नई दिल्ली: दिल्ली में फरवरी में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर तीनों प्रमुख राजनीतिक दलों आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने अपनी-अपनी तैयारियां शुरू कर दी है. इसी क्रम में भाजपा पूर्वांचल मोर्चा दिल्ली प्रदेश की नव गठित कार्यकारिणी की बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में मुख्य मुद्दा आगामी दिल्ली का विधानसभा चुनाव रहा.
मोर्चा अध्यक्ष संतोष ओझा ने अपने संबोधन में कहा कि पूर्वांचल के लोगों से अधिक से अधिक संख्या में भाजपा से जुड़ने की अपील की गई है. इसके साथ दिल्ली में भाजपा की सरकार बने इस बात पर जोर दिया. नई टीम की पहली बैठक में सीट बटवारे और उसमें पूर्वांचल के लोगों की भागीदारी पर भी बात हुई. बैठक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व संगठन मंत्री को भी उपस्थित रहना था. लेकिन दिल्ली से बाहर रहने के कारण वो नहीं रह पाए.
पूर्वांचल मोर्चा की पहली बैठक में आने वाले महापर्व छठ को लेकर विशेष कार्यक्रम बनाने, पूरे प्रदेश में घाटों की साफ सफाई, रजिस्टर छठ घाटों को हर संभव मदद की बात कही गई. मोर्चा अध्यक्ष ने दिल्ली सरकार से अपील की कि यमुना की साफ सफाई जल्द से जल्द कराएं, क्योंकि नदी किनारे ही इस पर्व को मनाने की परम्परा है. बैठक में पूर्वांचल मोर्चा के प्रदेश प्रभारी मनीष सिंह, महामंत्री जगदम्बा सिंह सहित प्रदेश के सभी पदाधिकारी और जिला के अध्यक्ष महामंत्री मौजूद रहे. संतोष ओझा ने पूरी दिल्ली के प्रत्येक मंडल में 11 छठ व्रतियों को अर्ध्य का सामान उपहार स्वरूप देने की घोषणा भी की.
बता दें, दिल्ली में पूर्वांचल समाज के मतदाताओं की संख्या काफी ज्यादा है. ऐसे में तीनों ही पार्टियों पूर्वांचल के मतदाताओं को अपने पक्ष में करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती हैं. इसलिए भाजपा ने पूर्वांचल समाज को अपने साथ जोड़े रखने के लिए कार्यक्रम और बैठकों का दौर शुरू कर दिया है. पूर्वांचल समाज के लोगों का पूर्वी दिल्ली, बाहरी दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली की सभी विधानसभा सीट पर अच्छी संख्या है. ये मतदाता एकतरफा मतदान करके किसी भी पार्टी को सत्ता में ला सकते हैं. हालांकि, पूर्वांचल समाज के लोग तीनों ही प्रमुख पार्टियों आप भाजपा और कांग्रेस में जुड़े हुए हैं और पूर्वांचल मतदाता कभी भी किसी एक पार्टी को सपोर्ट नहीं करते हैं.
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