रामनगर: जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क बाघों के लिए अपनी खास पहचान रखता है. बाघों के साथ ही यहां पर पक्षियों की गणना भी होती है. इसी क्रम में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के पूरे 13 रेंज में इस बार हर वर्ष की तरह सर्दियों के मौसम में की जाने वाली गणना का कार्य आज से शुरू हो गया है. यह कार्य 23 जनवरी तक चलेगा. जिसमें पक्षियों के आंकड़ों का पता लगेगा.
23 जनवरी तक चलेगी पक्षियों की गणना: बता दें कि सर्दियों के मौसम में साइबेरियन पक्षियों के साथ-साथ अन्य कई पक्षी कॉर्बेट पार्क के जलाशयों और कॉर्बेट पार्क में आते हैं, क्योंकि कॉर्बेट पार्क के जंगल जैव विविधता के लिए अव्वल माने जाते हैं. विश्लेषण के बाद नतीजों की घोषणा कॉर्बेट प्रशासन द्वारा की जाएगी. हर वर्ष गर्मियों और सर्दियों में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में पक्षियों की गणना का कार्य किया जाता है. इस बार सर्दियों की गणना 20 जनवरी से 23 जनवरी तक होगी. जिसमें कई स्थानीय और बाहर से आए पक्षी विशेषज्ञों द्वारा यह गणना का कार्य किया जाएगा.
वन विभाग को सौंपे जाएंगे आंकड़े: पक्षी प्रेमी दीप ने बताया कि हम जलाशय में रहने वाले पक्षियों की गणना का कार्य कर रहे हैं. इसके आंकड़ों को उनके द्वारा वन विभाग को सौंपा जाएगा. इसमें स्थानीय पक्षी प्रेमियों के साथ ही बाहर से आए विशेषज्ञों के सहयोग से यह गणना का कार्य किया जा रहा है, जिससे पक्षियों के आंकड़ों का पता चल सकेगा. वहीं, कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक दिगंत नायक ने बताया कि आज से पक्षियों की गणना का कार्य शुरू होकर तीन दिनों तक चलेगा. जिसमें सर्दियों में आने वाले पक्षियों की तादाद का भी पता चल सकेगा. उन्होंने कहा कि अभी कॉर्बेट लैंडस्केप में 500 से अधिक पक्षी पाए जाते हैं.
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पक्षियों की 500 से ज्यादा प्रजातियां हैं यहां: बता दें कि पार्क के अलग-अलग रेंजों में ग्रेहॉर्न बिल, पाइड हॉर्नबिल, जंगली मुर्गे, सारस, हंस विभिन्न प्रकार के तोते, मैना, नाइट जार, बया, कोयल, चील, बाज, गिद्ध, जलमुर्गी, नीलकंठ, विभिन्न प्रकार के तीतर, बटेर, मोर, हॉर्नबिल, कठफोड़वा, डव, किंगफिशर, बार्बेट, बुलबुल, बी-ईटर, स्टॉक और क्रेन आदि 500 से ज्यादा प्रकार के पक्षी पाए जाते हैं.
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