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सीपी जोशी बोले- गहलोत को खुद के अलावा सभी नकारा-निकम्मा दिखाई देते हैं, जालोर-सिरोही में हो जाएगी योग्यता की परख - CP Joshi on Ashok Gehlot

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 31, 2024, 3:19 PM IST

राजस्थान में भीषण गर्मी के बीच नेताओं की बयानबाजी से सियासी पारे में भी उबाल आ रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री के नकारा-निकम्मा वाले बयान पर अब भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत को अपने अलावा सभी नकारा और निकम्मे दिखाई देते हैं.

CP Joshi on Ashok Gehlot
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी (ETV Bharat Jaipur)
सीपी जोशी का पलटवार (ETV Bharat Jaipur)

जयपुर. राजस्थान में भीषण गर्मी के बीच नेताओं की बयानबाजी से सियासी पारे में भी उबाल आ रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले दिनों कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए लोगों को नकारा-निकम्मा कहा तो अब भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने उनके इस बयान पर पलटवार किया है. सीपी जोशी ने कहा क अशोक गहलोत को अपने अलावा बाकि सभी लोग नकारा-निकम्मे दिखते हैं. वो ही अपने आपको योग्य दिखाते हैं. उस योग्यता की दूसरी बार परख जालोर-सिरोही में 4 जून को हो जाएगी.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस को बताना चाहिए कि उनकी कौनसी स्कीम थी और कौनसी बंद हो गई. आपने पांच साल तक राजस्थान में सत्ता का दोहन किया और जनता का शोषण किया. आपने वास्तव में राजस्थान की भलाई के लिए काम किया होता तो राजस्थान बिजली में आत्मनिर्भर होता. आपने वास्तव में जनता के भले के लिए सोचा होता तो ईआरसीपी धरातल पर होती. आपने जनता का भला सोचा होता तो यमुना जल समझौते पर दस्तखत करवा लिया होता. ईआरसीपी पर आपका मध्यप्रदेश के साथ समझौता नहीं है और आप कह रहे हो कि हमने ईआरसीपी सेंक्शन कर दी. किस तरह से पांच साल तक जनता को गुमराह किया. उसका परिणाम आज राजस्थान भुगत रहा है.

पढ़ें : पीसीसी चीफ डोटासरा का राज्य सरकार पर हमला, कहा- हीट वेव से मौत के आंकड़े छिपा रही सरकार - Dotasara Targeted State Government

बिजली में आत्मनिर्भर होगा राजस्थान : हमारी सरकार आने के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में पहले 100 दिन में भारत सरकार के सहयोग से मध्यप्रदेश के साथ समझौता किया और योजना को आगे बढ़ाया. जिसकी कल्पना नहीं की जा रही थी. वह काम भी किया और यमुना जल समझौता किया. बिजली के मामले में जब भी कांग्रेस की सरकार आई. किस प्रकार से समझौता किया. हर महीने हम दूसरे राज्यों को बिजली दे रहे हैं. उन्होंने बिजली के क्या हालात कर दिए हैं. उसका कौन जिम्मेदार है. हम आज राजस्थान की जनता से वादा करते हैं कि सीएम ने जिस प्रकार से बिजली का समझौता किया है. आने वाले समय में राजस्थान बिजली के मामले में आत्मनिर्भर होगा.

जनता 4 जून को देगी कांग्रेस को जवाब : कांग्रेस पार्टी एक राष्ट्रीय पार्टी है. जिस पार्टी के नेताओं ने इतने साल तक देश और प्रदेश में शासन किया. जो इस प्रणाली का हिस्सा रहे, उस पार्टी के नेताओं के द्वारा शब्दों का इस्तेमाल जिस प्रकार से किया जा रहा है. लगता है कि वो क्षेत्रीय पार्टी के नेताओं से भी बदतर है. क्षेत्रीय पार्टियां भी कम से कम ठीक से अपनी बात रखती हैं. कांग्रेस पार्टी के नेता कैसे-कैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं. बड़ी विचित्र बात है.

राजस्थान की जनता के आशीर्वाद से फिर से उस परंपरा को आगे बढ़ाने का काम राजस्थान की जनता करेगी. भाजपा की जीत होगी. उन्होंने विधानसभा चुनाव में भी कहा था कि हम 156 से ज्यादा सीटें जीतेंगे. राजस्थान की जनता ने जवाब दे दिया. अब भी राजस्थान की जनता का विश्वास भाजपा पर है. उन्होंने कई तरह की झूठी बातें कही हैं. लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया. उन्हें 4 जून को जवाब मिल जाएगा.

पढ़ें : पार्टी छोड़कर जाने वालों के बाद अब गहलोत का 'अपनों' पर निशाना, कहा- कई अवसरवादी और गद्दार पार्टी में रहते हैं - Ashok Gehlot Targets BJP

कांग्रेस की थी चिटफंड की सरकार : डोटासरा को फिर से वह कार्यक्रम और मुख्यमंत्री का भाषण याद दिलाता हूं. इस तरह के रिएक्शन के बाद तो कोई शर्म से ही इस प्रकार की बात नहीं करता. जहां शिक्षकों के सम्मेलन में शिक्षक कुर्सी पर उछल-उछल कर कहें कि भ्रष्टाचार चरम पर है. बिना भ्रष्टाचार के कोई काम और ट्रांसफर नहीं हो रहे हैं. उस बयान को फिर से देखना चाहिए. उनको बोलने से पहले आकलन करना चाहिए.

आपकी सरकार में क्या हुआ. उनकी चिटफंड की सरकार थी. यह सरकार भय और भ्रष्टाचार मुक्त, अपराध मुक्त राजस्थान के उद्देश्य को ध्यान में रखकर काम कर रही है. इनको तकलीफ इस बात की है कि पेपर लीक करने वाले लोग कैसे जेल में हैं. इनको तकलीफ इस बात की है कि अपराध करने वाले लोग जेल में कैसे जा रहे हैं. इन्हें इस बात की तकलीफ है कि जिन माफियाओं को इन्होंने पनपाया है. उन पर प्रहार कैसे हो रहा है. इनको तकलीफ इस बात की हो रही है कि जल जीवन मिशन में जिस तरह भ्रष्टाचार हुआ है. उस पर प्रहार कैसे हो रहा है. इनकी छटपटाहट स्वाभाविक है.

सीपी जोशी का पलटवार (ETV Bharat Jaipur)

जयपुर. राजस्थान में भीषण गर्मी के बीच नेताओं की बयानबाजी से सियासी पारे में भी उबाल आ रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले दिनों कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए लोगों को नकारा-निकम्मा कहा तो अब भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने उनके इस बयान पर पलटवार किया है. सीपी जोशी ने कहा क अशोक गहलोत को अपने अलावा बाकि सभी लोग नकारा-निकम्मे दिखते हैं. वो ही अपने आपको योग्य दिखाते हैं. उस योग्यता की दूसरी बार परख जालोर-सिरोही में 4 जून को हो जाएगी.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस को बताना चाहिए कि उनकी कौनसी स्कीम थी और कौनसी बंद हो गई. आपने पांच साल तक राजस्थान में सत्ता का दोहन किया और जनता का शोषण किया. आपने वास्तव में राजस्थान की भलाई के लिए काम किया होता तो राजस्थान बिजली में आत्मनिर्भर होता. आपने वास्तव में जनता के भले के लिए सोचा होता तो ईआरसीपी धरातल पर होती. आपने जनता का भला सोचा होता तो यमुना जल समझौते पर दस्तखत करवा लिया होता. ईआरसीपी पर आपका मध्यप्रदेश के साथ समझौता नहीं है और आप कह रहे हो कि हमने ईआरसीपी सेंक्शन कर दी. किस तरह से पांच साल तक जनता को गुमराह किया. उसका परिणाम आज राजस्थान भुगत रहा है.

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बिजली में आत्मनिर्भर होगा राजस्थान : हमारी सरकार आने के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में पहले 100 दिन में भारत सरकार के सहयोग से मध्यप्रदेश के साथ समझौता किया और योजना को आगे बढ़ाया. जिसकी कल्पना नहीं की जा रही थी. वह काम भी किया और यमुना जल समझौता किया. बिजली के मामले में जब भी कांग्रेस की सरकार आई. किस प्रकार से समझौता किया. हर महीने हम दूसरे राज्यों को बिजली दे रहे हैं. उन्होंने बिजली के क्या हालात कर दिए हैं. उसका कौन जिम्मेदार है. हम आज राजस्थान की जनता से वादा करते हैं कि सीएम ने जिस प्रकार से बिजली का समझौता किया है. आने वाले समय में राजस्थान बिजली के मामले में आत्मनिर्भर होगा.

जनता 4 जून को देगी कांग्रेस को जवाब : कांग्रेस पार्टी एक राष्ट्रीय पार्टी है. जिस पार्टी के नेताओं ने इतने साल तक देश और प्रदेश में शासन किया. जो इस प्रणाली का हिस्सा रहे, उस पार्टी के नेताओं के द्वारा शब्दों का इस्तेमाल जिस प्रकार से किया जा रहा है. लगता है कि वो क्षेत्रीय पार्टी के नेताओं से भी बदतर है. क्षेत्रीय पार्टियां भी कम से कम ठीक से अपनी बात रखती हैं. कांग्रेस पार्टी के नेता कैसे-कैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं. बड़ी विचित्र बात है.

राजस्थान की जनता के आशीर्वाद से फिर से उस परंपरा को आगे बढ़ाने का काम राजस्थान की जनता करेगी. भाजपा की जीत होगी. उन्होंने विधानसभा चुनाव में भी कहा था कि हम 156 से ज्यादा सीटें जीतेंगे. राजस्थान की जनता ने जवाब दे दिया. अब भी राजस्थान की जनता का विश्वास भाजपा पर है. उन्होंने कई तरह की झूठी बातें कही हैं. लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया. उन्हें 4 जून को जवाब मिल जाएगा.

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कांग्रेस की थी चिटफंड की सरकार : डोटासरा को फिर से वह कार्यक्रम और मुख्यमंत्री का भाषण याद दिलाता हूं. इस तरह के रिएक्शन के बाद तो कोई शर्म से ही इस प्रकार की बात नहीं करता. जहां शिक्षकों के सम्मेलन में शिक्षक कुर्सी पर उछल-उछल कर कहें कि भ्रष्टाचार चरम पर है. बिना भ्रष्टाचार के कोई काम और ट्रांसफर नहीं हो रहे हैं. उस बयान को फिर से देखना चाहिए. उनको बोलने से पहले आकलन करना चाहिए.

आपकी सरकार में क्या हुआ. उनकी चिटफंड की सरकार थी. यह सरकार भय और भ्रष्टाचार मुक्त, अपराध मुक्त राजस्थान के उद्देश्य को ध्यान में रखकर काम कर रही है. इनको तकलीफ इस बात की है कि पेपर लीक करने वाले लोग कैसे जेल में हैं. इनको तकलीफ इस बात की है कि अपराध करने वाले लोग जेल में कैसे जा रहे हैं. इन्हें इस बात की तकलीफ है कि जिन माफियाओं को इन्होंने पनपाया है. उन पर प्रहार कैसे हो रहा है. इनको तकलीफ इस बात की हो रही है कि जल जीवन मिशन में जिस तरह भ्रष्टाचार हुआ है. उस पर प्रहार कैसे हो रहा है. इनकी छटपटाहट स्वाभाविक है.

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