ETV Bharat / state

जानिए कौन था बिहार का कुख्यात सरोज राय, जिसका हरियाणा में हुआ एनकाउंटर - SAROJ RAI ENCOUNTER

बिहार के कुख्यात अपराधी सरोज राय का हरियाणा में एकाउंटर कर दिया गया. मानेसर में एसटीएफ ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया.

सरोज राय
सरोज राय ढ़ेर. (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 29, 2024, 11:53 AM IST

सीतामढ़ीः बिहार का कुख्यात अपराधी हरियाणा में एसटीएफ से मुठभेड़ में मारा गया. एसटीएफ ने कुख्ताय अपराधी सरोज राय का एनकाउंटर कर दिया. इसपर 2 लाख रुपये का इनाम था. कुख्यात की पहचान सरोज राय के रूप में हुई है, जो रुन्नीसैदपुर थाना क्षेत्र के बतरौली गांव निवासी बालेश्वर राय का पुत्र था. एसीपी वरुण दहिया ने बताया कि गुरुवार को मानसेर में हरियाणा और बिहार पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई की.

"बिहार एसटीएफ और हमारी क्राइम ब्रांच की टीम ने पकड़ने की कोशिश की. पकड़ने के दौरान इसने पुलिस के ऊपर फायरिंग की. बिहार एसटीएफ के एक जवान के हाथ में गोली लगी है. अन्य अधिकारी को भी गोली लगी लेकिन बुलेट प्रुफ जैकेट के कारण बच गए. आरोपी की ओर फायरिंग के दौरान पुलिस की ओर से भी जवाबी कार्रवाई की गयी जिसमें उक्त आरोपी की गोली लगने से मौत हो गयी." -वरुण दहिया, एसीपी

गोलाबारी के निशान.
गोलाबारी के निशान. (ETV Bharat)

विधायक को दी थी धमकीः सरोज राय पर सीतामढ़ी के शिवहर में हत्या, रंगदारी सहित 26 आपराधिक मामले दर्ज थे. सरोज पहले कुख्यात संतोष झा गिरोह के लिए काम करता था. हाल में इसने जदयू विधायक पंकज मिश्रा को जान से मारने की धमकी दी थी. इसकी शिकायत विधायक के सचिव ने पुलिस से की थी. इसके बाद STF का गठन कर गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही थी.

व्यवसायी की हत्या के बाद सुर्खियों में थाः 9 जनवरी 2015 को दवा व्यवसायी यतिंद्र खेतान की हत्या शहर के किरण चौक पर कर दी थी. व्यवासायी दुकान बंद कर अपने घर लौट रहा था. सरोज ने अपने साथियों के साथ मिलकर दवा व्यवसायी यतिंद्र खेतान की हत्या कर दी थी. पुलिस ने सरोज की गिरफ्तारी को लेकर एसटीएफ का गठन किया था. दिल्ली से गिरफ्तारी के बाद कोर्ट ने जेल भेज दिया था.

माका-ए-वारदात
माका-ए-वारदात (ETV Bharat)

जेल से ही वसूलता था रंगदारीः जानकारी के अनुसार सरोज लगातार जेल से ही व्यवसायियों से रंगदारी वसूल करता था. इसको लेकर भी व्यवसायियों की शिकायत पर पुलिस ने सरोज पर नगर थाने में मामला दर्ज किया था. अपराध की दुनिया में कदम रखते ही सरोज संतोष झा गिरोह के लिए काम करता था. संतोष झा गिरोह के फाइनेंशियल नेटवर्क कहे जाने वाले चिरंजीव सागर का दाहिना हाथ माना जाता था.

घटनास्थल को घेरा गया.
घटनास्थल को घेरा गया. (ETV Bharat)

कई हत्या मामले का आरोपीः हाल के दिनों में मुखिया मुन्ना मिश्रा की हत्या मामले में सरोज गिरोह नजर में था. पुलिस को आशंका थी कि इसकी संलिप्ता हो सकती है. सड़क निर्माण कंपनी के मुंशी की भी हत्या सरोज ने 2019 में कर दी थी. इसको लेकर थाने में भी मामला दर्ज है.

यह भी पढ़ेंः मोतिहारी पुलिस और अपराधी में एनकाउंटर, कुख्यात समीर सिंह पहुंचा अस्पताल

सीतामढ़ीः बिहार का कुख्यात अपराधी हरियाणा में एसटीएफ से मुठभेड़ में मारा गया. एसटीएफ ने कुख्ताय अपराधी सरोज राय का एनकाउंटर कर दिया. इसपर 2 लाख रुपये का इनाम था. कुख्यात की पहचान सरोज राय के रूप में हुई है, जो रुन्नीसैदपुर थाना क्षेत्र के बतरौली गांव निवासी बालेश्वर राय का पुत्र था. एसीपी वरुण दहिया ने बताया कि गुरुवार को मानसेर में हरियाणा और बिहार पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई की.

"बिहार एसटीएफ और हमारी क्राइम ब्रांच की टीम ने पकड़ने की कोशिश की. पकड़ने के दौरान इसने पुलिस के ऊपर फायरिंग की. बिहार एसटीएफ के एक जवान के हाथ में गोली लगी है. अन्य अधिकारी को भी गोली लगी लेकिन बुलेट प्रुफ जैकेट के कारण बच गए. आरोपी की ओर फायरिंग के दौरान पुलिस की ओर से भी जवाबी कार्रवाई की गयी जिसमें उक्त आरोपी की गोली लगने से मौत हो गयी." -वरुण दहिया, एसीपी

गोलाबारी के निशान.
गोलाबारी के निशान. (ETV Bharat)

विधायक को दी थी धमकीः सरोज राय पर सीतामढ़ी के शिवहर में हत्या, रंगदारी सहित 26 आपराधिक मामले दर्ज थे. सरोज पहले कुख्यात संतोष झा गिरोह के लिए काम करता था. हाल में इसने जदयू विधायक पंकज मिश्रा को जान से मारने की धमकी दी थी. इसकी शिकायत विधायक के सचिव ने पुलिस से की थी. इसके बाद STF का गठन कर गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही थी.

व्यवसायी की हत्या के बाद सुर्खियों में थाः 9 जनवरी 2015 को दवा व्यवसायी यतिंद्र खेतान की हत्या शहर के किरण चौक पर कर दी थी. व्यवासायी दुकान बंद कर अपने घर लौट रहा था. सरोज ने अपने साथियों के साथ मिलकर दवा व्यवसायी यतिंद्र खेतान की हत्या कर दी थी. पुलिस ने सरोज की गिरफ्तारी को लेकर एसटीएफ का गठन किया था. दिल्ली से गिरफ्तारी के बाद कोर्ट ने जेल भेज दिया था.

माका-ए-वारदात
माका-ए-वारदात (ETV Bharat)

जेल से ही वसूलता था रंगदारीः जानकारी के अनुसार सरोज लगातार जेल से ही व्यवसायियों से रंगदारी वसूल करता था. इसको लेकर भी व्यवसायियों की शिकायत पर पुलिस ने सरोज पर नगर थाने में मामला दर्ज किया था. अपराध की दुनिया में कदम रखते ही सरोज संतोष झा गिरोह के लिए काम करता था. संतोष झा गिरोह के फाइनेंशियल नेटवर्क कहे जाने वाले चिरंजीव सागर का दाहिना हाथ माना जाता था.

घटनास्थल को घेरा गया.
घटनास्थल को घेरा गया. (ETV Bharat)

कई हत्या मामले का आरोपीः हाल के दिनों में मुखिया मुन्ना मिश्रा की हत्या मामले में सरोज गिरोह नजर में था. पुलिस को आशंका थी कि इसकी संलिप्ता हो सकती है. सड़क निर्माण कंपनी के मुंशी की भी हत्या सरोज ने 2019 में कर दी थी. इसको लेकर थाने में भी मामला दर्ज है.

यह भी पढ़ेंः मोतिहारी पुलिस और अपराधी में एनकाउंटर, कुख्यात समीर सिंह पहुंचा अस्पताल

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.