चंडीगढ़: पंजाब में चार विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए प्रचार थम गया है. अब 20 नवबंर को वोटिंग होगी. इस बीच पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता चरणजीत सिंह चन्नी को राज्य महिला आयोग ने नोटिस जारी किया है. दरअसल, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वारिंग की पत्नी और कांग्रेस उम्मीदवार अमृता वारिंग के पक्ष में चुनाव प्रचार के दौरान चरणजीत सिंह चन्नी ने कथित तौर पर विवादित बयान दिया था.
गिद्दड़बाहा में रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता चन्नी ने आम आदमी पार्टी और बीजेपी कार्यकर्ताओं पर निशाना साधते हुए कथित रूप से महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. उनके इस बयान को लेकर राजनीति गर्मा गई और महिलाओं पर इस तरह के बयान को लेकर महिला आयोग में शिकायत की गई. जिस पर कार्रवाई करते हुए आयोग ने चरणजीत चन्नी के खिलाफ नोटिस जारी किया है.
पूर्व सीएम चन्नी जब कथित महिला विरोधी बयान दे रहे थे, उस समय उनके बगल में कांग्रेस प्रत्याशी अमृता वारिंग भी खड़ी थीं.
19 नवंबर को पेश होने का समन
राज्य महिला आयोग ने नोटिस में कहा है कि महिलाओं को लेकर कांग्रेस नेता चन्नी का बयान बहुत शर्मनाक है. हम उन्हें 19 नवंबर की सुबह 11 बजे आयोग के कार्यालय में पेश होने के लिए समन कर रहे हैं. अगर वह कार्यालय आकर अपना स्पष्टीकरण नहीं देते हैं तो हम पंजाब के डीजीपी को उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज करने के लिए पत्र लिखेंगे.
बिक्रम सिंह मजीठिया ने जताई आपत्ति
कांग्रेस नेता चन्नी के इस बयान पर अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने भी आपत्ति जताई. मजीठिया ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, "गिद्दड़बाहा से प्रत्याशी अमृता वारिंग के साथ खड़े होकर भी बहनों के लिए गलत शब्द का इस्तेमाल करना चरणजीत चन्नी की मानसिकता को दर्शाता है. चरणजीत चन्नी को ऐसी अपमानजनक टिप्पणियों पर शर्म आनी चाहिए. गुरु साहिब के सिखों की कोई जाति नहीं होती. गुरु पातशाह ने हमारे बीच से सभी जात-पात, ऊंच-नीच को खत्म कर दिया. चरणजीत चन्नी को इस भेदभावपूर्ण सोच के लिए पंजाबियों से माफी मांगनी चाहिए.
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