पटनाः बिहार को विशेष राज्य का दर्जा पर केंद्र सरकार के जवाब से बिहार में सियासत तेज हो गई है. मंगलवार को बिहार विधानसभा मानसून सत्र के दौरान इसको लेकर विपक्ष ने हंगामा किया. सीएम नीतीश कुमार मानसून सत्र के दौरान बिहार विधानसभा पहुंचे. इस दौरान मीडिया ने इसको लेकर सवाल किया तो उन्होंने साफ-साफ कहा कि सब कुछ धीरे-धीरे जानिएगा. वहीं दूसरी ओर विपक्ष केंद्र सरकार के जवाब को मानने के लिए तैयार नहीं है. विधानसभा के बाहर जमकर नारेबाजी की.
'विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला दुर्भाग्यपूर्ण': भाकपा माले विधायक सत्येंद्र यादव ने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार है. नीतीश कुमार भी उनके साथ हैं. सीएम नीतीश कुमार ही बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा की मांग करते रहे हैं और उन्हीं की सरकार ने ऐसा करने से मना कर दिया. माले विधायक ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया. इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार को झुनझुना थमाने का काम किया है.
"बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए. बिहार एक बीमारू प्रदेश है. यहां ना खनिज पदार्थ का भंडार है ना ही बड़ी-बड़ी फैक्ट्री है. ऐसे में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना जरूरी है. इससे आम आदमी को फायदा होगा. अगर केंद्र में बैठी सरकार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं देती है तो हमलोग आंदोलन करेंगे." -सत्येंद्र यादव, भाकपा माले विधायक
'बीजेपी से समर्थन वापस लें नीतीश कुमार': विधानसभा के बाहर प्रदर्शन कर रहे सीपीआईएम विधायक अजय कुमार ने कहा कि नीतीश जी ने बिहार की जनता को विशेष राज्य का दर्जा मिलने का आश्वासन दिया था. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जी का वादा कहां गया इसके बारे में उन्हें बताना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर नीतीश जी की बात केंद्र सरकार नहीं मान रही है तो उन्हें केंद्र सरकार से समर्थन वापस ले लेना चाहिए.
"सीएम नीतीश कुमार को केंद्र सरकार से समर्थन वापस ले लेना चाहिए. नीतीश कुमार ने बिहार के लोगों को विशेष राज्य का दर्जा मिलने का अश्वासन दिया था लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. केंद्र सरकार नीतीश कुमार की भी बात नहीं मान रही है." - अजय कुमार, सीपीआईएम विधायक
झुनझुना लेकर पहुंचे विपक्षः दूसरी ओर कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने कहा कि आज बच्चों के खेलने वाला झुनझुना लेकर सदन में पहुंचेंगे. शकील अहमद खान ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य के दर्जे के मामले में केंद्र सरकार ने बिहार सरकार को झुनझुना थमा दिया है. यही कारण है कि वह आज सदन में सत्ताधारी दल को झुनझुना देंगे. इस दौरान उन्होंने नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा.
"केंद्र सरकार ने बिहार सरकार को झुनझुना थमाने का काम किया है. इसलिए हमलोग झुनझुना लेकर पहुंचे हैं. इस झुनझुना को हमलोग सरकार को देंगे. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने से मना कर दिया है. प्रधानमंत्री ने बिहार को विशेश राज्य के दर्जे की मांग पर झुनझुना देने का काम किया." -शकील अहमद खान, कांग्रेस विधायक
राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि विशेष राज्य की मांग को लेकर उनकी पार्टी शुरू से बिहार सरकार के समर्थन में थी लेकिन अब केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री ने कल स्पष्ट कर दिया कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलेगा. भाई वीरेंद्र ने कहा कि मुख्यमंत्री को यह बताना चाहिए कि आखिर बिहार के साथ ऐसा सौतेला व्यवहार क्यों हो रहा है. राजद विधायक रणविजय साहू ने कहा कि नीतीश कुमार को इस्तीफा दे देना चाहिए.
"आज विपक्षी पार्टी सदन के अंदर विशेष राज्य के दर्जे को लेकर सरकार से सवाल पूछेगी. सरकार को बताना चाहिए कि ऐसा क्यों हुआ? हमारी पार्टी शुरू से इसके समर्थन में रही है लेकिन केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री के जवाब से बिहार की जनता दुखी है. इसलिए हमलोग नीतीश कुमार से जवाब मांगेंगे." -भाई वीरेंद्र, राजद विधायक
बिजेपी ने सरकार के जवाब का किया समर्थनः इधर विपक्ष के द्वारा हंगामा पर भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि अब देश में विशेष राज्य के दर्जे को लेकर कोई प्रावधान नहीं है. इसीलिए किसी भी राज्य को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जा सकता. हालांकि इस दौरान उन्होंने बिहार को विशेष पैकेज मिलने की बात कही. उन्होंने सोमवार को केंद्रीय राज्य मंत्री के जवाब का समर्थन किया.
"विशेष राज्य का दर्जे को लेकर कोई प्रावधान नहीं है. जहां तक बिहार के विकास की बात है तो बिहार को विशेष पैकेज मिलेगा. विशेष राज्य के दर्जे की बात करने वाले लोग यही कल्पना कर रहे हैं कि पटना स्टेशन से उनको चांद का टिकट मिल जाएगा." -हरिभूषण ठाकुर बचौल, बीजेपी विधायक
मंगलवार को बिहार विधानसभा के बाहर पोर्टिको में काफी देर तक विपक्षों ने हंगामा किया है. वाम दलों के सदस्यों ने कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार के साथ विश्वास घात किया है. नीतीश कुमार को केंद्र सरकार से बाहर निकल जाना चाहिए. विपक्षी सदस्य पोस्टर लेकर विधानसभा के बाहर काफी देर तक हंगामा किया. माले के विधायक अजीत कुमार ने कहा कि यह केंद्र सरकार और बीजेपी का बिहार के साथ विश्वास घात है हमलोग इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे.
सदन के बाहर विपक्ष का हंगामाः विपक्ष का विरोध देखते हुए सीएम नीतीश कुमार सहित सभी मंत्री विधान परिषद के मुख्य द्वार से ही सदन में दाखिल हुए. विधानसभा के मुख्यद्वार पर बिपक्षी सदस्य विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर हंगामा कर रहे थे. बता दें कि सोमवार को सदन में केंद्रीय राज्य मंत्री ने पंकज चौधरी ने बताया कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जा सकता है क्योंकि इसको लेकर जो प्रावधान है उसमें बिहार कहीं भी शामिल नहीं है.
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