भोपाल. राजधानी भोपाल में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें एक व्यक्ति खुद को इंटेलिजेंस ब्यूरो का अधिकारी बताकर जमकर ठगी कर रहा था. ठग लोगों से नौकरी लगवाने के नाम पर पैसा ले लेता और फर्जी दस्तावेज बनाकर गुमराह करने का काम कर रहा था. लोगों को कुछ समय बाद अपने साथ हुई धोखाधड़ी का एहसास हुआ. जिसके बाद कुछ लोग ठग को पकड़कर भोपाल पुलिस कमिश्नर के सामने पेश करने जा रहे थे, तभी वह मौका देखकर भाग निकला.
पीड़ितों ने कमिश्नर से लगाई गुहार
ठग के फरार होने के बाद पीड़ितों ने इसकी शिकायत भोपाल पुलिस कमिश्नर से की है. पुलिस कमिश्नर ने इस पूरे मामले की जांच एसीपी टीटी नगर को सौंपी है. प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि खरगोन निवासी हरि पटेल सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर खरगौन से लेकर भोपाल तक धोखाधड़ी कर रहा था. वह लोगों पर रौब जताने के लिए खुद को इंटेलिजेंस ब्यूरो का अधिकारी बताता था. आरोपी ने इस तरह कई लोगों से नौकरी के नाम पर लाखों करोड़ों रुपए की ठगी की है.
ऐसे हुआ लोगों को शक
पीड़ितों ने बताया कि ठग ने बड़ी चालाकी से उन्हें अपनी बातों में फंसाया और उन्हें नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया. लेकिन जब लंबे समय तक लोगों की नौकरी नहीं लगी तो उन्हें शक हुआ, जिसके बाद उन लोगों ने ऐसे ही दूसरे लोगों से संपर्क किया. सभी को ठगे जाने का एहसास हुआ, जिसके बाद सभी ने मिलकर उसे पकड़ लिया. पीड़ित जब ठग को पकड़कर भोपाल पुलिस कमिश्नर कार्यालय ले जा रहे थे इसी दौरान आरोपी हाथ छुड़ाकर भाग निकला. पीड़ितों ने पुलिस कमिश्नर से ठग की शिकायत कर उसे गिरफ्तार करने की मांग की है.
पुलिस का ये है कहना-
इस पूरे मामले में एसीपी चंद्रशेखर पांडे ने कहा, '' हरी पटेल नाम के आरोपी की शिकायत सामने आई है. आरोपी ने बेरोजगारों को नौकरी लगाने के नाम पर उनसे पैसे ऐंठ लिए और नौकरी न फर्जी डॉक्यूमेंट बनवा दिए. आरोपी और फरियादी खरगोन के बताए जा रहे हैं. अभी तीन लोगों ने इसकी शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने बताया कि अन्य लोग भी ठगी का शिकार हुए हैं. फिलहाल इस मामले में जांच की जा रही है.''