भोपाल। प्रदेश में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से कई जगह किसानों की फसलें चौपट हो गई हैं. ऐसे में किसानों को अब सिर्फ मुआवजे से ही राहत मिल सकती है. लोकसभा चुनाव के चलते किसानों को राहत राशि फिलहाल नहीं बांटी जा सकती है. इसके लिए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने चुनाव आयोग से मंजूरी मांगी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों का राहत देने का मुद्दा मानवीयता से जुड़ा हुआ है, इसलिए चुनाव आयोग को इस मामले में संवेदनशीलता दिखाते हुए राहत की मंजूरी देनी चाहिए.
किसानों को दिया जाएगा मुआवजा
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेमौसम बारिश को लेकर सरकार गंभीर है. "मैंने अधिकारियों के साथ बैठक की है, चुनाव आयोग को भी सूचित किया है कि किसानों को असमय बारिश के कारण उनकी फसलों को नुकसान होता है, पशुहानि-जनहानि होती है तो इसमें सरकार की भूमिका महत्वपूर्ण होती है. सरकार किसानों को किसी कठनाई में अकेला नहीं छोड़ सकते. फसलों के नुकसान का सर्वे कराया जा रहा है. अधिकारियों को इसके निर्देश दिए जा चुके हैं. किसानों को मुआवजा दिया जाएगा, यदि किसी तरह की क्षति-पूर्ति की जरूरत हो उसे भी दिया जाएगा. जिन किसानों को फसल बीमा का लाभ मिलना होगा उसे वह दिलाया जाएगा".
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प्रदेश के कई इलाकों में बारिश और ओलावृष्टि
पिछले दिनों प्रदेश के दो दर्जन जिलों में जमकर बारिश और ओलावृष्टि हुई है. इससे जहां फसलों को नुकसान हुआ है वहीं फसल बेचने पहुंचे किसानों के अनाज को भी नुकसान पहुंचा है. उधर मौसम विभाग के मुताबिक अगले तीन दिनों तक प्रदेश के भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, नीमच जिलों गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है. मौसम विभाग की नई चेतावनी से किसान एक बार डरे हुए हैं.