वैशाली : देश की राजनीति में बिहार की राजनीति का बेहद अहम रोल रहा है. बिहार की 40 लोकसभा सीटों में हाजीपुर लोकसभा सीट हॉट केक बनी हुई है. चाचा पशुपति पारस और भतीजे चिराग की सियासी जंग चर्चा में रही अब राजद के लोकसभा प्रत्याशी शिवचंद्र राम ने बाहरी और भीतरी का मुद्दा उठाकर सियासी चाल चल दी है. ऐसे में चिराग के सामने चुनौती कम नहीं है.
बाहरी और भीतरी का मुद्दा गरमाया: चिराग पासवान ने भी शिवचंद्र राम के इस बाहरी और भीतरी मुद्दे का माकूल जवाब दिया और कह दिया कि हाजीपुर उनकी रगों में लहू बनकर दौड़ता है. NDA उम्मीदवार चिराग पासवान और महागठबंधन के प्रत्याशी शिवचंद्र राम दोनों हाजीपुर के हजरत ख्वाजा की मजार पर चादरपोशी करने गए थे. कुछ मिनटों के अंतराल में दोनों वहीं टकरा गए और शिवचंद्र राम ने बाहरी-भीतरी का मुद्दा उछाल दिया. शिवचंद्र राम ने हाजीपुर के बेटे को चुनने की अपील की तो चिराग पासवान ने इमोशनल कार्ड चला.
''मैं उस मां की गोद में हूं जिसे मेरे पिता ने अपनी मां का दर्जा दिया. उनकी गोद में मैं यहां पर आया हूं, इसी ने मेरा संरक्षण किया, जब मेरा घर पार्टी परिवार टूटा तो मैं सबसे पहले 5 जुलाई 2021 को हाजीपुर आया था. यहीं से आशीर्वाद लेकर निकला था, जिसका परिणाम है कि आज बिहार में जिस तरीके से गठबंधन में हम लोगों को सम्मान दिया गया. ऐसे में हाजीपुर को मेरे पिता ने अपनी मां माना ही लेकिन हकीकत में एक मां की तरह मुझे संरक्षण और सम्मान दिया. अगर मैं हाजीपुर के लिए बाहरी हूं तो मुझे नहीं पता कि बाहरी या अपना की क्या परिभाषा होती है. हाजीपुर की धरती मेरे रगों में लघु बनकर संबंध दौड़ता है.''- चिराग पासवान, हाजीपुर से लोकसभा प्रत्याशी
बाहरी हटाओ हाजीपुर का बेटा लाओ : इससे पहले मजार पर चादरपोशी के बाद राजद के टिकट पर हाजीपुर लोकसभा से चुनाव लड़ रहे शिवचंद्र राम ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हाजीपुर की जनता मन बन चुकी है कि हम घर के बेटा को लाएंगे. अब गिरवी नहीं रहेंगे. 47 सालों तक हाजीपुर गिरवी रहा. हमने उनके पिताजी को भी देखा, उनके चाचा को देखा औरअब इनको भी देखेंगे?
''हाजीपुर में घर के बेटा शिवचंद्र राम को आशीर्वाद मिल रहा है. सभी जाति धर्म के लोगों का आशीर्वाद हमें मिलेगा. 47 साल से हाजीपुर गिरवी रहा. हाजीपुर संसदीय क्षेत्र की महान जनता ने नारा दे दिया है कि बाहरी हटाओ हाजीपुर के बेटा को लाओ.''- शिवचंद्र राम, महागठबंधन से प्रत्याशी
हाजीपुर में कांटे की टक्कर : दोनों गठबंधन के प्रत्याशियों ने अपना अपना दांव चला है. देखना है कि जनता किसपर अपनी मुहर लगाती है. शिवचंद्र राम ने बाहरी का मुद्दा उठाकर चिराग की जड़ पर ही हमला किया है जबकि चिराग पासवान ने हाजीपुर को अपने रग रग में समाया हुआ बताकर शिवचंद्र राम के आरोपों का काउंटर किया है. साथ ही उन्होंने इमोशनल कार्ड भी चला है.
हाजीपुर में 20 मई को मतदान : बिहार में इस बार सभी 7 चरणों में मतदान होने हैं. 19 अप्रैल को पहले चरण का मतदान होंगे. जबकि हाजीपुर लोकसभा सीट पर पांचवे चरण में वोटिंग होगी. 20 मई को यहां मतदान डाले जाएंगे. चिराग पासवान की एलजेपीआर बिहार में 5 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. जबकि पशुपति पारस को कोई भी सीट NDA की ओर से नहीं मिली है. ये और बात है कि वो फिर भी एनडीए के साथ मैदान में डंटे हुए हैं.