंत सोरेन के भरोसे चुनावी नैया पार लगाना चाहता है. यही वजह है कि झामुमो के नेता मनोज पांडेय, जहां दंभ भरते हुए कहते हैं कि कमजोर बच्चों को परीक्षा से पहले अधिक मेहनत करना ही पड़ता है. हम तो डिस्टिंक्शन यानि 75% से ऊपर का मार्क्स लाकर पास होने वाले हैं. उन्होंने कहा कि हमारे पास हेमंत सोरेन हैं जो विधानसभा चुनाव में जीत की गारंटी हैं.
हम सरकार में हैं, छूटे कामों को करने में लगे हैं, जल्द रांची आएंगे प्रभारी-कांग्रेस
झारखंड के कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर के पिछले 14 दिन से झारखंड में नहीं हैं. चुनावी तैयारी से जुड़ी गतिविधियां कांग्रेस में नहीं होने के सवाल पर प्रदेश प्रवक्ता सोनल शांति ने कहा कि हम सरकार में हैं, और लोकसभा चुनाव के वक्त आदर्श आचार संहिता के चलते लंबित जनकल्याणकारी कार्यों को पूरा करने में लगे हैं. उन्होंने कहा कि संगठन में भी अपने स्तर से विधानसभा चुनाव की तैयारी चल रही है. अभी हाल ही में अल्पसंख्यक विभाग की बैठक हुई है. धनबाद में युवा कांग्रेस की बैठक हुई है.
सोनाल शांति ने कहा कि उनके प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हैं और वह पश्चिम बंगाल के भी प्रभारी हैं. जम्मू कश्मीर में भी चुनाव होना है जहां के वे निवासी हैं. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता में कहां की उनके प्रभारी ने जो टास्क दिया है उसको पूरा कर कर समय-समय पर उन्हें जानकारी दी जा रही है.
वहीं, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता जगदीश साहू ने कहा कि पार्टी संगठन में अपने स्तर से पंचायत और प्रखंड लेवल पर तैयारी चल रही है. प्रदेश अध्यक्ष ने सभी को काम सौंप दिया है, उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर, झारखंड आएंगे. जगदीश साहू ने कहा कि जम्मू कश्मीर में भी चुनाव होना है और उनके प्रदेश प्रभारी को क्या दायित्व मिलेगा,इसकी जानकारी उन्हें नहीं है.
चुनावी मोमेंटम बनाने में अन्य दलों से भाजपा कोसों आगे
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रभारी से लेकर विधानसभा चुनाव प्रभारी, सह प्रभारी तक लगातार जहां झारखंड का दौरा कर रहे हैं. विधानसभा वार अभिनंदन सह संकल्प सभा पार्टी 81 विधानसभा क्षेत्र में कर चुकी है तो विस्तृत कार्यकारिणी में केंद्रीय गृह मंत्री तक का आगमन हो चुका है. लिहाजा आसन्न विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने राज्य में चुनावी मोमेंटम बना दिया है. लेकिन उसके मुकाबले में महागठबंधन के दल यानी झामुमो, कांग्रेस और राजद कहां पर खड़ा है, इसका जवाब ढूढने के लिए ETV BHARAT ने राज्य के वरिष्ठ राजनीतिक पत्रकार सतेंद्र सिंह से बात की.
वरिष्ठ पत्रकार सतेंद्र सिंह कहते हैं कि इलेक्शन मैनेजमेंट और आक्रामक तरीके से चुनाव लड़ने की न महागठबंधन के दलों में क्षमता है और न ही कोई रणनीति दिखाई पड़ती है. एक ओर जब से शिवराज सिंह चौहान विधानसभा चुनाव प्रभारी और हितेंद्र बिस्वा सरमा सह प्रभारी बनें हैं तब से कई बार वह झारखंड आ चुके हैं. दूसरी ओर कांग्रेस के प्रभारी गुलाम अहमद मीर हैं जो 08 जुलाई को मंत्रियों के शपथ ग्रहण कराकर गए हैं तो अभी तक वापस नहीं लौटे हैं.
वरिष्ठ पत्रकार कहते हैं कि संभवतः इसकी वजह यह है कि कांग्रेस के प्रभारी या अन्य नेता यह भली भांति समझते हैं कि उनसे चुनावी मोमेंटम नहीं बन सकता और राहुल गांधी-प्रियंका गांधी ही मोमेंटम बना सकते हैं. उन्होंने कहा कि यही हाल झामुमो और राजद की है. झामुमो में हेमन्त सोरेन और अब कुछ हद तक कल्पना सोरेन को छोड़ कर किसी नेता में चुनावी मोमेंटम बनाने की कोई खास क्षमता नहीं है, झारखंड राजद तो पूरी तरह लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव के भरोसे रहने वाली पार्टी है.
झारखंड वासियों के जनकल्याण की लड़ाई है अगला विधानसभा चुनाव,इसलिए तगड़ी तैयारी जरूरी- झा. भाजपा
झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा की तैयारी पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के तंज का जवाब देते हुए भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अविनेश कुमार सिंह ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टियां फ्रस्टेशन में है. राज्य की स्थिति वर्तमान महागठबंधन की सरकार में बदतर हो गयी है इसलिए प्रदेश की जनता के लिए, जनकल्याण के लिए विधानसभा चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है. इसलिए हमारी तैयारी आक्रामक और तगड़ी है, जनता ने भी मन बना लिया है.