रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन विधानसभा के एक दिवसीय विशेष सत्र में विश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे. सदन के अंदर विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा से पहले भाजपा और आजसू विधायकों ने सदन के बाहर उन मुद्दों को उठाया, जिसे वे आने वाले दिनों में चुनावी मुद्दा बनाने वाले हैं. एनडीए नेताओं ने सदन के बाहर सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया.
भाजपा द्वारा हेमंत सोरेन द्वारा 2019 में जनता से किए गए वादे, बिगड़ती कानून व्यवस्था, बालू और खनिजों की लूट, बेरोजगारी जैसे कई मुद्दों को लेकर प्रदर्शन किया गया. भाजपा ने साफ कर दिया कि वह इस चुनावी साल में नवगठित हेमंत सरकार को कोई राहत नहीं देने जा रही है.
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा कि यह सरकार महाठगबंधन रिटर्न सरकार है. इस सरकार ने पिछले 5 सालों में जनता को सिर्फ ठगा है. भाजपा इसका जवाब चाहती है कि इस सरकार को दोबारा क्यों आना पड़ा.
महाठगबंधन 𝐑𝐄𝐓𝐔𝐑𝐍𝐒 !
— Amar Kumar Bauri (@amarbauri) July 8, 2024
" गुंडाराज" का पर्याय बन चुके, जोर-जबरदस्ती से सत्ता हथियाने वाले युवा-महिला विरोधी हेमंत सरकार के विरुद्ध झारखंड विधानसभा परिसर में प्रदर्शन ✊🏻
अब तो इस सरकार को अपने कुकृत्यों पर लज्जा आनी भी बंद हो गई है !
📍 झारखंड विधानसभा (विशेष सत्र)… pic.twitter.com/ahvtFnDxea
रविवार को महागठबंधन विधायक दल की बैठक में शामिल हुए और भाजपा के सिंबल पर जीते जेपी पटेल के बारे में नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा कि वह एक सम्माननीय विधायक हैं और वे लाखों लोगों के विश्वास और समर्थन से विधायक बने हैं. उनकी नैतिकता उनके साथ है. वे आंदोलनकारी टेकलाल महतो के पुत्र हैं, इसलिए वे सदन के अंदर कैसा व्यवहार करेंगे, यह सब भाजपा उन पर छोड़ती है.
झारखंड की पूर्व शिक्षा मंत्री नीरा यादव ने कहा कि यह युवाओं को ठगने वाली सरकार है. आज राज्य के युवा अपने भविष्य को लेकर सड़कों पर हैं. नीरा यादव ने कहा कि यह धोखेबाज सरकार है और भाजपा इसका पुरजोर विरोध करती रहेगी. सदन के बाहर धरने में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, अमर बाउरी, रणधीर सिंह, अनंत ओझा, नीरा यादव, आलोक चौरसिया और आजसू विधायक लंबोदर महतो समेत कई विधायक मौजूद थे.
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