रायपुर: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा चुनाव 2024 में भी भाजपा ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा. मोदी की गारंटी पूरी करने के वादे और दाव ने भाजपा को 11 में से 10 सीटें दिलाई. साल 2019 में दो लोकसभा सीटें जीतने वाली कांग्रेस इस बार सिर्फ एक कोरबा सीट हासिल करने में सफल रही.भाजपा की तेज तर्रार नेता सरोज पांडे को ज्योत्सना महंत से करारी हार मिली. कांग्रेस के के दिग्गज और पूर्व सीएम भूपेश बघेल भी चुनाव हार गए.
10 लोकसभा सीट पर खिला कमल: भाजपा ने रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर, सरगुजा (एसटी), रायगढ़ (एसटी), कांकेर (एसटी), बस्तर (एसटी) और जांजगीर-चांपा (एससी) सीटों पर जीत हासिल की जबकि कांग्रेस कोरबा में विजयी हुई. हाई प्रोफाइल रायपुर सीट पर भाजपा के प्रभावशाली नेता और राज्यमंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय को 5,75,285 मतों के रिकॉर्ड अंतर से हराया. अग्रवाल को 10,50,351 वोट मिले, जबकि उपाध्याय को 4,75,066 वोट मिले. छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस उम्मीदवार बघेल को राजनांदगांव लोकसभा सीट पर भाजपा के मौजूदा सांसद संतोष पांडे के हाथों 44411 मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा.
छत्तीसगढ़ की बड़ी जीत
प्रत्याशी | लोकसभा सीट | वोट |
बृजमोहन अग्रवाल (भाजपा) | रायपुर | 575285 |
विजय बघेल (भाजपा) | दुर्ग | 438226 |
राधेश्याम राठिया (भाजपा) | रायगढ़ | 240391 |
तोखन साहू (भाजपा) | बिलासपुर | 164558 |
रूप कुमारी चौधरी (भाजपा) | महासमुंद | 145456 |
बृजमोहन अग्रवाल : बृजमोहन अग्रवाल छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री हैं. रायपुर दक्षिण सीट से 8 बार भाजपा के टिकट पर विधायक चुने गए हैं. पटवा सरकार में भी मंत्री पद पर रहे. रमन सिंह के 15 साल के शासन काल में तीन बार मंत्री बने. बृजमोहन अग्रवाल एकमात्र ऐसे नेता जो एक ही सीट से पांच बार विधायक चुने गए.
विजय बघेल: विजय बघेल दुर्ग से भाजपा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भतीजे हैं. विधानसभा चुनाव में पाटन सीट से विजय बघेल ने चाचा भूपेश बघेल के खिलाफ ताल ठोकी. हालांकि चुनाव में करारी हार मिली. हार के बावजूद भाजपा ने लोकसभा चुनाव का टिकट दिया और अपने प्रतिद्वंदी राजेंद्र साहू को 4 लाख से ज्यादा वोटों से हराया.
राधेश्याम राठिया: 90 के दशक से भारतीय जनता से पार्टी से जुड़े हैं. बीजेपी में कार्यकर्ता के पद से राजनीति की शुरुआत की और रायगढ़ लोकसभा चुनाव 2024 जीतकर सांसद बने. राठिया की छवि जुझारु नेता के रूप में रही.
तोखन साहू: तोखन साहू की छवि एक साफ और सुलझे हुए नेता की रही है. भाजपा के कई पदों पर काम कर चुके हैं. राजनीति का लंबा अनुभव और उनके बेहतर छवि को देखते हुए पार्टी आलाकमान ने लोकसभा चुनाव लड़वाया. जिसमें साहू ने बेहतर रिजल्ट दिया.
रूपकुमारी चौधरी: रूप कुमारी चौधरी साल 2015 से लेकर 2018 तक संसदीय सचिव रहीं. बसना विधानसभा से विधायक बनने से पहले वो जिला पंचायत की सदस्य रहीं. संघ की नजरों में भी उनकी छवि बेहतर मानी जाती रही है. इसी को देखते हुए पार्टी ने उन्हें सांसद लड़ने का टिकट दिया. जिसमें उन्होंने भारी वोटों से जीत दर्ज की.
छत्तीसगढ़ की छोटी जीत
प्रत्याशी | लोकसभा सीट | वोट |
भोजराज नाग (भाजपा) | कांकेर | 1884 |
भोजराज नाग: कांकेर में बैगा के नाम से मशहूर भोजराज नाग का छवि कट्टर हिंदूवादी नेता के रूप में है. लंबे समय से भाजपा और संघ से जुड़े हैं.साल 2014 में अंतागढ़ विधानसभा उपचुनाव जीता. साल 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने सिटिंग सांसद मोहन मंडावी का टिकट काटकर भोजराज नाग को चुनावी मैदान में मौका दिया. कांग्रेस प्रत्याशी बीरेश ठाकुर से नाग को कड़ी टक्कर मिली. सिर्फ 1884 वोटों के अंतर से भोजराज नाग को जीत मिली.
इन सीटों पर एवरेज रहा परफोर्मेंस:
- राजनांदगांव लोकसभा सीट से संतोष पांडेय ने भूपेश बघेल को 44411 वोटों से हराया
- सरगुजा सीट से चिंतामणि महाराज ने कांग्रेस की शशि सिंह को 64822 वोटों से हराया.
- जांजगीर चांपा लोकसभा सीट से बीजेपी की कमलेश जांगड़े ने कांग्रेस प्रत्याशी शिव कुमार डहरिया को 60000 वोटों से मात दी.
- बस्तर लोकसभा सीट से बीजेपी के महेश कश्यप ने कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व मंत्री कवासी लखमा को 55245 वोटों से हरा दिया है.
- कोरबा लोकसभा सीट से कांग्रेस की ज्योत्सना महंत ने बीजेपी की तेज तर्रार नेता सरोज पांडेय को 43283 वोटों से हराया.