आजमगढ़:छठे चरण में होने वाले चुनाव के लिए आजमगढ़ और लालगंज सुरक्षित सीट से भाजपा प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया. इस दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी, एमएलसी दारा सिंह चौहान सहित अन्य नेता मौजूद रहे. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि दो चरणों में संपन्न हुए मतदान में विपक्ष की कोई गतिविधि नहीं दिखी, इसलिए मतदान प्रतिशत कम हुआ है.
बुधवार को तीखी धूप के बीच भाजपा के आजमगढ़ प्रत्याशी दिनेश लाल यादव व लालगंज की प्रत्याशी नीलम सोनकर रोड शो करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे. जहां से दोनों प्रत्याशियों ने अपने प्रस्तावकों के साथ नामांकन किया. नामांकन के बाद बाहर निकले भाजपा प्रत्याशियों ने अपनी-अपनी जीत का दावा किया. इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि हम पीएम मोदी के चार सौ के लक्ष्य को पूरा कर रहे हैं. कहा कि लगातार कम मतदान प्रतिशत के लिए विपक्ष जिम्मेदार है. क्योंकि कांग्रेस, सपा और बसपा के लोग चुनाव के पहले किसी भी प्रकार का रोड शो एवं रैलियां करने से परहेज करते हैं.
2019 में आजमगढ़ में एक भी सीट न मिलने के सवाल पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हम लोग समीक्षा करते हैं, जहां परिणाम अनकूल आते हैं वहां भी और जहां नहीं आते, वहां भी. 2019 में यूपी में 16 सीटें नहीं जीत पाए थे, उसमें आजमगढ़ की दोनों सीटें भी शामिल थीं, लेकिन बाद में हुए उपचुनाव में आजमगढ़ व रामपुर की जनता ने हमें आर्शीवाद दिया.
प्रदेश में पांच सीटें सपा के परिवार के सदस्यों को दिए जाने के सवाल पर उन्होने कहा कि समाज को इसके बारे में विचार करना चाहिए. बाकी लोग योग्य हैं या नहीं हैं, वे लड़ सकते हैं या नहीं लड़ सकते, यह सवाल तो समाज के लोगों को करना चाहिए.
मेनका ने किया नामांकन, वरुण की नामौजूदगी पर ये दिया जवाब
सुल्तानपुर से भाजपा प्रत्याशी मेनका गांधी ने बुधवार को लाव लश्कर के साथ कलेक्ट्रेट में नामांकन किया. इस दौरान उनके साथ कैबिनेट मंत्री संजय निषाद, केंद्रीय मंत्री आशीष पटेल के साथ स्थानीय विधायक मौजूद रहे. मेनका ने नामांकन के दौरान कहा कि उनकी प्रथमिकता विकास होगी. आरक्षण के मुद्दे पर कहा कि फेक वीडियो वायरल किया जा रहा है. आरक्षण को कोई भी बदल नही सकता.
बेटे वरुण गांधी की गैरमौजूदगी पर जब सवाल उठा तो मेनका ने कहा कि वो पहले भी नहीं थे. इस बार वरुण का टिकट कटने पर सवाल उठते रहे हैं लेकिन मेनका हमेशा जवाब टालती दिखाई दी हैं. मेनका गांधी के सामने इसबार चुनौतियां काफी हैं. सपा ने रामभुवाल को टिकट दिया है और बसपा ने भी बैकवर्ड कार्ड खेलते हुए उदराज वर्मा को प्रत्याशी बनाया है.