नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी शासित दिल्ली नगर निगम का पहला बजट हंगामे के बीच गुरुवार को पास कर दिया गया. मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने बजट को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि पहली बार निगम में ऐसा बजट पेश किया गया है, जिसका फ़ायदा दिल्ली के लोगों के साथ निगम के कर्मचारियों को होगा.
वहीं, निगम में नेता विपक्ष राजा इक़बाल सिंह ने इस बजट को फेल बताया. उन्होंने कहा कि बजट में दिल्ली की जनता और कर्मचारियों के लिए कुछ नहीं है. इसके अलावा राजा इक़बाल सिंह ने बजट पास करने के तरीके पर भी सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी अलोकतांत्रिक तरीके से सरकार चला रही है. एमसीडी एक्ट का उलंघन किया जा रहा है. यही वजह है कि आज दिल्ली भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने निगम में असंवैधानिक रुप से बजट पास करने के विरोध में उपराज्यपाल विनय सक्सेना को ज्ञापन सौंपकर इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की है.
सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा कि निगम के अंदर सरेआम लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. मेयर शैली ओबरॉय ने हाउस से एक प्रस्ताव पास कर बिना चर्चा उन्होंने 10 करोड़ तक की वित्तीय शक्ति को बढ़ाकर 1500 करोड़ रुपए कर दिया है.
मेयर ने बजट को बताया ऐतिहासिक: मेयर शैली ओबराय ने बताया कि 16 हजार करोड़ का बजट पास किया गया है. जिसमें सड़कों के सुधार और मेंटेनेंस के लिए 1000 करोड़ का बजट है. गार्बेज मैनेजमेंट के लिए 400 करोड़ का फैट रखा गया है. मेयर हेड के लिए 500 करोड़ का बजट रखा गया है. गौशाला की व्यवस्था के लिए 15 करोड़ का बजट है. इसके अलावा ऐप 311, डोर 2 डोर सर्विस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मैकेनिकल स्वीपिंग, स्ट्रीट वेंडिंग सर्वे, पार्किंग, स्कूल व अस्पताल के लिए बजट की व्यवस्था की गई है.