पटना: बिहार के क्रिकेट प्रेमियों के लिए खुशखबरी है. बिहार क्रिकेट एसोसिएशन ने पटना के मोइनुल हक स्टेडियम को मॉडर्न स्पोर्ट्स हब में बदलने का निर्णय लिया है. यह जानकारी बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश तिवारी ने दी है.
स्टेडियम में कई अपग्रेड देखने को मिलेंगे: उन्होंने बताया है कि खिलाड़ियों और फैन्स को समान रूप से सुविधाएं प्रदान करने के लिए इसमें कई अपग्रेड देखने को मिलेंगे. पिछले महीने ही बिहार क्रिकेट एसोसिएशन ने सरकार से मोइनुल-हक स्टेडियम का लम्बी अवधि के लिए अधिग्रहण किया था. यह स्टेडियम वर्तमान में बिहार क्रिकेट टीम का घरेलू मैदान भी है.
वर्ल्ड क्लास बुनियादी ढांचा दिया जाएगा: राकेश तिवारी ने बताया कि लोकसभा चुनाव समाप्त होने के बाद क्रिकेट कॉम्प्लेक्स परिसर बनाने के लिए समझौते के कागजातों पर हस्ताक्षर किया जाएगा. इस स्टेडियम में मुख्य तौर पर दो स्टैंडर्ड साइज के मैदान शामिल होगा. इनमें एक मुख्य क्रिकेट स्टेडियम होगा और दूसरा बोर्ड मैचों और अन्य मुकाबलों की सुविधा के लिए होगा.अत्याधुनिक सुविधा और वर्ल्ड क्लास बुनियादी ढांचा के साथ बिहार में क्रिकेट का भविष्य उज्ज्वल होगा और इसका मंच तैयार हो रहा है.
50 से 60 कमरा होगा तैयार: बता दें कि क्रिकेट कॉम्प्लेक्स परिसर में सबसे उन्नत तकनीक वाला क्लब हाउस, कॉर्पोरेट बॉक्स और हॉस्पिटैलिटी लाउंज होगा. मुख्य स्टेडियम में बीसीसीआई अध्यक्ष ,सेक्रेटरी बॉक्स, मेम्बर्स गैलरी, जनरल गैलरी और 40 से 50 हजार दर्शकों के बैठने के लिए स्टैंड्स रखा जाएगा. इसके अलावा कैंटीन और पांच सितारा सुविधाओं वाले 50 से 60 कमरा तैयार किया जाएगा.
इन चिजों की होगी सुविधा: बिहार क्रिकेट एसोसिएशन राकेश तिवारी ने कहा कि मोइनुल-हक स्टेडियम में घरेलू और बाहरी दोनों टीमों के लिए ड्रेसिंग रूम, फिजियो मसाज रूम, मनोरंजन और रिफ्रेशमेंट के लिए भी जगह रहेगी. इसके अलावा इनडोर क्रिकेट प्रैक्टिस एरीना, स्विमिंग पूल, दिन और रात में आउटडोर प्रैक्टिस की सुविधा रहेगी.इसके अलावा ड्रेनेज सिस्टम और पानी स्टोरेज करने का सिस्टम भी होगा. प्रवेश और निकास के लिए अलग अलग गेट होगा.
सलाहकारों से लिया जाएगा परामर्श: उन्होंने यह भी बताया कि फ्लडलाइट्स और बिजली बैकअप सिस्टम और बुनियादी ढांचा का रखरखाव का प्रावधान किया जाएगा. बीसीए अध्यक्ष राकेश तिवारी ने मोइनुल-हक स्टेडियम के आसपास हो रहे विकास के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आर्किटेक्ट्स, इंजीनियरों, ठेकेदारों और विशेषज्ञों के अलावा आईसीसी और बीसीसीआई के प्रतिनिधियों और सलाहकारों से परामर्श लिया जाएगा.
रणजी मैच के दौरान हुई किरकिरी: बता दें कि मुंबई के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच भी यहाँ खेला गया था. मैच के दौरान इस स्टेडियम को लेकर के सरकार की काफी किरकिरी हुई थी. स्टेडियम के अंदर कपड़े सुखाए जा रहे थे दर्शक दीर्घा को डेंजर जोन घोषित किया गया था. इसके बावजूद भी क्रिकेट प्रेमी उत्साह के साथ स्टेडियम में पहुंच करके मैच का आनंद लिया था. मोइनुल हक स्टेडियम 1969 में स्थापना के बाद से यह स्टेडियम 9 अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी कर चुका है.
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