बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश का बिलासपुर शहर आज पूरा पुलिस छावनीं में तब्दील हो गया, जहां पर भी नजर दौड़ाए तो लोग कम बल्कि पुलिस अधिक दिखाई दे रही थी. ऐसा इसलिए क्योंकि एक ही समय पर बिलासपुर गोलीकांड मामले को लेकर भाजपा और कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन था. ऐसे में पुलिस प्रशासन के लिए शांति बनाए रखना एक बड़ा चैलेंज हो गया था. हालांकि कुछ समय के लिए हालात बहुत तनावपूर्ण हो गया था. लेकिन पुलिस प्रशासन ने माहौल को खराब होने नहीं दिया और शांतिपूर्ण तरीके से दोनों पक्षों ने अपनी विरोध रैली निकाली.
बता दें कि बिलासपुर नगर के चेतना चौक के समीप भाजपा की ओर से विरोध प्रदर्शन और रैली रखी गई थी, वहीं उसके कुछ देर बाद चंगर सेक्टर की ओर से पूर्व विधायक बंबर ठाकुर और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी विरोध रैली निकाली. गनीमत यह रही कि इस विरोध रैली में दोनों पक्ष के लोग आमने-सामने नहीं हुए, वरना यहां दोनों पक्षों के बीच तनाव की स्थिति पैदा हो सकती थी.
गौरतलब है कि बिलासपुर शहर में हुए गोलीकांड के बाद सदर पूर्व विधायक बंबर ठाकुर के बेटे के नाम सामने आने के बाद भाजपा इसको लेकर हमलावर हो गई और इसके विरोध में आज बिलासपुर में भाजपा का शीर्ष नेतृत्व भी बिलासपुर पहुंचा. भाजपा के ओर से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल, पूर्व सीएम जयराम ठाकुर, हमीरपुर सांसद अनुराग ठाकुर सहित कई भाजपा नेताओं ने विरोध रैली निकाली.
वहीं, पूर्व विधायक बंबर ठाकुर और कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा पूरे शहर में विरोध रैली निकाली गई. यह रैली डियारा सेक्टर में जाकर समाप्त की गई. इस रैली के साथ-साथ बिलासपुर पुलिस प्रशासन और एसडीएम सदर स्वयं साथ रहें, क्योंकि प्रशसन को कहीं न कहीं यह भी डर था कि अगर माहौल बिगड़ता है तो यहां पर संभालना मुश्किल हो जाएगा. इसी के चलते पुलिस प्रशासन की ओर से बस्सी बटालियन से पुलिस जवान भी बुलाए गए थे.
वहीं, बटालियन की बसें लगाकर ही भाजपा रैली को जाने वाले रास्ते बंद किए गए ताकि रैली के दौरान भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने न हो जाए. इन सभी व्यवस्थाओं को संभालने के लिए सदर एसडीएम अभिषेक कुमार गर्ग, डीएसपी हैडक्वाटर मदन धीमान, एएसपी शिव कुमार चौधरी सहित पुलिस के अन्य अधिकारी भी शहर के मुख्य स्थानों पर मौजूद रहें.