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स्कूल टाइमिंग बदलने को लेकर शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर किया विरोध, चुनाव बाद दी आंदोलन की चेतावनी - Protest In Patna

Teacher Protest In Patna: बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ की तरफ से शुक्रवार को हाथों पर काला पट्टी बांधकर शिक्षा विभाग के फैसले का विरोध किया गया. इस दौरान संघ के अध्यक्ष ने आने वाले समय में बड़ा आंदोलन करने का भी ऐलान किया है. बता दें कि स्कूलों के समय में बदलाव को लेकर शिक्षकों में नाराजगी है, उनका कहना है कि स्कूलों को सुबह 6.30 या 7 बजे से संचालित किया जाए.

Teacher Protest In Patna
स्कूल टाइमिंग बदलने को लेकर शिक्षकों ने काला पट्टी बांधकर किया विरोध (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : May 24, 2024, 2:31 PM IST

पटना: बिहार में सरकारी विद्यालयों का संचालन सुबह 6 बजे से 12 बजे तक हो रहा है. इसके बाद दोपहर 12 से 1:30 बजे तक विशेष कक्षा का संचालन हो रहा है. स्कूल संचालक की इस अवधि को लेकर के शिक्षकों में नाराजगी देखने को मिल रही है, जिसके बाद अब शिक्षकों का विरोध प्रदर्शन भी शुरू हो गया है.

संचालन में बदलाव की मांग: शिक्षक और शिक्षक संगठनों की मांग है कि सुबह में 6:30 बजे अथवा 7:00 बजे से विद्यालयों का संचालन किया जाए. इतनी सुबह शिक्षकों को विद्यालय आने में कठिनाई हो रही है. सुबह विद्यालय पहुंचने के लिए यातायात के सही साधन भी नहीं मिलते है, जिसके कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

शिक्षा विभाग को लिख चुके है पत्र: इसके विरोध में प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर प्रदेश भर के विद्यालयों में शिक्षकों ने हाथों पर काला पट्टी बांधकर शैक्षणिक कार्य किया और विरोध प्रकट किया. प्राथमिक शिक्षक संघ ने पूर्व में ही पत्र लिखकर शिक्षा विभाग और बिहार सरकार को इस बाबत सूचना दी थी कि 24 मई तक विद्यालय के संचालन की समय अवधि परिवर्तित नहीं होती है तो 24 में को शिक्षक हाथों में काला पट्टी लगाकर विरोध करेंगे.

शिक्षक करेंगे बड़ा आंदोलन: इसी के परिणाम स्वरुप संघ से जुड़े विभिन्न कोटि के शिक्षकों ने प्रदेश के अलग-अलग जिलों में विद्यालयों में हाथों पर काला पट्टी बांधकर शैक्षणिक कार्य किया और अपना विरोध व्यक्त किया. इसके साथ ही शिक्षकों ने चेतावनी भी अच्छी सरकारी यदि अभी से भी सचेत नहीं होती है और समय परिवर्तित नहीं करती है आने वाले समय में लोकसभा चुनाव के बाद शिक्षकों का बड़ा आंदोलन खड़ा होगा.

"आज शिक्षकों ने काला पट्टी बांधकर विरोध जताया है. सरकार के शिक्षा विरोधी और शिक्षक विरोधी नीतियों के विरोध में यह कार्यक्रम चलाया गया है. शिक्षा विभाग अपने तानाशाही फैसले को परिवर्तित नहीं करता है और विद्यालय संचालन की समय अवधि में सुधार नहीं करता है तो आने वाले समय में व्यापक आंदोलन होगा." - मनोज कुमार, अध्यक्ष, बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ

काला पट्टी बांधकर विरोध: संघ ने पूर्व में ही यह सूचित कर दिया था कि शिक्षक भविष्य में विद्यालयों में पूर्ण तालाबंदी भी कर सकते हैं और इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी. अभी शिक्षकों ने काला पट्टी बांधकर विरोध किया है और चुनाव का समय चल रहा है. शिक्षा विभाग सचेत नहीं होता है तो लोकसभा चुनाव के बाद शिक्षकों का एक बड़ा आंदोलन पूरे प्रदेश भर में होगा. विद्यालयों का अभी के समय संचालन सुबह 7:00 से 12:00 बजे होना चाहिए और 12:30 बजे तक शिक्षकों की छुट्टी हो जानी चाहिए. इसके अलावा बात-बात पर शिक्षकों का वेतन काटना बंद किया जाए, यह भी उनकी मांग है.

इसे भी पढ़े- KK Pathak के फरमान के खिलाफ कोचिंग संस्थानों के शिक्षकों का विरोध, काली पट्टी बांधकर जतायी नाराजगी

पटना: बिहार में सरकारी विद्यालयों का संचालन सुबह 6 बजे से 12 बजे तक हो रहा है. इसके बाद दोपहर 12 से 1:30 बजे तक विशेष कक्षा का संचालन हो रहा है. स्कूल संचालक की इस अवधि को लेकर के शिक्षकों में नाराजगी देखने को मिल रही है, जिसके बाद अब शिक्षकों का विरोध प्रदर्शन भी शुरू हो गया है.

संचालन में बदलाव की मांग: शिक्षक और शिक्षक संगठनों की मांग है कि सुबह में 6:30 बजे अथवा 7:00 बजे से विद्यालयों का संचालन किया जाए. इतनी सुबह शिक्षकों को विद्यालय आने में कठिनाई हो रही है. सुबह विद्यालय पहुंचने के लिए यातायात के सही साधन भी नहीं मिलते है, जिसके कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

शिक्षा विभाग को लिख चुके है पत्र: इसके विरोध में प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर प्रदेश भर के विद्यालयों में शिक्षकों ने हाथों पर काला पट्टी बांधकर शैक्षणिक कार्य किया और विरोध प्रकट किया. प्राथमिक शिक्षक संघ ने पूर्व में ही पत्र लिखकर शिक्षा विभाग और बिहार सरकार को इस बाबत सूचना दी थी कि 24 मई तक विद्यालय के संचालन की समय अवधि परिवर्तित नहीं होती है तो 24 में को शिक्षक हाथों में काला पट्टी लगाकर विरोध करेंगे.

शिक्षक करेंगे बड़ा आंदोलन: इसी के परिणाम स्वरुप संघ से जुड़े विभिन्न कोटि के शिक्षकों ने प्रदेश के अलग-अलग जिलों में विद्यालयों में हाथों पर काला पट्टी बांधकर शैक्षणिक कार्य किया और अपना विरोध व्यक्त किया. इसके साथ ही शिक्षकों ने चेतावनी भी अच्छी सरकारी यदि अभी से भी सचेत नहीं होती है और समय परिवर्तित नहीं करती है आने वाले समय में लोकसभा चुनाव के बाद शिक्षकों का बड़ा आंदोलन खड़ा होगा.

"आज शिक्षकों ने काला पट्टी बांधकर विरोध जताया है. सरकार के शिक्षा विरोधी और शिक्षक विरोधी नीतियों के विरोध में यह कार्यक्रम चलाया गया है. शिक्षा विभाग अपने तानाशाही फैसले को परिवर्तित नहीं करता है और विद्यालय संचालन की समय अवधि में सुधार नहीं करता है तो आने वाले समय में व्यापक आंदोलन होगा." - मनोज कुमार, अध्यक्ष, बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ

काला पट्टी बांधकर विरोध: संघ ने पूर्व में ही यह सूचित कर दिया था कि शिक्षक भविष्य में विद्यालयों में पूर्ण तालाबंदी भी कर सकते हैं और इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी. अभी शिक्षकों ने काला पट्टी बांधकर विरोध किया है और चुनाव का समय चल रहा है. शिक्षा विभाग सचेत नहीं होता है तो लोकसभा चुनाव के बाद शिक्षकों का एक बड़ा आंदोलन पूरे प्रदेश भर में होगा. विद्यालयों का अभी के समय संचालन सुबह 7:00 से 12:00 बजे होना चाहिए और 12:30 बजे तक शिक्षकों की छुट्टी हो जानी चाहिए. इसके अलावा बात-बात पर शिक्षकों का वेतन काटना बंद किया जाए, यह भी उनकी मांग है.

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