जयपुर: प्रदेश में सत्ता और संगठन के कामकाज की समीक्षा को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समीक्षा करेंगे. नड्डा पांच अक्टूबर को अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान संगठनात्मक बैठक लेंगे. वे सदस्यता अभियान की समीक्षा करेंगे. इसके साथ ही उपचुनाव को लेकर रणनीति पर भी चर्चा होगी. जेपी नड्डा के कार्यक्रम को लेकर पार्टी की ओर से भी आधिकारिक रूप से प्रोग्राम जारी नहीं किया गया है.
प्रदेश उपाध्यक्ष मोतीलाल मीणा ने बताया कि नड्डा प्रस्तावित यात्रा 5 अक्टूबर को है. उन्होंने बताया कि प्रस्तावित यात्रा के तहत जेपी नड्डा शाम को 7:00 बजे जयपुर एयरपोर्ट पर लैंड करेंगे. इसके बाद शाम 7:30 बजे से लेकर रात 8:30 तक चार्टर्ड अकाउंटेंट के 500 सदस्यों के ग्रुप को भाजपा की सदस्यता दिलाएंगे. इसके बाद रात 9:00 बजे से लेकर देर रात तक सांसदों, विधायकों, पूर्व सांसदों, पूर्व विधायकों, जिला प्रमुख, पूर्व जिला प्रमुख सहित प्रमुख जनप्रतिनिधियों के ढाई सौ सदस्यों के साथ में जेपी नड्डा सदस्यता अभियान को लेकर चर्चा करेंगे. इस बीच में जेपी नड्डा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के साथ भी सत्ता और संगठन को लेकर चर्चा कर सकते हैं.
धीमी सदस्यता अभियान की समीक्षा: सूत्रों के अनुसार प्रदेश में 3 सितंबर से शुरू हुए सदस्यता अभियान को जो गति मिलनी चाहिए, वह नहीं मिल पा रही है. पिछले दिनों राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष और प्रदेश प्रभारी राधमोहनदास अग्रवाल ने अभियान की गति को लेकर नाराजगी जताई थी, अब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा धीमे चल रहे अभियान की समीक्षा करेंगे. साथ ही यह भी देखेंगे कि जो जिम्मेदारी पार्टी ने कार्यकर्ताओं और नेताओं को दी है, उसमें कौन कितना खरा उतरा. बताया जा रहा है कि हर विधानसभा और जिले के लिहाज से सदस्यता अभियान की समीक्षा होगी. संगठन की दृष्टि से जिलेवार समीक्षा होगी, तो वहीं जनप्रतिनिधि के लिहाज से विधानसभा के हिसाब से समीक्षा होगी. जिस भी जिले और विधानसभा में अभियान धीमा चल रहा है, वहां पर गति देने और लक्ष्य को पूरा करने के निर्देश दिए जाएंगे.
उपचुनाव रणनीति पर भी चर्चा: जेपी नड्डा के इस दौरे में प्रदेश में 7 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भी रणनीति बनेगी. जिस तरह से 7 सीटों में से मात्र एक सीट पर मौजूदा वक्त में बीजेपी का कब्जा था. वहीं 6 सीटों पर कांग्रेस सहित अन्य पार्टियों का कब्जा है. अब उन सीटों पर भी किस तरह से कमल का फूल खिलाया जाए, इस रणनीति का मंत्र जेपी नड्डा अपनी बैठक में देंगे.
बता दें कि प्रदेश में 7 विधानसभा सीट ऐसी जिन पर उपचुनावों होने हैं, जिनमें से पांच विधानसभा सीट देवली - उनियारा, दोसा, सीकर, झुंझुनू, खींवसर और चौरासी यह वह विधानसभा सीट है जो लोकसभा में खाली हुई थी. वहीं, सलूंबर और रामगढ़ सीट पर विधानसभा सदस्य का देहांत होने के कारण उपचुनाव होने हैं. बीजेपी की कोशिश होगी कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के जरिए उपचुनाव के माध्यम से विधानसभा में अपने सदस्यों की संख्या बढ़ाए.
सत्ता और संगठन में तालमेल: मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और मदन राठौड़ के साथ भी बैठक करेंगे. इस बैठक में सत्ता और संगठन के कामकाज की समीक्षा होगी, साथ ही आने वाले समय में किस तरह से सत्ता और संगठन मिलकर काम करें, इस रणनीति पर भी चर्चा होगी. बता दें कि सत्ता और संगठन में तालमेल को लेकर लगातार चर्चाएं बनी हुई है. इस तरह से पार्टी के कार्यकर्ताओं नेताओं के कामकाज नहीं होने की शिकायतें लगातार केंद्रीय नेतृत्व के पास पहुंच रही थी, इसे देखते हुए यह बैठक खासा महत्वपूर्ण भी मानी जा सकती है. माना जा रहा है कि नड्डा सत्ता और संगठन के तालमेल पर भी चर्चा करेंगे, संगठन के लोगों के कामकाज को सरकार प्राथमिकता के साथ पूरा करें. इसको लेकर भी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को आवश्यक दिशा निर्देश दे सकते हैं.