पटना: मौसम में बदलाव के साथ जहां एक तरफ पटना में सर्दी-खांसी के मामले बढ़ गए हैं. वहीं कोरोना संक्रमण के मामले भी बढ़ने लगे हैं. मंगलवार को पटना जिले में एक दिन में कोरोना के 51 नए मामले मिले हैं. इसमें कई मामले बैकलॉग के हैं. बीते एक सप्ताह में पटना में किसी दिन 15 मामले मिल रहे हैं तो किसी दिन 11 मामले मिल रहे हैं. हालांकि सिविल सर्जन कार्यालय की ओर से जानकारी दी गई है कि सभी मरीज संक्रमण के हल्के लक्षण से संक्रमित हैं और जहां मामले मिल रहे हैं, वहां फॉगिंग कराई जा रही है.
क्या कहते हैं चिकित्सक?: वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर दिवाकर तेजस्वी का कहना है कि कोरोना अब सामान्य स्थिति में आ चुका है लेकिन अभी भी इससे बचाव की आवश्यकता है. कोई भी वायरस जब एक बार आ जाता तो वह खत्म नहीं होता और कोरोना भी खत्म कभी नहीं होगा. हालांकि इसकी सीवीयरीटी समय के साथ धीरे-धीरे कम होती जाएगी.
"अभी मौसम बदल रहा है और सर्दी से गर्मी की ओर शिफ्ट हो रहा है. दिन में गर्मी तो रात में सर्दी का एहसास हो रहा है. इस कारण इस समय लोगों का इम्यून सिस्टम डाउन होना सामान्य है. ऐसे में संक्रमण के लक्षण महसूस हो रहे हैं तो जरूरी है कि चेहरे पर मास्क का प्रयोग करें, ताकि उनके कारण दूसरे लोग संक्रमित ना हो."- दिवाकर तेजस्वी, डॉक्टर
वैक्सीनेशन काफी कारगर साबित: वहीं जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉक्टर एसपी विनायक ने बताया कि वैक्सीनेशन काफी कारगर साबित हुआ है. यही वजह है कि लोग संक्रमित भी हो रहे हैं तो गंभीर लक्षण नहीं दिख रहे हैं. यह एक सुखद संदेश भी है कि एंटीबॉडी काफी हद तक विकसित हो गई है. हालांकि अभी भी जिले में काफी लोग हैं, जो बूस्टर डोज नहीं लिए हैं.
बूस्टर डोज लेने की अपील: डॉक्टर एसपी विनायक के मुताबिक बीते दिनों 5000 वैक्सीन की डोज आई थी तो अब तक एक वायल ही खुला है. गर्दनीबाग अस्पताल में अभी भी 4980 डोज वैक्सीन का उपलब्ध है. वह अपील करेंगे कि जिसका बूस्टर डोज ड्यू है, वह गर्दनीबाग अस्पताल लाकर बूस्टर डोज का टीका लगवा लें. यह संक्रमण की गंभीरता को शरीर में कम करेगा.
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