नई दिल्ली: दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच सियासी जंग तेज हो गई है. दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को ऐलान किया था कि आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी तो हम पुजारियों और ग्रंथियाों को 18000 रुपये प्रतिमा देंगे. इसकी शुरुआत हम दिल्ली के प्राचीन हनुमान मंदिर से करने जा रहे हैं. हालांकि अरविंद केजरीवाल को मंगलवार को यहां पर पहुंचना था, लेकिन उससे पहले ही भाजपा के कार्यकर्ता और नेता पहुंच गए. जिसकी वजह से अरविंद केजरीवाल यहां नहीं पहुंचे और वह मरघट वाले हनुमान मंदिर पहुंचे हैं.
अरविंद केजरीवाल से पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय गोयल आज हनुमान मंदिर पहुंचे, प्राचीन हनुमान मंदिर में उन्होंने पहले हनुमान जी के दर्शन किए उसके दौरान उनके साथ कई समर्थक भी पहुंचे हालांकि अरविंद केजरीवाल आज यहीं से पुजारी के रजिस्ट्रेशन की शुरूआत करने जा रहे थे, लेकिन वह यहां पर नहीं पहुंचे और पहले ही भाजपा के नेता मंदिर पहुंच गए और पुजारी ने भी इस चीज का विरोध किया, जिसके बाद केजरीवाल यहां नहीं पहुंचे.
केजरीवाल झूठे चुनावी वादे करते हैं: पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल झूठे चुनावी वादे करते हैं, सिर्फ चुनाव से पहले ही क्यों उन्हें मंदिर के पुजारी और ग्रंथियाों की याद आई है, इससे पहले याद नहीं आ. इससे पहले उन्होंने पुजारियों का भी अपमान किया है. आज अरविंद केजरीवाल को दिल्ली में अपनी हार दिख रही है. इसलिए घोषणा पर घोषणा करते जा रहे हैं. यह सिर्फ चुनावी स्टंट है और कुछ नहीं. आज तक अरविंद केजरीवाल ने यमुना को साफ नहीं किया है. यमुना को साफ करने का इन लोगों ने वादा किया था.
पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना की शुरुआत: बता दें कि विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में पूर्ण बहुमत से तीसरी बार लगातार सरकार बनने पर सभी मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारे के ग्रंथियों को प्रतिमाह 18 हज़ार रुपये देने का ऐलान किया है. मंगलवार से इसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया भी पार्टी ने शुरू कर दी है. केजरीवाल ने मंगलवार को कश्मीरी गेट स्थित मरघट वाले बाबा मंदिर से "पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना" का रजिस्ट्रेशन शुरू किया.
अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर लिखा, आज मरघट वाले बाबा के मंदिर (ISBT) में दर्शन किए और पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना का शुभारंभ किया. यहां के महंत का आज जन्मदिन है. उनके साथ जन्मदिन भी मनाया. बीजेपी ने आज रजिस्ट्रेशन को रोकने की पूरी कोशिश की, लेकिन भक्त को अपने भगवान से मिलने से कोई नहीं रोक सकता.
पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना है क्या? पुजारी-ग्रंथी सम्मान मंदिर और गुरुद्वारे में काम करने वाले पुजारियों और ग्रंथियों के लिए है. इस योजना के तहत दिल्ली के मंदिरों और गुरुद्वारों में सेवा करने वाले पुजारियों और ग्रंथियों को हर महीने 18 हजार रुपए दिए जाएंगे. दिल्ली सरकार का कहना है कि अगर उन्हें तीसरी बार सत्ता मिलती हैं तो वह पुजारियों और ग्रंथियों को 18 हजार रुपए महीने सम्मान राशि देंगे. उनका दावा है कि इस तरह की देश में यह पहली योजना होगी. इसका मकसद पुजारियों और ग्रंथियों की मदद करना है. इसके लिए आवेदन शुरू हो चुका है.
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