नवादा: बिहार के नवादा जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. जहां रील्स बना रहे बाइक चालकों द्वारा एक बच्चे को कुचल दिया गया. हादसा जिले के गोविंदपुर प्रखंड अंतर्गत अकबरपुर-थाली रोड पर हुआ. जहां बच्चे की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. मृतक बच्चे की पहचान दनियार गांव के चंदन मांझी के 7 वर्षीय पुत्र कार्तिक कुमार के रूप में की गई है. मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है. घर के एकलौता पुत्र की मौत के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. घटना की जानकारी स्थानीय लोगों द्वारा थाने को दी गयी है.
घटना स्थल पर पहुंचे थानाध्यक्ष: वहीं, सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष विकास चंद्र यादव व एस आई ललन कुमार दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर जायजा लिया और शव को कब्जे में लेने की प्रयास किया. गुस्साए ग्रामीणों ने मुआवजे को लेकर सड़क को जाम कर दिया और सरकारी मुआवजे की मांग पर अड़े रहे. जिसके बाद BDO नीरज कुमार राय घटनास्थल पर पहुंचे और सरकारी मुआवजे दिलवाने तथा परिवारिक लाभ के तहत बीस हजार रुपए देने की बात कही और लोगों को समझा बुझाकर शांत करवाया गया.
ट्रक से सामान उतार रहा था परिवार: मृतक के चचेरे भाई ने बताया कि हम सभी परिवार कानपुर ईंट भट्ठा पर से काम कर नौ महीने बाद वापस घर लौटे थे. हम सभी ट्रक से सामान उतार रहे थे और बच्चा कार्तिक पास में खड़ा था. तभी तेज रफ्तार बाइक सवारों ने सड़क किनारे खड़े कार्तिक को रौंद दिया. जिससे उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई.
मुआवजे दिलवाने का अश्वाशन दिया: थानाध्यक्ष विकास चंद्र यादव एवं BDO नीरज कुमार राय के द्वारा सरकारी मुआवजे दिलवाने का अश्वाशन पर लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया और जाम को हटवाया गया. वहीं, थानाध्यक्ष द्वारा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है. बताया जा रहा कि चार बाइक सवार रील्स बना रहे थे .इसी दरम्यान बाइक चालकों ने सड़क किनारे खड़े बच्चे को रौंद दिया. जिससे बच्चे की मौत हो गई. वहीं, तीन बाइक भी क्षतिग्रस्त हो गई. इस दौरान एक बाइक चालक भागने में सफल रहा.
"शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल नवादा भेज दिया गया. दुर्घटनाग्रस्त तीन बाइक को जब्त कर थाने लाया गया है, जिसका नंबर बीआर 46 सी 1264, बीआर 27 आर 3538 और बीआर 27 यू 7733 है. बताया जा रहा कि मृतक बच्चा अपने माता-पिता का एक मात्र पुत्र था. पुत्र की अचानक मौत हो जाने से माता- पिता व परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है." - विकास चंद्र यादव, थानाध्यक्ष