साहिबगंज: बरहरवा प्रखंड के बिंदवासनी मंदिर में हुई चोरी के मामले में कमेटी ने अनुराग आनंद नामर शख्स को पकड़ा और फिर रांगा थाने के हवाले कर दिया. रांगा थाना की पुलिस पूछताछ के लिए उसको थाना लाने वाली ही थी कि अचानक युवक की तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती करना पड़ा.
बता दें कि तबीयत बिगड़ने पर पहले उसे सीएचसी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे रेफर कर दिया. इसके बाद पुलिस और परिजनों ने रविवार को साहिबगंज सदर अस्पताल में भर्ती कराया. इलाज के बाद डॉक्टर ने युवक को फिर से दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया. बताया जा रहा है कि युवक की हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा था और युवक सेंसलेस हो गया. जिसके बाद ऑक्सीजन के सहारे युवक को पश्चिम बंगाल के मालदा जिला के निजी अस्पताल ले जाया गया.
रांगा थाना प्रभारी अखिलेश यादव ने बताया कि युवक को मालदा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. युवक को फिलहाल आईसीयू में रखा गया है. युवक के शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं है. पुलिस का कहना है कि शायद युवक ने ऐसा कुछ खाया हो, जिसकी वजह से यह हालत हो गई. हालांकि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ साफ हो पाएगा.
पूर्व कमेटी का आरोप
बरहरवा प्रखंड के बिंदवासनी मंदिर को सीएम हेमंत सोरेन ने पर्यटन क्षेत्र का दर्जा दिया है. नवरात्रि में यहां विशाल मेला लगता है. सीएम के कार्यकाल में पूर्व कमेटी को हटाकर नई कमेटी बनायी गई. यहीं से मंदिर को लेकर राजनीति शुरू हुई. पूर्व कमेटी का कहना है कि वर्तमान के कमेटी ने युवक को पीटा है, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई है.
जबकि वर्तमान कमेटी का कहना है कि युवक आरएसएस से जुड़ा है. इसलिए इस मामले को राजनीतिक रंग दिया जा रहा है. हालांकि थाना प्रभारी का भी कहना है कि युवक के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं मिले हैं. युवक ने संभवत: हिरासत के दौरान कुछ खा लिया होगा, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई है.
ये भी पढ़ें: साहिबगंज में सड़क दुर्घटना: घाटी में पलट गई एंबुलेंस, बाल-बाल बची पांच लोगों की जान
ये भी पढ़ें: मंदिर से मूर्ति चोरी कर भाग रहे दो चोर को ग्रामीणों पकड़ा, एक की कर दी पिटाई