भोपाल (PTI) : मध्य प्रदेश के आदिवासी अंचलों में कई सालों से व्याप्त सिकल सेल बीमारी को लेकर राज्य सरकार गंभीर है. आदिवासी इलाकों में इस रोग को खत्म करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार अपने काम में जुटी हैं. सिकल सेल रोग को जड़ से खत्म करने के लिए कई जिलों में लगातार जांच शिविर लगाए जा रहे हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक 2024-25 में मध्यप्रदेश ने उल्लेखनीय सफलता हासिल की है. रिपोर्ट के अनुसार सिकल सेल की जांच के मामले में मध्यप्रदेश देश में अव्वल आया है.
मध्यप्रदेश में सिकल सेल रोग पकड़ने के लिए 90 लाख लोगों की जांच
सिकल सेल बीमारी की जांच के मामले में मध्यप्रदेश ने अन्य राज्यों को बहुत पीछे छोड़ दिया है. रिपोर्ट के अनुसार मध्यप्देश में 90 लाख से अधिक लोगों की जांच की गई. इस पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव व राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने खुशी जताई है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के तहत मध्यप्रदेश में सराहनीय कार्य हो रहा है. इसके लिए मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग की टीमों को बधाई दी है.
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साल 2047 तक सिकल सेल बीमारी खत्म करने की मुहिम
एक रिपोर्ट के अनुसार मध्यप्रदेश में सिकल सेल रोग का पता लगाने के लिए 90,98,902 लोगों की जांच की गई. इस प्रकार ये टारगेट शत-प्रतिशत पूरा हो गया है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2047 तक भारत को सिकल सेल रोग से मुक्त करने का संकल्प जताया है. इस रोग को जड़ से खत्म करने का अभियान पीएम मोदी ने मध्यप्रदेश से ही शुरू किया था. मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 53,87,892 सिकल सेल कार्ड (59.21 प्रतिशत) वितरित कर मध्यप्रदेश देश में अव्वल स्थान पर है.