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भाजपा का 45वां स्थापना दिवस आज, जनसंघ का दूसरा रूप भाजपा 2 से 400 की तरफ,10 लाख से ज्यादा बूथों पर विशेष कार्यक्रम - BJP Foundation Day - BJP FOUNDATION DAY

भारतीय जनता पार्टी का आज 45 वां स्थापना दिवस मनाया जा रहा है. बीजेपी कार्यकर्ता आज देशभर में 10 लाख से ज्यादा बूथों पर जाकर भाजपा सरकार की उपलब्धियां जनता को गिनाएंगे. देशभर कई जगहों पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. जनता पार्टी के विघटन के बाद भाजपा बनी. जनसंघ के दूसरा रूप भाजपा है और इन 45 सालों में भाजपा 2 से 400 की तरफ बढ़ रही है.

भाजपा का 45वां स्थापना दिवस आज
भाजपा का 45वां स्थापना दिवस आज
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Apr 6, 2024, 9:24 AM IST

Updated : Apr 6, 2024, 9:45 AM IST

सीपी जोशी ने स्थापना दिवस पर कार्यकर्ताओं को दी बधाई

जयपुर. भाजपा अपने पूरे यौवन पर है फिर चाहे 45 साल की भाजपा अपने उम्र को देखे या फिर देश में अपने वजूद को. हालांकि जब पार्टी के करियर की शुरुआत हुई थी, तब किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि एक दिन भाजपा को देश की जनता का प्रचंड बहुमत मिलेगा, लेकिन नरेंद्र मोदी नाम ने ये सब कर दिखाया. बीजेपी न केवल देश मे स्पष्ट बहुत वाली सरकार बनी बल्कि देश की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में निकल कर सामने आई. इस फैक्टर को पार पाने का गणित कांग्रेस के हाथ में भी दिखाई नहीं दे रहा है. भाजपा के 45वें स्थापना दिवस पर देखिए यह रिपोर्ट...

जनसंघ का दूसरा रूप भारतीय जनता पार्टी : 6 अप्रैल 1980 को भारतीय जनता पार्टी की स्थापना हुई. देश भर में कांग्रेस के माहौल के बीच जनसंघ से निकली भारतीय जनता पार्टी का सफर आसान नहीं था. " इस दीपक में तेल नहीं, सरकार बनाना कोई खेल नहीं " जनसंघ के चुनाव चिन्ह के बारे में ये नारा लगा. जो कि उसके नए रूप भाजपा का 1984 तक पीछा करता रहा. जब पार्टी को महज दो सीटें मिली थी. दीनदयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचारों से आगे बढ़ी पार्टी ने आज वो फतह हासिल कर ली है जो कि अपने आप में एक अलग इतिहास बनाती है. आज भाजपा देश के अधिकतर राज्यों में काबिज है, तो दुनिया की सबसे ज्यादा सदस्य वाली पार्टी का तमगा भी उसके नाम है. पार्टी के शुरुआती दौर के सफर को अटल बिहारी वाजपेयी ने आगे बढाया , जिसके बाद लालकृष्ण आडवाणी की बुलंद आवाज ने पार्टी को मजबूती दी. शुरुआत में पार्टी की छवि हिंदुत्ववादी पार्टी के रूप में उभरी, लेकिन बाद में बंगारू लक्ष्मण को पार्टी की कमान सौंप कर दलित वर्ग पर भी बड़ी छाप छोड़ी. इस बीच 6 दिसंबर 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस की खबर ने देश की जनता को चौंका दिया और कांग्रेस के साथ अब भाजपा भी जनता को विकल्प नजर आने लगी.

भाजपा का स्थापना दिवस

पढ़ें: जमने लगा चुनावी रंग, कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर, जानिए कौन सी हैं राजस्थान की हॉट सीट - Lok Sabha Election 2024

ये चला 2 से 400 का सफर : अंधेरा छटेगा, सूरज निकलेगा, कमल खिलेगा की बात कहने वाले भारत रत्न आज दुनिया में भले ही नहीं है, लेकिन उनकी मेहनत से खड़ी हुई पार्टी दुनियाभर में सिरमौर बनी हुई है. भाजपा ने अपने गठन के साथ लगातार मजबूती ली .1984 में पार्टी को लोकसभा में महज दो सीटें मिली, लेकिन उसके पांच साल बाद 1989 में 85 सीटें हासिल की. 1991 में फिर चुनाव हुए जिसमें 120 सीटें हासिल की, 1996 में पार्टी को और मजबूती मिली और 161 सीटें हासिल की. 1998 में 182 तो 2014 आते आते बीजेपी ने अपने बूते पर स्पष्ट बहुमत की सरकार बना ली. 2019 लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के चेहरे पर 303 सीटों के साथ प्रचंड बहुमत से फिर से सत्ता में लौटी , तो उधर, प्रमुख विपक्षी पार्टी को प्रतिपक्ष का दर्जा तक नहीं मिला. पार्टी अब हिंदी भाषी राज्यों के साथ साथ पूर्वी राज्यों में भी पैठ बना चुकी है. 2024 लोकसभा चुनाव के रण के बीच में बीजेपी 45 वां स्थापना दिवस मना रही है. बीजेपी इस बार मिशन 400 पार लक्ष्य लेकर चल रही है.

10 लाख से ज्यादा बूथों पर विशेष कार्यक्रम
10 लाख से ज्यादा बूथों पर विशेष कार्यक्रम

घर घर झंडा अभियान : अटल-आडवाणी कमल निशान का नारा भले ही अब बदल गया हो, लेकिन इस सफर में अटल आडवाणी योगदान को दुनिया नहीं भुला पाएगी. वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए नरेंद्र मोदी और अमित शाह के विजन को भी याद किया जाएगा. मोदी - शाह की जोड़ी ने बीजेपी को विश्व की सबसे पड़ी पार्टी के रूप में न केवल खड़ा किया बल्कि उस रिकॉर्ड की तरफ इस बार 2024 के लोकसभा चुनाव में बढ़ने की कोशिश कर रही है जो कभी एक वक्त कांग्रेस के पास था. 400 पार के नारे को साकार करने के लिए पार्टी स्थापना दिवस के मौके पर शक्ति केंद्र और बूथ केंद्र पर टिफिन बैठक के माध्यम से कार्यकर्ता संगठन को मजबूती का काम कर रहे हैं. कार्यकर्ता स्थापना दिवस पर प्रत्येक घर-घर संकल्प पत्र वितरित करेंगे. घरों पर झंडा, मेरा परिवार महोदय परिवार के नाम के स्टीकर लगाएंगे. बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी कहा की भारतीय जनता पार्टी अपने नीति से कभी समझौता नहीं करती है. अटल - आडवाणी की जोड़ी के समय दो से शुरू हुई भारतीय जनता पार्टी आज मोदी - शाह की जोड़ी के साथ 400 पार की तरफ बढ़ रही है. इस पार्टी पर देश की हर नागरिक को भरोसा है और यही भरोसा हमें इस बार भी चुनाव में जीत दिलाने के लिए काम आएगा, उन्होंने कहा कि 6 अप्रैल 1980 को दिल्ली के तालकटोरा में जिस संकल्प के साथ जनसंघ से भारतीय जनता पार्टी की स्थापना हुई वह संकल्प पूरा देश साकार होता हुआ देख रहा है.

पढ़ें: पीएम मोदी की पुष्कर में चुनावी सभा आज, इस बार नहीं करेंगे ब्रह्मा मंदिर और सरोवर की पूजा, जानिए वजह - PM Modi Pushkar Rally

स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर रोशनी से जगमग भाजपा मुख्यालय: लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के लिए आज का दिन बहुत अहम है. भाजपा के 45 वे स्थापना दिवस के अवसर पर भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है . स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर प्रदेश मुख्यालय को रंग-बिरंगी रोशनी और भगवा रंग से सजाया गया है. वहीं कार्यालय के मुख्य द्वार पर सजावट भी की गई है. इसके साथ ही संगठन की विभिन्न गतिविधियों के संदर्भ में प्रदर्शनी भी लगाई गई है. इस मौके पर पार्टी ‘‘फिर एक बार, मोदी सरकार’’ के नारे के साथ देश भर के 10 लाख से ज्यादा बूथों पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है.

सीपी जोशी ने स्थापना दिवस पर कार्यकर्ताओं को दी बधाई

जयपुर. भाजपा अपने पूरे यौवन पर है फिर चाहे 45 साल की भाजपा अपने उम्र को देखे या फिर देश में अपने वजूद को. हालांकि जब पार्टी के करियर की शुरुआत हुई थी, तब किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि एक दिन भाजपा को देश की जनता का प्रचंड बहुमत मिलेगा, लेकिन नरेंद्र मोदी नाम ने ये सब कर दिखाया. बीजेपी न केवल देश मे स्पष्ट बहुत वाली सरकार बनी बल्कि देश की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में निकल कर सामने आई. इस फैक्टर को पार पाने का गणित कांग्रेस के हाथ में भी दिखाई नहीं दे रहा है. भाजपा के 45वें स्थापना दिवस पर देखिए यह रिपोर्ट...

जनसंघ का दूसरा रूप भारतीय जनता पार्टी : 6 अप्रैल 1980 को भारतीय जनता पार्टी की स्थापना हुई. देश भर में कांग्रेस के माहौल के बीच जनसंघ से निकली भारतीय जनता पार्टी का सफर आसान नहीं था. " इस दीपक में तेल नहीं, सरकार बनाना कोई खेल नहीं " जनसंघ के चुनाव चिन्ह के बारे में ये नारा लगा. जो कि उसके नए रूप भाजपा का 1984 तक पीछा करता रहा. जब पार्टी को महज दो सीटें मिली थी. दीनदयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचारों से आगे बढ़ी पार्टी ने आज वो फतह हासिल कर ली है जो कि अपने आप में एक अलग इतिहास बनाती है. आज भाजपा देश के अधिकतर राज्यों में काबिज है, तो दुनिया की सबसे ज्यादा सदस्य वाली पार्टी का तमगा भी उसके नाम है. पार्टी के शुरुआती दौर के सफर को अटल बिहारी वाजपेयी ने आगे बढाया , जिसके बाद लालकृष्ण आडवाणी की बुलंद आवाज ने पार्टी को मजबूती दी. शुरुआत में पार्टी की छवि हिंदुत्ववादी पार्टी के रूप में उभरी, लेकिन बाद में बंगारू लक्ष्मण को पार्टी की कमान सौंप कर दलित वर्ग पर भी बड़ी छाप छोड़ी. इस बीच 6 दिसंबर 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस की खबर ने देश की जनता को चौंका दिया और कांग्रेस के साथ अब भाजपा भी जनता को विकल्प नजर आने लगी.

भाजपा का स्थापना दिवस

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ये चला 2 से 400 का सफर : अंधेरा छटेगा, सूरज निकलेगा, कमल खिलेगा की बात कहने वाले भारत रत्न आज दुनिया में भले ही नहीं है, लेकिन उनकी मेहनत से खड़ी हुई पार्टी दुनियाभर में सिरमौर बनी हुई है. भाजपा ने अपने गठन के साथ लगातार मजबूती ली .1984 में पार्टी को लोकसभा में महज दो सीटें मिली, लेकिन उसके पांच साल बाद 1989 में 85 सीटें हासिल की. 1991 में फिर चुनाव हुए जिसमें 120 सीटें हासिल की, 1996 में पार्टी को और मजबूती मिली और 161 सीटें हासिल की. 1998 में 182 तो 2014 आते आते बीजेपी ने अपने बूते पर स्पष्ट बहुमत की सरकार बना ली. 2019 लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के चेहरे पर 303 सीटों के साथ प्रचंड बहुमत से फिर से सत्ता में लौटी , तो उधर, प्रमुख विपक्षी पार्टी को प्रतिपक्ष का दर्जा तक नहीं मिला. पार्टी अब हिंदी भाषी राज्यों के साथ साथ पूर्वी राज्यों में भी पैठ बना चुकी है. 2024 लोकसभा चुनाव के रण के बीच में बीजेपी 45 वां स्थापना दिवस मना रही है. बीजेपी इस बार मिशन 400 पार लक्ष्य लेकर चल रही है.

10 लाख से ज्यादा बूथों पर विशेष कार्यक्रम
10 लाख से ज्यादा बूथों पर विशेष कार्यक्रम

घर घर झंडा अभियान : अटल-आडवाणी कमल निशान का नारा भले ही अब बदल गया हो, लेकिन इस सफर में अटल आडवाणी योगदान को दुनिया नहीं भुला पाएगी. वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए नरेंद्र मोदी और अमित शाह के विजन को भी याद किया जाएगा. मोदी - शाह की जोड़ी ने बीजेपी को विश्व की सबसे पड़ी पार्टी के रूप में न केवल खड़ा किया बल्कि उस रिकॉर्ड की तरफ इस बार 2024 के लोकसभा चुनाव में बढ़ने की कोशिश कर रही है जो कभी एक वक्त कांग्रेस के पास था. 400 पार के नारे को साकार करने के लिए पार्टी स्थापना दिवस के मौके पर शक्ति केंद्र और बूथ केंद्र पर टिफिन बैठक के माध्यम से कार्यकर्ता संगठन को मजबूती का काम कर रहे हैं. कार्यकर्ता स्थापना दिवस पर प्रत्येक घर-घर संकल्प पत्र वितरित करेंगे. घरों पर झंडा, मेरा परिवार महोदय परिवार के नाम के स्टीकर लगाएंगे. बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी कहा की भारतीय जनता पार्टी अपने नीति से कभी समझौता नहीं करती है. अटल - आडवाणी की जोड़ी के समय दो से शुरू हुई भारतीय जनता पार्टी आज मोदी - शाह की जोड़ी के साथ 400 पार की तरफ बढ़ रही है. इस पार्टी पर देश की हर नागरिक को भरोसा है और यही भरोसा हमें इस बार भी चुनाव में जीत दिलाने के लिए काम आएगा, उन्होंने कहा कि 6 अप्रैल 1980 को दिल्ली के तालकटोरा में जिस संकल्प के साथ जनसंघ से भारतीय जनता पार्टी की स्थापना हुई वह संकल्प पूरा देश साकार होता हुआ देख रहा है.

पढ़ें: पीएम मोदी की पुष्कर में चुनावी सभा आज, इस बार नहीं करेंगे ब्रह्मा मंदिर और सरोवर की पूजा, जानिए वजह - PM Modi Pushkar Rally

स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर रोशनी से जगमग भाजपा मुख्यालय: लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के लिए आज का दिन बहुत अहम है. भाजपा के 45 वे स्थापना दिवस के अवसर पर भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है . स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर प्रदेश मुख्यालय को रंग-बिरंगी रोशनी और भगवा रंग से सजाया गया है. वहीं कार्यालय के मुख्य द्वार पर सजावट भी की गई है. इसके साथ ही संगठन की विभिन्न गतिविधियों के संदर्भ में प्रदर्शनी भी लगाई गई है. इस मौके पर पार्टी ‘‘फिर एक बार, मोदी सरकार’’ के नारे के साथ देश भर के 10 लाख से ज्यादा बूथों पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है.

Last Updated : Apr 6, 2024, 9:45 AM IST
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