रांची: राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट को भारतीय जनता पार्टी ने उनके हृदय का उद्गार बताया है. भाजपा ने कहा है कि चंपाई का पोस्ट बेहद मार्मिक है. वहीं कांग्रेस ने कहा कि चंपाई सोरेन को अपनी बात पार्टी फोरम में रखनी चाहिए थी. जबकि जेएमएम की तरफ से इस मुद्दे पर कोई कुछ नहीं बोल रहा है.
चंपाई सोरेन के पोस्ट झारखंड भाजपा के मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक ने कहा कि अपमान की पीड़ा को पी जाना सबके लिए संभव नहीं है, लेकिन आज उन्होंने जो पोस्ट किया है, उसी तरह का अनुभव राज्य की जनता भी कर रही थी जब उनके हटाने की प्रक्रिया चल रही थी. उन्हें कहा कि पूरा पोस्ट बेहद मार्मिक है. भाजपा मीडिया प्रभारी ने कहा कि एक मुख्यमंत्री को सरकारी कार्यक्रम में जाने से रोका जाना, बिना मुख्यमंत्री की जानकारी के विधायक दल की बैठक बुलाये जाने का जिक्र उनके पोस्ट में है. यह सब जहां एक ओर झामुमो के वे लोग जो आज सत्ता में हैं उनका चरित्र दर्शाता है तो दूसरी ओर यह महसूस किया जा सकता है कि संविधान की शपथ लेकर मुख्यमंत्री बने व्यक्ति पर क्या गुजरी होगी.
शिवपूजन पाठक ने कहा कि चंपाई सोरेन ने ही महिलाओं के सम्मान के लिए माई कुई योजना शुरू की थी लेकिन उन्हें अपमानित करने के लिए उस योजना का नाम बदल कर मंईयां सम्मान योजना कर दिया गया. यह साबित करता है कि यह योजना हेमंत सोरेन की चंपाई अपमान योजना है जिसकी शुरुआत आज हुई है.
वहीं कांग्रेस ने कहा कि बोलने लिखने का अधिकार सभी को है लेकिन चंपाई सोरेन को पार्टी फोरम में अपनी बात रखनी चाहिए थी. कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने कहा कि अपनी बात रखने की आजादी सभी को है लेकिन चंपाई सोरेन को अपनी बात पार्टी फोरम में रखनी चाहिए थी.
इस पूरे प्रकरण पर झामुमो ने चुप्पी साध रखी है. झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्रतिक्रिया के लिए ईटीवी भारत ने केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय और पार्टी के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय से बात की, उन्होंने फोन पर कहा कि इस मुद्दे पर वह बाद में पार्टी का स्टैंड रखेंगे.
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