रांची: राजधानी रांची के आधा दर्जन से ज्यादा थानेदार जल्द बदले जाएंगे. खासकर वैसे थानेदार जो अपने-अपने क्षेत्र में अपराध की घटनाओं को रोक नहीं पा रहे हैं, उन पर जल्द चाबुक चलेगा. जिन थानेदारों को हटाया जाएगा उनकी जगह-अलग अलग जिलों से आए पुलिस अफसरों को पदस्थापित किया जाएगा.
बेहतर अफसरों की टीम मांगी गई
रांची पुलिस के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि पुलिस मुख्यालय से राजधानी के लिए एक दर्जन तेज तर्रार पुलिस इंस्पेक्टर मांगे गए हैं. जिन पुलिस अफसरों के नाम पुलिस मुख्यालय को रांची के लिए भेजे गए हैं, वह सभी रांची में पूर्व में काम कर चुके हैं और कानून व्यवस्था में बेहतर काम करते रहे हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार इंस्पेक्टर स्तर के जिन अफसरों के नाम पुलिस मुख्यालय को भेजे गए हैं, उस पर मुहर भी लग गई है. आने वाले दो से तीन दिनों में सभी की पोस्टिंग रांची में हो जाएगी. इसके बाद उन्हें अलग-अलग स्थान में पदस्थापित किया जाएगा.
इंस्पेक्टर स्तर के अफसरों की कमी
राजधानी रांची में इंस्पेक्टर स्तर के काबिल अफसरों की बेहद कमी है. कई ऐसे इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी भी हैं जो थानों में बेहतर परफॉर्म नहीं कर पा रहे हैं. लेकिन इंस्पेक्टर रैंक के अफसरों की कमी होने के वजह से उन्हें ही थाना प्रभारी बनाकर रखा गया है. राजधानी में बढ़ते अपराध के ग्राफ को देखते हुए तेज तर्रार और पूर्व में राजधानी में काम कर चुके अफसर की डिमांड की गई थी.
लूट कांडों को लेकर पुलिस पर भारी दबाव
एक महीने के भीतर दो बड़े लूट कांडों ने भी राजधानी की पुलिसिंग पर सवाल खड़े कर दिए हैं. पंडरा ओपी क्षेत्र में 40 लाख और जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र एक करोड़ 40 लाख की दिनदहाड़े लूट ने पूरे पुलिस महकमे पर ही सवाल खड़े कर दिए है. वहीं चोरी और छिनतई की वारदातो ने तो रिकार्ड ही तोड़ दिया है.
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