लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को बोर्ड और अयोग के पदाधिकारी के तौर पर जल्द नियुक्त किया जाएगा. इस संबंध में ईटीवी भारत ने दो दिन पहले खबर का प्रकाशन किया था. इसके बाद में प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और महामंत्री संगठन के बीच हुई बैठक में इसकी रूपरेखा तय कर ली गई है. बहुत जल्द ही सरकार को भाजपा की ओर से नाम का प्रस्ताव भेज दिया जाएगा.
बोर्ड और अयोग के पदाधिकारियों की नियुक्ति में हो रही देरी का मुद्दा ईटीवी भारत ने दो दिन पहले खबर के जरिए उठाया था. इसके बाद में भारतीय जनता पार्टी की यह महत्वपूर्ण बैठक हुई है. माना जा रहा है कि 80 से 100 के बीच नेताओं को इन पदों पर समायोजित किया जा सकता है.
बताया जा रहा है कि भाजपा पदाधिकारियों में छाए असंतोष को दूर करने के लिए जल्द नेताओं को नियुक्त किया जाएगा. इस मुद्दे पर सोमवार को दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक ने प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल के साथ बैठककर मंथन किया.
बता दें कि प्रदेश सरकार के तमाम निगम और बोर्ड में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के लंबे समय से पद खाली हैं. इन पर भाजपा पदाधिकारियों की नियुक्ति होनी है. इसके लिए प्रदेश संगठन ने सभी क्षेत्रीय अध्यक्षों से पदाधिकारियों के नाम का पैनल मांगा था. सूत्रों के मुताबिक चारों नेताओं की बैठक में इन नामों पर विचार किया गया है. अब इसे जल्द ही मुख्यमंत्री के सामने रखा जाएगा. जहां से अंतिम मुहर लगने के बाद निगम और बोर्ड में खाली पद भरे जाएंगे.
वहीं, सूत्रों की मानें तो भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में हुई बैठक में 25 व 26 जुलाई को दिल्ली में यूपी के मामलों को लेकर होने वाली बैठक से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा हुई. दरअसल पिछले दिनों केशव प्रसाद मौर्य और भूपेंद्र चौधरी ने दिल्ली में शीर्ष नेताओं से मुलाकात की थी तो इनसे प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के साथ ही आगे के कार्यक्रमों की रणनीति का रोडमैप लाने को कहा गया था. बैठक में उसी रोडमैप के साथ ही सरकार और संगठन के बीत बेहतर समन्वय के फॉर्मूले को भी हाईकमान के सामने रखने पर चर्चा हुई है.
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