भोपाल। मध्यप्रदेश की चीफ सेक्रेटरी वीरा राणा को 6 महीने का एक्सटेंशन मिला है. केंद्र सरकार से सहमति मिलने के बाद अब वीरा राणा 1 अप्रैल से 30 सितंबर 2024 तक मुख्य सचिव के पद पर रहेंगी. बता दें कि मुख्य सचिव वीरा राणा 31 मार्च को सेवानिवृत्त होने जा रही थीं, केंद्र से इस एक्सटेंशन का आदेश मिलने के बाद अब वे सितंबर तक प्रदेश की मुख्य सचिव रहेंगी.
दूसरी महिला मुख्य सचिव
बता दें कि वीरा राणा मध्यप्रदेश के इतिहास में निर्मला बुच के बाद मुख्य सचिव का पद संभालने वाली दूसरी महिला अधिकारी हैं. पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस के पिछले साल 30 नवंबर को रिटायर होने के बाद भारतीय प्रशासनिक सेवा की 1988 बैच की आईएएस अधिकारी वीरा राणा को पहले प्रभारी मुख्य सचिव बनाया था. बाद में उन्हें मुख्य सचिव बना दिया गया. प्रशासनिक गलियारों में खबर है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव उनकी कार्यप्रणाली से खुश हैं, लिहाजा उन्हें छह माह का एक्टेंशन दिया गया है.
1988 बैच की IAS अफसर हैं वीरा राणा
वीरा राणा 1988 बैच की IAS अफसर हैं वे एमपी में सबसे वरिष्ठ हैं. विधानसभा चुनाव के समय तत्कालीन मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस की सेवावृद्धि की दूसरी अवधि पूरी हुई तो चुनाव आयोग की सहमति से वरिष्ठता के आधार पर उन्हें मुख्य सचिव पद का प्रभार सौंपा गया था. करीब डेढ़ महीने बाद उन्हें मुख्य सचिव बनाया गया. वीरा राणा 6वीं मुख्य सचिव हैं, जिन्हें एक्सटेंशन मिला है.
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कई अहम पदों पर रह चुकी हैं वीरा राणा
वीरा राणा का जन्म 26 मार्च 1964 को उत्तर प्रदेश में हुआ था. उन्होंने बैचलर ऑफ आर्ट्स और एमबीए की डिग्री ली थी. वीरा राणा की गिनती मध्य प्रदेश के सख्त प्रशासनिक अफसरों में की जाती है. वीरा राणा मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की अध्यक्ष, मध्य प्रदेश राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी, खेल और युवा कल्याण विभाग की एडिशनल चीफ सेक्रेटरी, प्रशासन अकादमी में महानिदेशक, कुटीर और ग्रामोद्योग विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग कार्मिक जैसे महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं.