भोपाल। शहर में लोग अपने घरों में बचा हुआ खाना सड़क या कचरे में फेंक देते हैं. जिससे आसपास गंदगी फैली रहती है. वहीं दूसरी ओर शहर में हजारों गोवंश भूखे-प्यासे सड़कों पर घूमते रहते हैं. यदि लोगों के घरों का बचा हुआ खाना, इन गोवंशो तक पहुंचा दिया जाए, तो शहर में गंदगी भी नहीं होगी और मवेशियों को भरपेट भोजन मिल सकेगा. इसी उद्देश्य से नगर निगम लोगों के घरों का बचा हुआ खाना अब सीधे गोवंशों या गोशालाओं तक पहुंचाने का प्रयास कर रहा है.
इस तरह गोवंश तक पहुंचेगा बचा हुआ खाना
लोग अपने घरों का कचरा निगम के कचरा वाहन को देते हैं लेकिन बचा हुआ खाना आसपास ही गोवंशों के लिए फेंक देते हैं. इस खाने तक गोवंश नहीं पहुंच पाते और कई दिनों यही गंदगी आसपास पसरी रहती है. जिससे दुर्गंध भी फैलती है. अब इस कचरे को सीधे लोगों के घरों से लेकर गोशालाओं तक भेजने का काम नगर निगम भोपाल द्वारा किया जाएगा.
कचरा वाहन में लगाएंगे एक और डिब्बा
कचरा वाहनों में अभी 6 प्रकार के डब्बे लगाए गए हैं, जिसमें रहवासी अलग-अलग प्रकार का कचरा देते हैं. इनमें गीला-सूखा कचरे के साथ मेडिकल वेस्ट, ई वेस्ट, प्लास्टिक कचरा, जैव अपशिष्ट कचरा आदि शामिल है. अब इसकी अगली कड़ी में कचरा वाहनों में एक और बिन लगाई जा रही है, जिसमें केवल गोवंश के लिए बचा हुआ खाना डाला जाएगा. नगर निगम यह खाना गोशालाओं में पहुंचाएगा.
पायलट प्रोजेक्ट के तहत जोन एक से शुरु हुआ काम
कचरा वाहनों में एक और बिन लगाने की शुरुआत नगर निगम भोपाल के जोन क्रमांक एक से हुई है. जोन क्रमांक एक में चार वार्ड आते हैं. अभी यहीं से कचरा वाहन लोगों के घरों का बचा हुआ खाना एकत्र कर रहे हैं. जल्द ही यह व्यवस्था सभी 85 वार्डों में संचालित की जाएगी. जिससे शहर में गंदगी कम हो और गोवंश को भरपेट खाना मिल सके.
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सहायक स्वास्थ्य अधिकारी ने दिया था सुझाव
कचरा वाहनों के जरिए लोगों के घरों से बचा हुआ खाना इकठ्ठा करने का प्रस्ताव जोन क्रमांक एक के सहायक स्वास्थ्य अधिकारी रविकांत औदिच्य ने दिया था. इसकी शुरुआत भी उनके जोन से की गई है. यदि यह सफल रहा तो अन्य जोन में भी लागू की जाएगी.