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बीसलपुर बांध की मानसून पर टिकी उम्मीदें, एडिशनल चीफ इंजीनियर ने किया डैम का निरीक्षण - Inspection Of Bisalpur Dam

Inspection Of Bisalpur Dam, भीषण गर्मी में गहराते जल संकट और बीसलपुर बांध में घटते जलस्तर के बीच एडिशनल चीफ इंजीनियर अजय त्यागी सोमवार को डैम के निरीक्षण के लिए पंहुचे. इस दौरान उन्होंने मानसून पूर्व बांध के गेटों के रख रखाव सहित आगे की तैयारियों और पेयजल के लिए उपलब्ध पानी सहित कई मुद्दों पर अधिकारियों से चर्चा की.

Inspection Of Bisalpur Dam
बीसलपुर बांध की मानसून पर टिकी उम्मीदें (ETV BHARAT Tonk)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 27, 2024, 8:31 PM IST

एडिशनल चीफ इंजीनियर अजय त्यागी (ETV BHARAT Tonk)

टोंक. राजस्थान में भीषण गर्मी के बीच गहराते जल संकट और बीसलपुर बांध में घटते जलस्तर के बीच एडिशनल चीफ इंजीनियर अजय त्यागी सोमवार को बीसलपुर डैम के निरीक्षण के लिए पंहुचे. इस दौरान उन्होंने मानसून पूर्व बांध के गेटों के रख रखाव सहित आगामी तैयारियों और पेयजल के लिए उपलब्ध पानी सहित कई मुद्दों पर परियोजना के अधिकारियों से चर्चा की. मौके पर मीडियाकर्मियों से रूबरू हुए एडिशनल चीफ इंजीनियर अजय त्यागी कहा कि बांध में मौजूद पानी मानसून तक के लिए पर्याप्त है. साथ ही उन्होंने कहा कि इस बार मानसून अच्छा रहने और समय से पूर्व राजस्थान पंहुचने की उम्मीद है.

त्यागी ने कहा कि मानसून से पहले प्रमुख तैयारियों खासकर गेटों के रख रखाव को लेकर उन्होंने परियोजना के अधिकारियों से बात की है. उन्होंने बताया कि गेटों के ऑयल ग्रीस के साथ ही इलेक्ट्रिक चेकिंग की जाती है, ताकि मानसून के दौरान बांध से पानी को डिस्चार्ज करते समय कोई दिक्कत न आए और आसानी से पानी की निकासी हो सके. दरअसल, सोमवार को अतिरिक्त मुख्य अभियंता अजय कुमार त्यागी के निरीक्षण के दौरान एसी वीरेंद्र सागर, अधिशाषी अभियंता मनीष बंसल, सहायक अभियंता मनीष चौधरी और कमलेश मीणा मौजूद थे. इस बीच गेट नंबर 10 और 11 को खोलकर बंद किया गया. साथ ही दोनों गेटों से संबंधित तकनीकी व्यवस्थाओं की भी जांच की गई.

इसे भी पढ़ें - बीसलपुर बांध के अगस्त और सितंबर में बांध के ओवरफुल होने की उम्मीद

वहीं, मानसून से पहले मई माह में बांध की जल भराव क्षमता के मुकाबले 30 प्रतिशत पानी की मौजूदगी और महज 11.789 टीएमसी पानी चिंता की बात है. पेयजल को लेकर जयपुर, अजमेर और टोंक के सवाल पर एडिशनल चीफ इंजीनियर ने कहा कि पेयजल के लिए अभी कोई चिंता की बात नहीं है, लेकिन मानसून के समय पर आने की उम्मीद कर रहे हैं. ताकि भविष्य में भी नियमित पेयजल सप्लाई जारी रह सके. मानसून पूर्व की तैयारियों के निरीक्षण और भविष्य की उम्मीदों के सवाल पर त्यागी ने कहा कि हमने बांध के गेटों के रख रखाव की तैयारियों को देखा है. हम आगे भी मानसून पूर्व की जो भी तैयारियां होती है, उसे मानसून से पहले पूरा कर लेंगे. त्यागी ने कहा कि मौसम विभाग ने इस बार अच्छे मानसून की भविष्यवाणी की है और समय से पहले मानसून के आने की संभावना जाहिर की गई है.

ईसरदा बांध में क्या इस बार मानसून के दौरान पानी का ठहराव होगा के सवाल पर त्यागी ने कहा कि हम पूरी तरह से प्रयासरत है कि मानसून के दौरान इस बार कुछ पानी हम ईसरदा बांध में भी रोक सके. अगर अगली बार 2025 तक ईसरदा बांध में क्षमता अनुसार पानी का ठहराव होने लगेगा.

इसे भी पढ़ें - बारां से बीसलपुर तक पांच नदियों को जोड़ता हुआ पहुंचेगा पानी, इस साल शुरू होगा दो बैराज का निर्माण

बांध में मौजूद है 30.46 प्रतिशत पानी : राजस्थान की राजधानी जयपुर, अजमेर और टोंक की लाइफलाइन कहे जाने वाले बीसलपुर बांध में 38.5 टीएमसी के मुकाबले 11.789 टीएमसी पानी मौजूद है. ऐसे में बांध में कुल क्षमता का 30.46 पानी है और मानसून पूर्व तक पेयजल सप्लाई के लिए बीसलपुर बांध पूरी तरह से तैयार है.

एडिशनल चीफ इंजीनियर अजय त्यागी (ETV BHARAT Tonk)

टोंक. राजस्थान में भीषण गर्मी के बीच गहराते जल संकट और बीसलपुर बांध में घटते जलस्तर के बीच एडिशनल चीफ इंजीनियर अजय त्यागी सोमवार को बीसलपुर डैम के निरीक्षण के लिए पंहुचे. इस दौरान उन्होंने मानसून पूर्व बांध के गेटों के रख रखाव सहित आगामी तैयारियों और पेयजल के लिए उपलब्ध पानी सहित कई मुद्दों पर परियोजना के अधिकारियों से चर्चा की. मौके पर मीडियाकर्मियों से रूबरू हुए एडिशनल चीफ इंजीनियर अजय त्यागी कहा कि बांध में मौजूद पानी मानसून तक के लिए पर्याप्त है. साथ ही उन्होंने कहा कि इस बार मानसून अच्छा रहने और समय से पूर्व राजस्थान पंहुचने की उम्मीद है.

त्यागी ने कहा कि मानसून से पहले प्रमुख तैयारियों खासकर गेटों के रख रखाव को लेकर उन्होंने परियोजना के अधिकारियों से बात की है. उन्होंने बताया कि गेटों के ऑयल ग्रीस के साथ ही इलेक्ट्रिक चेकिंग की जाती है, ताकि मानसून के दौरान बांध से पानी को डिस्चार्ज करते समय कोई दिक्कत न आए और आसानी से पानी की निकासी हो सके. दरअसल, सोमवार को अतिरिक्त मुख्य अभियंता अजय कुमार त्यागी के निरीक्षण के दौरान एसी वीरेंद्र सागर, अधिशाषी अभियंता मनीष बंसल, सहायक अभियंता मनीष चौधरी और कमलेश मीणा मौजूद थे. इस बीच गेट नंबर 10 और 11 को खोलकर बंद किया गया. साथ ही दोनों गेटों से संबंधित तकनीकी व्यवस्थाओं की भी जांच की गई.

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वहीं, मानसून से पहले मई माह में बांध की जल भराव क्षमता के मुकाबले 30 प्रतिशत पानी की मौजूदगी और महज 11.789 टीएमसी पानी चिंता की बात है. पेयजल को लेकर जयपुर, अजमेर और टोंक के सवाल पर एडिशनल चीफ इंजीनियर ने कहा कि पेयजल के लिए अभी कोई चिंता की बात नहीं है, लेकिन मानसून के समय पर आने की उम्मीद कर रहे हैं. ताकि भविष्य में भी नियमित पेयजल सप्लाई जारी रह सके. मानसून पूर्व की तैयारियों के निरीक्षण और भविष्य की उम्मीदों के सवाल पर त्यागी ने कहा कि हमने बांध के गेटों के रख रखाव की तैयारियों को देखा है. हम आगे भी मानसून पूर्व की जो भी तैयारियां होती है, उसे मानसून से पहले पूरा कर लेंगे. त्यागी ने कहा कि मौसम विभाग ने इस बार अच्छे मानसून की भविष्यवाणी की है और समय से पहले मानसून के आने की संभावना जाहिर की गई है.

ईसरदा बांध में क्या इस बार मानसून के दौरान पानी का ठहराव होगा के सवाल पर त्यागी ने कहा कि हम पूरी तरह से प्रयासरत है कि मानसून के दौरान इस बार कुछ पानी हम ईसरदा बांध में भी रोक सके. अगर अगली बार 2025 तक ईसरदा बांध में क्षमता अनुसार पानी का ठहराव होने लगेगा.

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बांध में मौजूद है 30.46 प्रतिशत पानी : राजस्थान की राजधानी जयपुर, अजमेर और टोंक की लाइफलाइन कहे जाने वाले बीसलपुर बांध में 38.5 टीएमसी के मुकाबले 11.789 टीएमसी पानी मौजूद है. ऐसे में बांध में कुल क्षमता का 30.46 पानी है और मानसून पूर्व तक पेयजल सप्लाई के लिए बीसलपुर बांध पूरी तरह से तैयार है.

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