मंडी/कुल्लू: बीजेपी ने जब से मंडी सीट से कंगना रनौत को लोकसभा चुनाव के लिए मैदान में उतारा है. तब से कांग्रेस और विक्रमादित्य सिंह ने क्वीन के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. हर दिन विक्रमादित्य सिंह कंगना रनौत पर वार-पलटवार कर रहे हैं. ऐसे में कंगना रनौत भी सुक्खू सरकार और विक्रमादित्य पर जमकर निशाना साध रही हैं. वहीं, अब बीजेपी विधायकों और नेताओं ने भी कांग्रेस के खिलाफ जुबानी जंग छेड़ दिया है.
बीजेपी विधायक का विक्रमादित्य पर वार: बल्ह विधायक इंदर सिंह गांधी ने मंडी संसदीय सीट से सांसद प्रतिभा सिंह और कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह पर निशाना साधा है. गांधी ने कहा, प्रतिभा सिंह और विक्रमादित्य दोनों बताएं कि उन्होंने प्रदेश और मंडी लोकसभा में क्या विकास कार्य करवाए हैं. मां बेटा दोनों एक जैसे होते हैं. विक्रमादित्य पहले अपने मुंह पर लगाम लगाए. इतना ही नहीं इंदर सिंह गांधी ने विक्रमादित्य सिंह को नसीहत देते हुए कहा कि कंगना रनौत के लिए अपनी बात नाप तोल कर रखे, नहीं तो उनके साथ कुछ भी हो सकता है. कंगना ने बॉलीवुड में अपनी मेहनत और बलबूते के दम पर नाम कमाया है. जबकि विक्रमादित्य सिंह ने राजपरिवार के होने के बाद भी दुनिया के सबसे बड़े संघ को संघी की जगह "भंगी" शब्द का इस्तेमाल किया था. इसके लिए उन्होंने माफी भी मांगी थी.
"मां-बेटे ने मंडी और प्रदेश के लिए क्या किया": उन्होंने आरोप लगाते हो कहा कि प्रतिभा सिंह और विक्रमादित्य सिंह ने हमेशा बल्ह विधानसभा क्षेत्र के साथ पक्षपात किया है. सांसद रहते हुए प्रतिभा सिंह ने बल्ह विधानसभा के लिए क्या विकास कार्य करवाए हैं, मां-बेटा इसे सार्वजनिक करें. वहीं, गांधी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कौल सिंह ठाकुर को भी नसीहत दे डाली. गांधी ने कहा, उनको कंगना पर नाप तोल कर ही अपनी बात रखनी चाहिए. कंगना ने अभी तक किसी के प्रति कोई भी अपशब्द नहीं कहे हैं, जबकि पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने पहले भी पूर्व सीएम जयराम ठाकुर पर कई शब्द वाण छोड़े हैं. पहले कांग्रेसी नेता अपनी जुबान पर लगाम लगा कर रखें.
"विक्रमादित्य सिर्फ सोशल मीडिया के नेता हैं": वहीं, ढालपुर पूर्व शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने भी विक्रमादित्य सिंह पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, कांग्रेस के नेता विक्रमादित्य सिंह सिर्फ मीडिया और सोशल मीडिया के ही नेता है. जबकि धरातल पर उन्हें किसी बात की जानकारी नहीं होती है. वे राज परिवार में पैदा हुए और उन्होंने बचपन से लेकर आज तक सिर्फ सत्ता का सुख ही देखा है, ऐसे में गरीब व्यक्ति की क्या परेशानी होती है? इससे उन्हें कोई लेना-देना नहीं है.
"विक्रमादित्य के बहाने कांग्रेस पर निशाना": गोविंद ठाकुर ने कहा, ऐसी क्या स्थिति बन गई कि शिमला ग्रामीण को छोड़कर विक्रमादित्य सिंह को मंडी का चुनाव लड़ना पड़ रहा है. अगर कांग्रेस सच में अपने नेताओं को जिताना चाहती तो, वह यहां से फिर से सांसद प्रतिभा सिंह को ही चुनावी मैदान में उतारती. इससे पता चलता है कि कांग्रेस पार्टी अब प्रदेश में स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के परिवार के राजनीति को खत्म करने में जुटी हुई है. मंडी संसदीय क्षेत्र से पहले भी बीजेपी कांग्रेस के बड़े नेताओं को हरा चुकी है.
"बीजेपी ने पहले भी प्रतिभा सिंह को हराया था": गोविंद ठाकुर ने कहा, पूर्व में जब वीरभद्र सिंह प्रदेश के मुख्यमंत्री थे तो उस दौरान भी भाजपा के रामस्वरूप शर्मा ने प्रतिभा सिंह को चुनावी मैदान में हराया था. ऐसे में कांग्रेस इस बात पर बिल्कुल भी घमंड ना करें कि मंडी संसदीय क्षेत्र से उनके नेता हार नहीं सकते हैं. विक्रमादित्य सिंह को कांग्रेस ने मंडी संसदीय क्षेत्र में टिकट तो दे दिया है, लेकिन उनकी जीत किस तरह से सुनिश्चित की जाएगी. हिमाचल में लोकसभा चुनाव के समय भाजपा के समक्ष भी कई चुनौतियां हैं. लेकिन बीजेपी इन सभी चुनौतियों से निपटना जानती है. मंडी संसदीय क्षेत्र से भी भाजपा के प्रत्याशी को ही जीत मिलेगी.
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