लखनऊ : यूपी में फिर एक बार चुनावी रण होने वाला है. दरअसल, लोकसभा चुनाव 2024 में यूपी के कई विधायक सांसद बन गए हैं. उनकी विधानसभा सीटें खाली हो गई हैं. इसलिए अगले 6 महीने के भीतर इन सीटों पर उपचुनाव होगा. इसके परिणाम साल 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए बड़ा संदेश होगा.
लोकसभा चुनाव में तो अखिलेश यादव का PDA फार्मूला काफी तेजी से चला था. राहुल गांधी का संविधान बचाओ नारा भी चला. यदि, उपचुनाव में अखिलेश-राहुल का गठजोड़ रहता है तो ये देखना होगा कि इनके ये प्लान उपचुनाव में चलेंगे या नहीं.
अखिलेश-राहुल का गठजोड़ रहेगा या नहीं, ये सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि मध्यप्रदेश में चुनाव के समय राहुल ने अखिलेश को एक भी सीट नहीं दी थी. उसके बाद अखिलेश काफी नाराज हुए थे और राहुल व कांग्रेस को लेकर काफी बयानबाजी की थी.
लेकिन, बाद में दोनों के बीच लोकसभा चुनाव के लिए समझौता हुआ था और कांग्रेस यूपी में 17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. जिसमें से 6 सीटों पर कब्जा जमाया था. वहीं, सपा ने 63 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से 37 सीटें जीतीं और यूपी में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी.
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 के साथ यूपी में 4 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव भी हुए थे. इनमें नतीजा 50-50 रहा. यूपी की लखनऊ पूर्वी और शाहजहांपुर की ददरौल विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने जीत दर्ज की. वहीं बलरामपुर की गैंसड़ी और सोनभद्र की दूद्दी विधानसभा सीट के उपचुनाव में सपा के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है.
ये विधायक बने सांसद
- सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव (मैनपुर की करहल विधानसभा सीट)
- सपा के अवधेश प्रसाद (फैजाबाद की मिल्कीपुर विधानसभा सीट)
- सपा के लालजी वर्मा (अंबेडकर नगर की कटेहरी विधानसभा सीट)
- सपा के जियाउर रहमान बर्क (मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा सीट)
- भाजपा के अनूप वाल्मीकि प्रधान (अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट)
- भाजपा के अतुल गर्ग (गाजियाबाद विधानसभा सीट)
- भाजपा के प्रवीण पटेल (फूलपुर विधानसभा सीट)
- रालोद के चन्दन चौहान (मीरापुर विधानसभा सीट)
- निषाद पार्टी के विनोद कुमार बिंद (मिर्जापुर जिले की मझवा विधानसभा सीट)
नौ विधायक बने सांसद: लोकसभा चुनाव 2024 में समाजवादी पार्टी को भारतीय जनता पार्टी से बड़ी सफलता मिली है. इस चुनाव में 9 विधायक सांसद बन चुके हैं. आने वाले 6 महीने के अंदर एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच बड़ा सियासी घमासान देखने को मिलेगा. उपचुनाव में एनडीए और इंडी एलायंस के बीच कड़ी टक्कर होगी. चुनाव परिणाम के बाद उपचुनाव को लेकर दोनों दल ने अपनी-अपनी रणनीति पर फोकस करना शुरू कर दिया है.
राजनीतिक विश्लेषक विजय शंकर पंकज कहते हैं कि उपचुनाव में दोनों दल अपने-अपने हिसाब से रणनीति बनाने का काम करेंगे. भारतीय जनता पार्टी जहां जो कमियां रह गई हैं, उन्हें दूर करने का काम करेगी. एक स्तर पर यह बात सामने आ रही है कि लगातार कार्यकर्ताओं की उपेक्षा हुई है. इससे उसे नुकसान हुआ है. भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं को संतुष्ट करने के लिए तमाम तरह के प्रयास भी करेगी. इसके अलावा समाजवादी पार्टी भी अपने स्तर पर और ताकत लगाते हुए उपचुनाव लड़ेगी.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव कन्नौज से बने सांसद: सांसद कन्नौज. उम्र 50 वर्ष, शिक्षा ग्रेजुएट. संपत्ति 42 करोड़ रुपए. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट से निर्वाचित हुए थे. अब उन्होंने कन्नौज लोकसभा सीट से संसद सदस्य के रूप में जीत दर्ज की है. करहल सीट पर उपचुनाव होगा. अखिलेश यादव केंद्रीय राजनीति में सक्रिय रहेंगे और विधानसभा सदस्यता से त्यागपत्र देंगे.
सपा नेता अवधेश प्रसाद फैजाबाद (अयोध्या) से बने सांसद : सांसद फैजाबाद. उम्र 79 वर्ष. शिक्षा स्नातक, संपत्ति 5 करोड़ रुपए. समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व फैजाबाद की मिल्कीपुर विधानसभा सीट से विधायक अवधेश प्रसाद अब फैजाबाद से सांसद निर्वाचित हुए हैं. समाजवादी पार्टी ने फैजाबाद लोकसभा सीट से उन्हें चुनाव मैदान में उतारा था. उन्होंने इस सीट से जीत दर्ज की.
सपा नेता लालजी वर्मा अंबेडकरनगर से बने सांसद: सांसद अंबेडकर नगर. उम्र 68 वर्ष. शिक्षा पोस्ट ग्रेजुएट. संपत्ति 11 करोड़ रुपए. अंबेडकर नगर की कटेहरी विधानसभा सीट से सपा के टिकट पर लालजी वर्मा विधायक निर्वाचित हुए थे. अब लोकसभा चुनाव में उन्होंने अंबेडकर नगर से जीत दर्ज की है. अब इस सीट पर भी उपचुनाव होगा.
सपा नेता जियाउर रहमान बर्क संभल से बने सांसद : उम्र 36 वर्ष, शिक्षा स्नातक, संपत्ति एक करोड़. मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक जियाउर रहमान बर्क संभल से लोकसभा सांसद निर्वाचित हुए हैं. इस सीट से पहले शफीकुर्रहमान बर्क सांसद निर्वाचित होते थे लेकिन बीमारी की वजह से उनका निधन हो गया. इसके बाद उनके ही परिवार के जियाउर रहमान बर्क ने लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की.
भाजपा नेता अतुल गर्ग गाजियाबाद से बने सांसद : उम्र 66 वर्ष, शिक्षा 12वीं, संपत्ति 26 करोड़. भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर गाजियाबाद से विधायक अतुल गर्ग अब गाजियाबाद लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हो गए हैं. ऐसे में अब वहां भी होने वाले उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी अपनी विधानसभा सीट पर जीत बरकरार रखने की पूरी कोशिश करेगी.
भाजपा नेता प्रवीण पटेल फूलपुर से बने सांसद: सांसद फूलपुर. उम्र 45 वर्ष. शिक्षा पोस्ट ग्रेजुएट. संपत्ति 64 करोड़. फूलपुर से बीजेपी के विधायक प्रवीण पटेल भी लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुए हैं.
योगी सरकार में मंत्री अनूप वाल्मीकि हाथरस से बने सांसद : उम्र 44 वर्ष. शिक्षा 12वीं पास. संपत्ति एक करोड़ रुपए. योगी सरकार में राज्य मंत्री अनूप वाल्मीकि हाथरस से सांसद निर्वाचित हुए हैं. वह अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे.
निषाद पार्टी के विनोद कुमार बिंद भदोही से बने सांसद : सांसद भदोही. उम्र 54 वर्ष. शिक्षा पोस्ट ग्रेजुएट. संपत्ति 10 करोड़ रुपए. मिर्जापुर जिले की मझवा से निषाद पार्टी के विधायक डॉ. विनोद कुमार बिंद अब भदोही से सांसद निर्वाचित हुए हैं.
रालोद के चंदन चौहान बिजनौर से बने सांसद : उम्र 35 वर्ष. ग्रेजुएट. संपत्ति 7 करोड़ रुपए. वहीं 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी का रालोद के साथ गठबंधन हुआ था. उसी समय मीरापुर विधानसभा सीट से जीतने वाले चंदन चौहान अब बिजनौर से आरएलडी के टिकट पर सांसद निर्वाचित हुए हैं.
योगी सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद पीलीभीत से बने सांसद : उम्र 50 वर्ष. शिक्षा पोस्ट ग्रेजुएट. संपत्ति 29 करोड़ रुपए. एमएलसी जितिन प्रसाद भी पीलीभीत से लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुए हैं. योगी सरकार के पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर जितिन प्रसाद विधान परिषद सदस्य हैं. अब वह विधान परिषद सदस्य से त्यागपत्र देंगे.
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