अयोध्या : राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के जन्मोत्सव के मौके पर आयोजित संत सम्मेलन में कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम भाग लेने पहुंचे. गुरुवार को आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि 500 वर्षों के संघर्ष के बाद हजारों लोगों के बलिदानियों के बाद वह शुभ घड़ी आज नहीं आती यदि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न होते. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व महंत नृत्य गोपाल दास के नेतृत्व में 22 जनवरी को भव्य प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन किया गया.
उन्होंने कहा कि ऐसी शुभ घड़ी पर कुछ संदेश ऐसे होने चाहिए जो हमारे दिल और मस्तक तक उतर जाएं. हमारे सनातन धर्म को कमजोर किया जा रहा है. इसके लिए हमारे बीच जाति के नाम पर दीवारें खड़ी की जा रही हैं, जिसे यहीं रोकना होगा, नहीं तो चिराग जलाकर ढूंढने से भी सनातन नजर नहीं आएगा. उन्होंने कहा कि अयोध्या आना एक परम सौभाग्य का विषय है. अयोध्या की माटी को माथे पर लगाना यह सौभाग्य का विषय है. नृत्य गोपाल दास ने सनातन के लिए बड़ा कार्य किया है. मैं कल्कि धाम से अयोध्या धाम महाराज की शुभकामनाएं संदेश लेकर पहुंचा हूं.
उन्होंने कहा कि पेपर लीक होना छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होना जैसा है, इसको रुकना चाहिए. कहा कि भारत सरकार इसको गंभीरता से लेगी और राज्य सरकार को भी को गंभीरता से लेना चाहिए. आचार्य प्रमोद कृष्ण ने कहा कि जहां परीक्षा होती है, वहां बच्चों के भविष्य का सवाल होता है, इस तरह का अपराध क्षमा योग्य नहीं है. कथावाचक प्रदीप मिश्रा के बयान पर भी उन्होंने प्रक्रिया दी. उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति के कुछ कहने से ना ही भगवान कृष्णा छोटे होंगे और ना ही राधा रानी छोटी हो जाएंगी. अगर प्रदीप मिश्रा ने कुछ ऐसा बोला है कि लोगों की भावना को ठेस पहुंची है तो उनको क्षमा मांगनी चाहिए.
अयोध्या वासियों को ट्रोल किए जाने को लेकर कहा कि अयोध्या वासी वंदनीय हैं. अयोध्या भगवान राम की प्रिय धरा है. उसके बारे में कोई क्या कह सकता है. चुनाव हारना और जितना यह अलग विषय है. अयोध्या कभी हार ही नहीं सकती. किसी राजनीतिक दल के प्रत्याशी का हारना अयोध्या की हार नहीं है. अयोध्या सनातन का केंद्र है
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