बस्ती : जिले में समाजवादी पार्टी ने गुरुवार को सदर विधानसभा क्षेत्र के बक्सई चौराहे पर पीडीए जन पंचायत का आयोजन किया. सपा नेताओं ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा और सभी से एकजुट होकर लोकसभा चुनाव 2024 में सपा का साथ देने का आह्वान किया.
'मतदान की ताकत से मुकाबला करने की जरूरत' : बस्ती लोकसभा क्षेत्र से 'इंडिया' गठबंधन के सपा प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री राम प्रसाद चौधरी ने कहा कि भाजपा अपने राजनीतिक सत्ता का दुरूपयोग कर लोगों को डराने का काम कर रही है, इनसे डरने की नहीं मतदान की ताकत से मुकाबला करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि अकेले बस्ती ही नहीं जब सपा 'इंडिया' गठबंधन के प्रत्याशी यूपी के सभी 80 सीटों पर जीतेंगे तो किसानों को एमएसपी, जातीय जनगणना, सेना में अग्निवीर योजना को समाप्त करने के साथ ही कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना बहाल होगी.
'गठबंधन की बढ़ती ताकत से भाजपा डर गई' : राम प्रसाद चौधरी ने कहा कि इंडिया गठबंधन की बढ़ती ताकत से भाजपा डर गई है. इसी डर के चलते पूर्व मुख्यमंत्री सपा प्रमुख अखिलेश यादव को सीबीआई की नोटिस दी गई. हम समाजवादी और 'इंडिया' गठबंधन के लोग इससे डरने वाले नहीं हैं, मतदाता सब समझते हैं और भाजपा के जुल्म का वोट की ताकत से करारा जबाब देंगे. किसानों पर लाठी और गोलियां चलवाने वाली भाजपा की सरकार किसी की हितैषी नहीं है. चुनाव में किसान और नौजवान मिलकर इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे. डबल इंजन की सरकार युवा, किसान, व्यापारी समेत सभी वर्गों को धोखा दे रही है. यह जुमलों वाली सरकार है, मतदाता भाजपा से सावधान रहें.
युवाओं के अरमानों को कुचला गया : सपा जिलाध्यक्ष एवं सदर विधायक महेंद्रनाथ यादव ने कहा कि पेपर लीक कराकर जिस प्रकार से भाजपा ने युवाओं के अरमानों को कुचलने का काम किया है वे नौजवान, उनके माता पिता और परिवार, गांव, समाज के लोग भाजपा के खिलाफ मुखर होकर मतदान का मन बना चुके हैं. भाजपा की सरकार किसानों, नौजवानों, बेरोजगारों, पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक और अगड़े समाज को धोखा दे रही है. इस बार मतदाता भाजपा को करारा सबक सिखाएंगे. बस्ती के लोग परिवर्तन का मन बना चुके हैं. मतदाता भाजपा के झूठे वादों को समझ चुके हैं. पीडीए जन पंचायत को सपा विधायक राजेंद्र चौधरी, विधायक कविंद्र चौधरी ‘अतुल’, पूर्व विधायक राजमणि पांडेय, समाजवादी चिंतक चन्द्रभूषण मिश्र, घनश्याम चौधरी आदि ने सम्बोधित करते हुये कहा कि इतिहास गवाह है कि जब-जब लोकतंत्र और संविधान पर संकट आया है मतदाताओं ने जुल्म, अत्याचार करने वाली सरकारों को करारी शिकस्त दी है. इस बार के चुनाव में पीडीए जीतेगा और साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण कर भय पैदा करने वाली भाजपा को मतदाता सिरे से नकार देंगे.
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