नई दिल्ली: चुनावी मौसम में आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नाम एक बार फिर सामने आ गया है. बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने RTI का हवाला दिया है. कहा है कि मुख्यमंत्री के घर पर सीवर टॉयलेट और अन्य कामों के लिए 29 करोड़ से अधिक खर्च किए गए हैं और इसमें फर्जीवाड़ा किया गया है. सिरसा ने यह भी कहा कि जल्द इसमें सीएम केजरीवाल पर एक नया केस दर्ज होगा.
सिरसा ने कहा कि आज 8वीं बार भी मुख्यमंत्री ने ईडी का समन मानने से इनकार कर दिया और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ईडी के सवालों का जवाब देने की मांग रखी है. अब अगर कल को अरविंद केजरीवाल को जेल जाना पड़े तो वह मांग करेंगे कि मेरे घर के बाहर ही सलाखें लगा दीजिए. मैं यहीं रहूंगा.
RTI में खर्चे का ब्यौरा: साथ ही सिरसा ने एक RTI का हवाला देकर कहा कि अरविंद केजरीवाल अगले केस की भी तैयारी कर लें, क्योंकि उन्होंने अपने शीश महल पर जो अनाप-शनाप खर्च किया है. उसमें अलग-अलग ठेकेदारों के नाम पर 29 करोड़ रुपये चार्ज किये गये हैं. काम करने वाले ठेकेदार का नाम है मनोजीर अहमद, जो बाद में उसकी कंपनी का नाम बन जाता है एमए बिल्डर, वही बिल्डर बाद में मोहम्मद अरशद बन जाता है और फिर उसके बाद ए.के. बिल्डर बन जाता है.
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सीएम केजरीवाल पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया: सिरसा ने कहा कि सारे काम नाम बदल-बदल कर 29 करोड़ के लिए किए गए, जो पूरी तरह से फ्रॉड है. उन्होंने आरोप लगाया कि ये सारा काम लाखों रुपए का था. इसे 29 करोड़ में दिया गया. उन्होंने सीएम केजरीवाल पर करोड़ों रुपये रिश्वत लेने का आरोप भी लगाया. देखना ये होगा कि पहले से ही कई मुद्दों पर घिरी आम आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, बीजेपी की इस आरटीआई का क्या जवाब देते हैं.
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