कोरिया : जिला अस्पताल कोरिया में मेडिकल वेस्ट प्रबंधन को लेकर गंभीर लापरवाही देखने को मिल रही है. अस्पताल से निकलने वाले मेडिकल कचरे को एनआरसी, सीटी स्कैन सेंटर और शौचालय के पास खुले में डंप किया जा रहा है. इसकी वजह से यहां आने जाने वाले मरीजों और उनके परिजनों को न केवल असुविधा का सामना करना पड़ता है, बल्कि स्वास्थ्य संबंधी खतरे भी बढ़ गए हैं.
मेडिकल वेस्ट से लोग परेशान : जिला अस्पताल परिसर कोरिया में डंप किए गए कचरे की तेज दुर्गंध ने यहां का माहौल दूषित कर दिया है. इस रास्ते न केवल आम लोग बल्कि पोस्टमार्टम के लिए आने जाने वाले लोग भी करते हैं. मेडिकल वेस्ट की वजह स्थिति और गंभीर हो गई है. लगातार फैल रही बदबू और गंदगी के कारण जिला अस्पताल आने वाले लोग असहज महसूस कर रहे हैं.
कलेक्टर ने दिया कार्रवाई का भरोसा : कोरिया कलेक्टर चंदन त्रिपाठी ने बताया कि बायोमेडिकल वेस्ट के निपटान के लिए पहले से ही प्राइवेट कंपनी से एग्रीमेंट किया गया है, जो इसे समय समय पर ले जाती है. यह प्रक्रिया पूरे राज्य में लागू है. कलेक्टर ने एनआरसी केंद्र के बाहर बायोमेडिकल वेस्ट डंप करने की जांच कराने की बात कही है. साथ ही शिकायत सही पाए जाने पर कचरे की निपचान की सही व्यवस्था करने का भरोसा दिया है.
एनआरसी केंद्र के बाहर बायोमेडिकल वेस्ट रखे जाने की बात पर मैं जांच करवाऊंगी. अगर वेस्ट अव्यवस्थित तरीके से रखा गया है या दुर्गंध की समस्या हो रही है, तो इसके समाधान के लिए तुरंत उचित व्यवस्था कराई जाएगी : चंदन त्रिपाठी, कलेक्टर, कोरिया
संक्रमण का मडराया खडराया : जिला अस्पताल परिसर कोरिया का मेडिकल वेस्ट प्रेमाबाग डॉक्टर कॉलोनी तक असर डाल रहा है. इस इलाके में रहने वाले डॉक्टर और उनके परिजन भी इसके दुर्गंध से परेशान हैं. वहीं मेडिकल वेस्ट के चलते संभावित संक्रमण के खतरे से लोग सहमे हुए हैं. यह स्थिति स्थानीय निवासियों के लिए असहनीय बनती जा रही है.