कोटा. कांग्रेस प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी लोकसभा स्पीकर ओम बिरला पर गुरुवार को आरोपों की झड़ी लगा दी थी. इसका पलटवार बिरला ने तो नहीं किया, लेकिन भाजपा के दो विधायकों संदीप शर्मा और कल्पना देवी ने गुंजल के आरोपों पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि गुंजल की आंखों में अहंकार की गंदगी और दिल में झूठ व कपट है. उन्हें विकास नजर नहीं आएगा.
बिरला ने कोटा और बूंदी में 8100 करोड़ रुपए के कार्य करवाए हैं. इनमें जल, रेल, स्टेशन, खेल, धार्मिक स्थल, स्कूल, ऐतिहासिक स्थल सहित कई जगह पर विकास कार्य हुए हैं. संदीप शर्मा ने कहा कि ओम बिरला तो 10 साल से जयपुर में चल रही ट्रिपल आईटी को कोटा लाएं हैं. जबकि भाजपा सरकार ने कोटा को आईआईटी आवंटित की, जिसे कांग्रेस सरकार बनने के बाद गहलोत जोधपुर ले गए. इसके बाद कोटा को ट्रिपल आईटी मिली, तो उसके भवन के लिए कांग्रेस सरकार ने कोई पैसे नहीं दिए.
संदीप शर्मा का कहना है कि गुंजल, बिरला के कार्यालय की चौकीदारी छोड़ अपने प्रचार पर ध्यान दें. संदीप शर्मा ने कहा कि पुलिस महानिरीक्षक रवि दत्त गौड़ और लोकसभा अध्यक्ष के ओएसडी राजीव दत्ता के लिए गुंजल ने जिस भाषा का उपयोग किया, वह निंदनीय है. उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है. जिसमें बताया कि बताते हुए उनकी क्षमताओं पर सवाल खड़े किए हैं. गुंजल जिसको एक्ट बता रहे हैं, जिसे गाइडलाइन और कानून का अंतर नहीं पता है.
लाडपुरा विधायक कल्पना देवी का कहना है कि कांग्रेस सरकार ने ही कोटा का एयरपोर्ट रुकवाया था. ऐसे में कांग्रेस के नेताओं से ही यह गुंजल को पूछना चाहिए. तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने एयरपोर्ट भूमि के एयरपोर्ट अथॉरिटी को हस्तांतरण के लिए आवश्यक 127 करोड़ में से महज 21 करोड़ रुपए ही जमा करवाए.
इधर, दिलावर की कार्यकर्ताओं को चुनौतीः शिक्षा एवं पंचायतराज मंत्री मदन दिलावर ने कांग्रेस का प्रचार करने वालों को फैलाए जा रहे भ्रम को लेकर कड़ी चेतावनी जारी की है. दिलावर ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस का प्रचार करता पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन होगा. साथ ही भविष्य में बीजेपी और मुझसे उसका कोई संबंध नहीं रहेगा. उन्होंने भाजपा जिला अध्यक्ष से अनुरोध किया है कि पार्टी विरोधी कार्य करने वालों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करें. दिलावर ने लोगों से भी अपील की है कि वह विरोधियों के फैलाई जा रहे झूठ और भ्रामक प्रचार पर ध्यान न दें.