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मध्य प्रदेश में झमाझम बारिश का दौर जारी, प्रदेश में औसत से अधिक बरसात, रेड अलर्ट पर ये जिले - MP Heavy Rain Continues

मध्य प्रदेश में झमाझम बारिश का दौर जारी है. जुलाई महीने में एमपी में औसत से ज्यादा बारिश हो चुकी है. वहीं, श्योपुर और शिवपुरी जिले में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. कई जगहों पर इतना पानी भर गया है कि लोगों को रेस्क्यू करना पड़ा है.

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 6, 2024, 10:44 PM IST

MP HEAVY RAIN CONTINUES
एमपी से झमाझम बारिश का दौर जारी (ETV Bharat)

भोपाल। एमपी में तेज बारिश का दौर शुरू हो गया है. बीते 48 घंटों में प्रदेश के 17 जिलों में भारी बरसात हुई है. सबसे अधिक वर्षा गुना जिले में दर्ज की गई है. मौसम विभाग के अनुसार एमपी में तेज वर्षा का दौर आगामी तीन से चार दिनों तक जारी रहेगा. श्योपुर और शिवपुरी में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. यहां रेड अलर्ट जारी किया गया है. जबकि मुरैना, भिंड, ग्वालियर, गुना, अशोकनगर, सागर, टीकमगढ़ और छतरपुर जिलों के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया गया है.

एमपी में अब तक औसत से अधिक हो चुकी है वर्षा

एमपी में अब तक औसतन 7.2 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि 7.1 इंच बरसात होनी थी. ऐसे में बारिश का आंकड़ा औसत से अधिक पहुंच गया है. राज्य के पूर्वी हिस्से में 10 प्रतिशत कम और पश्चिमी हिस्से के जिलों में औसत से 14 प्रतिशत अधिक पानी गिरा है. शनिवार को भी यह आंकड़ा बढ़ेगा. अब तक सबसे ज्यादा पानी गिरने वाले जिलों में श्योपुरकलां, ग्वालियर, भोपाल, मुरैना, शिवपुरी जिले शामिल हैं.

श्योपुर में तेज बारिश, रेस्क्यू के लिए चलानी पड़ी नाव

बीते 24 घंटो में श्योपुर में 13 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई है. जिससे सड़क, स्कूल और अस्पताल के साथ लोगों के घरों में पानी भर गया. वहीं नाले भी उफान पर हैं. जिससे निचली बस्तियों में लोगों को बाढ़ से बचने के लिए चेतावनी जारी की गई है. यहां बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए नाव भी चलानी पड़ी. वहीं शिवपुरी में शुक्रवार रात तेज बरसात हुई. जिससे नदियों में ऊपर तक पानी भर गया.

लगातार एमपी के मौसम में बढ़ रही नमी

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, एमपी में अलग-अलग स्थानों पर 7 मौसम प्रणालियां बनी हुई हैं. राजस्थान और उत्तर प्रदेश से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक एक मॉनसून द्रोणिका बरकरार है. इससे हवाओं का रुख लगातार दक्षिण-पश्चिमी बने होने से प्रदेश में लगातार नमी आ रही है. प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर बरकरार मौसम प्रणालियों को देखते हुए मौसम विभाग ने शनिवार को ग्वालियर, चंबल एवं भोपाल संभाग के जिलों में झमाझम वर्षा होने का अनुमान जाहिर किया है. वहीं उज्जैन, इंदौर, नर्मदापुरम, जबलपुर, सागर, रीवा, शहडोल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम स्तर की वर्षा के आसार बताए हैं.

यहां पढ़ें...

मूसलाधार बारिश के दौरान बुंदेलखंड के 'केदारनाथ' में ऐसा अद्भुत नजारा कि वॉटरफॉल भी शर्मा जाए

शिवपुरी में मूसलाधार बारिश से बाढ़ जैसे हालात, भदैया कुंड का पानी निचले इलाकों में भरा, कई गांवों का संपर्क टूटा

एमपी में औसत से अधिक बारिश, फिर भी 15 जिलों में 20 प्रतिशत कम

मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि "भले ही एमपी में औसम से अधिक बारिश हो चुकी है, लेकिन अभी भी प्रदेश के 15 जिलों में 20 प्रतिशत से कम बारिश हुई है." बारिश की कमी वाले जिलों में बालाघाट, कटनी, नरसिंहपुर, पन्ना, रीवा, सागर, सतना, सीधी, सिंगरौली, उमरिया, बैतूल, हरदा, खरगोन, नर्मदापुरम और रायसेन शामिल हैं.

भोपाल। एमपी में तेज बारिश का दौर शुरू हो गया है. बीते 48 घंटों में प्रदेश के 17 जिलों में भारी बरसात हुई है. सबसे अधिक वर्षा गुना जिले में दर्ज की गई है. मौसम विभाग के अनुसार एमपी में तेज वर्षा का दौर आगामी तीन से चार दिनों तक जारी रहेगा. श्योपुर और शिवपुरी में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. यहां रेड अलर्ट जारी किया गया है. जबकि मुरैना, भिंड, ग्वालियर, गुना, अशोकनगर, सागर, टीकमगढ़ और छतरपुर जिलों के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया गया है.

एमपी में अब तक औसत से अधिक हो चुकी है वर्षा

एमपी में अब तक औसतन 7.2 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि 7.1 इंच बरसात होनी थी. ऐसे में बारिश का आंकड़ा औसत से अधिक पहुंच गया है. राज्य के पूर्वी हिस्से में 10 प्रतिशत कम और पश्चिमी हिस्से के जिलों में औसत से 14 प्रतिशत अधिक पानी गिरा है. शनिवार को भी यह आंकड़ा बढ़ेगा. अब तक सबसे ज्यादा पानी गिरने वाले जिलों में श्योपुरकलां, ग्वालियर, भोपाल, मुरैना, शिवपुरी जिले शामिल हैं.

श्योपुर में तेज बारिश, रेस्क्यू के लिए चलानी पड़ी नाव

बीते 24 घंटो में श्योपुर में 13 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई है. जिससे सड़क, स्कूल और अस्पताल के साथ लोगों के घरों में पानी भर गया. वहीं नाले भी उफान पर हैं. जिससे निचली बस्तियों में लोगों को बाढ़ से बचने के लिए चेतावनी जारी की गई है. यहां बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए नाव भी चलानी पड़ी. वहीं शिवपुरी में शुक्रवार रात तेज बरसात हुई. जिससे नदियों में ऊपर तक पानी भर गया.

लगातार एमपी के मौसम में बढ़ रही नमी

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, एमपी में अलग-अलग स्थानों पर 7 मौसम प्रणालियां बनी हुई हैं. राजस्थान और उत्तर प्रदेश से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक एक मॉनसून द्रोणिका बरकरार है. इससे हवाओं का रुख लगातार दक्षिण-पश्चिमी बने होने से प्रदेश में लगातार नमी आ रही है. प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर बरकरार मौसम प्रणालियों को देखते हुए मौसम विभाग ने शनिवार को ग्वालियर, चंबल एवं भोपाल संभाग के जिलों में झमाझम वर्षा होने का अनुमान जाहिर किया है. वहीं उज्जैन, इंदौर, नर्मदापुरम, जबलपुर, सागर, रीवा, शहडोल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम स्तर की वर्षा के आसार बताए हैं.

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मूसलाधार बारिश के दौरान बुंदेलखंड के 'केदारनाथ' में ऐसा अद्भुत नजारा कि वॉटरफॉल भी शर्मा जाए

शिवपुरी में मूसलाधार बारिश से बाढ़ जैसे हालात, भदैया कुंड का पानी निचले इलाकों में भरा, कई गांवों का संपर्क टूटा

एमपी में औसत से अधिक बारिश, फिर भी 15 जिलों में 20 प्रतिशत कम

मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि "भले ही एमपी में औसम से अधिक बारिश हो चुकी है, लेकिन अभी भी प्रदेश के 15 जिलों में 20 प्रतिशत से कम बारिश हुई है." बारिश की कमी वाले जिलों में बालाघाट, कटनी, नरसिंहपुर, पन्ना, रीवा, सागर, सतना, सीधी, सिंगरौली, उमरिया, बैतूल, हरदा, खरगोन, नर्मदापुरम और रायसेन शामिल हैं.

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