पटना: बिहार में परिवहन व्यवस्था को और सुगम बनाने के लिए परिवहन विभाग ने अनेक अंतरराज्यीय मार्गों पर बस सेवा चलाने का निर्णय लिया है. इसको लेकर विभाग बिहार से जुड़े अन्तर्राज्यीय मार्गों पर परमिट के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेगा. अन्तर्राज्यीय मार्गों के विभिन्न रुटों पर परमिट के लिए कुल 4965 रिक्ति है, इसके लिए विभिन्न रुटों का राज्यवार रिक्ति भड़ी जाएगी.
परिवहन विभाग की पहल: परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने जानकारी दी कि विभाग ने यात्रियों के सुगम और सुलभ आवागमन को ध्यान में रखते हुए फैसला लिया है. जिसके तहत अन्तर्राज्यीय मार्गों पर बस परिचालन के लिए परमिट की प्रक्रिया को आसान किया जाएगा. इससे राज्य के वाहन मालिकों और परिचालकों के लिए एक बेहतरीन अवसर प्रदान होगा, जो अब परमिट लेकर अधिकृत मार्गों पर बस सेवा प्रारंभ कर सकते हैं.
बिहार और अन्य राज्यों के बीच बढ़ेगी परिवहन सेवा: परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि शीघ्र ही अन्तर्राज्यीय मार्गों पर परमिट की रिक्ति निकाली जायेगी. राज्यवार परमिट की रिक्ति संबंधित जानकारी परिवहन विभाग की वेबसाइट पर अपलोड किया जायेगा. वाहन मालिकों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है.
"राज्य परिवहन प्राधिकरण एवं क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण की नियमित बैठकों में परमिट स्वीकृत दी जा रही है. इससे न केवल यात्रियों के आवागमन आसान होगा, बल्कि राज्य के परिवहन क्षेत्र में सुधार लाने के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगी."-संजय कुमार अग्रवाल, परिवहन सचिव
परमिट के लिए कर सकते हैं ऑनलाइन आवेदन: परमिट प्राप्त करने के इच्छुक वाहन मालिक संबंधित रिक्त मार्गों के लिए 30 जनवरी 2025 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. परमिट के लिए आवेदन करने से पहले आवेदकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके पास सभी वैध दस्तावेज यानि की वाहन का पंजीकरण, फिटनेस प्रमाणपत्र, बीमा, आदि उपलब्ध हैं.
अन्तर्राज्यीय मार्गों के किस रुट पर कितनी रिक्ति: बिहार-उतर प्रदेश में परिवहन निगम और निजी 80 रिक्ति, बिहार-ओडिसा में 3 रिक्ति, बिहार-झारखंड में 4692 रिक्ति, बिहार-बंगाल के बीच 120 रिक्ति और बिहार-छतीसगढ़ के बीच 70 रिक्ति है. वहीं कुल 4965 रिक्ति है.
अन्तर्राज्यीय मार्गों पर परमिट की स्वीकृति: बिहार के साथ झारखंड, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश और ओडिशा जैसे पड़ोसी राज्यों के बीच बसों के संचालन को लेकर मार्ग चिन्हित किए गए हैं. जिसके तहत बिहार-झारखंड के बीच 200 मार्ग, बिहार-पश्चिम बंगाल के बीच 45 मार्ग, बिहार-छत्तीसगढ़ के बीच 28 मार्ग, बिहार-उत्तर प्रदेश के बीच परिवहन निगम के लिए 25 मार्ग और निजी परिचालकों के लिए 09 मार्ग. वहीं बिहार-ओडिशा के बीच 16 मार्ग चिन्हित किए गए हैं.
अंतर्राज्यीय मार्गों पर परमिट के फायदे: बिहार और पड़ोसी राज्यों के बीच यात्रियों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी होती है. बिहार के बाहर रहने वाले बिहारियों को आसानी से यात्रा करने में मदद मिलती है. परिवहन सेवा से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे. वहीं निजी परिचालकों और एसटीयू के लिए अलग-अलग मार्ग सुनिश्चित किए गए हैं.