नई दिल्ली: भाजपा आज अपना 45 वां स्थापना दिवस मना रही है. दिल्ली भाजपा प्रदेश कार्यालय में 45 वें स्थापना दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण किया गया. दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने पार्टी का झंडा फहराया. पंडित दीनदयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित की. इस दौरान नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी की प्रत्याशी बांसुरी स्वराज, प्रदेश उपाध्यक्ष विक्रम मित्तल, मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर, प्रवक्ता विक्रम सिंह बिधूड़ी, विक्रम मित्तल समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे.
वीरेंद्र सचदेवा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट X (Twitter) पर पोस्ट कर भाजपा कार्रकराताओं को बधाई दी है. उन्होंने लिखा कि, "अंधेरा छटा, सूरज निकला, कमल खिला... 2 सीटों से 300 से अधिक सीटों की ऐतिहासिक यात्रा को सिद्ध करने वाले समस्त राष्ट्रवादी कार्यकर्ताओं को भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं. आदरणीय प्रधानमंत्री श्री के यशस्वी नेतृत्व में मां भारती की सेवा का हमारा अनुकरणीय संकल्प ही समृद्धशाली भारत के निर्माण का गतिसूचक बनेगा."
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि, भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जनता की लड़ाई लड़ी. जैसा हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष भाजपा नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी कहते हैं कि सबका साथ सबका विकास इसी के तहत हर वर्ग हर समुदाय तक हमारी पार्टी का कार्यकर्ता पहुंच रहा है. जन-जन तक केंद्र की हर योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाया जा रहा है. विकसित भारत बनाने का जो हमेंने लक्ष्य रखा है उसी को ध्यान में रखते हुए पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता जनता के बीच जा रहे हैं.
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6 अप्रैल 1980 में भाजपा की स्थापना हुई थी: साल 1980 में जो पौधा रोपा गया था, तब शायद ही किसी ने यह सोचा होगा कि कुछ सालों बाद यह इतना बड़ा पेड़ बनेगा. आज आलम ये है कि 2024 के आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी 370 और एनडीए गठबंधन 400 से अधिक सीटों पर जीत का दावा कर रही है. ये कहानी भारतीय जनसंघ की स्थापना से शुरू होती है. महात्मा गांधी की हत्या के बाद श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने हिंदू महासभा से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने संघ के सहयोग से 21 अक्टूबर 1951 बीजेएस का गठन किया.
कश्मीर की जेल में श्यामा प्रसादमुखर्जी की मौत हो गई. इसके बाद चंद्रमौली शर्मा को जनसंघ का अध्यक्ष बनाया गया. साल 1966 में बलराज मधोक और 1967 में दीनदयाल उपाध्याय अध्यक्ष बने थे. 1972 तक अटल बिहारी बाजपेयी और 1977 तक लाल कृष्ण आडवाणी अध्यक्ष पद पर रहे. साल 1977 में भारतीय जनसंघ का अस्तित्व खत्म कर दिया गया. 6 अप्रैल 1980 को मुंबई में नई राजनैतिक पार्टी की स्थापना हुई, जिसका नाम भारतीय जनता पार्टी रखा गया.
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