भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में नकली नोट बनाने का झांसा देने का मामला सामने आया है. पहले युवक को 100-100 रुपए के 9 नोट असली थमाए गए, इन्हें नकली नोट बनाने का झांसा दिया गया. बाद में नोट बनाने वाली स्याही और कागज के नाम पर 5.60 लाख रुपए ठग लिए. पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ा है, जबकि दो आरोपी फरार हैं. आरोपियों के कब्जे से 80 हजार रुपए नकद और नकली नोट बनाने का सामान बरामद किया गया है.
100 व 500 के नकली नोट बनाने का झांसा
भोपाल क्राइम ब्रांच के साहब पुलिस आयुक्त शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया "बैरसिया रोड निवासी राजकुमार मेहरा ने शिकायत की थी कि भोपाल मेमोरियल अस्पताल के पास उसका परिचित कार ड्राइवर उस्मान मिला. उसने बताया कि उसकी पहचान वाले कुछ लोग नोट बनाते हैं. 7 लाख के खर्च में 100 और 500 के करीब 20 लाख के नोट बनते हैं." इसके बाद उसने भानपुर स्थित टॉप रेसिडेंसी के फर्स्ट फ्लोर के बी-ब्लाक के फ्लैट नंबर 102 में मिलने बुलाया. वहां पहुंचा तो शेरू खान उर्फ राजकुमार पटेल मिला.
नकली नोट चलाकर झांसे में लिया
इस दौरान उस्मान ने फोन कर रियाज और आरिफ बाबू को भी बुला लिया. आरिफ ने उसे 100-100 के 9 नोट बनाकर दिखाए और उस्मान ने उसे मार्केट में चलाने को दिया. मेहरा ने बताया कि नकली नोटों से उसने 300 का पेट्रोल भरवाया और 600 के फ्रूट्स खरीदे. बाद में उस्मान आरिफ और शेरू उसके फ्लैट पर पहुंचे और 2.60 लाख रुपये नोट बनाने वाला कागज लाने को कहा. आरोपियों ने कहा कि स्याही उनके पास है. इससे 15 लाख रुपए बन जाएंगे. पैसे लेने के बाद आरोपियों ने दो दिन बाद उसे अपने फ्लैट पर बुलाया.
पुलिस ने घेराबंदी कर 2 आरोपियों को दबोचा
शिकायत के अनुसार आरोपियों ने 18 हजार रुपए के नकली नोट बना रखे थे. वह फ्लैट पर पहुंचा तो आरोपियों ने बहाना बनाया कि काम करने के दौरान स्याही गिर गई. इसलिए 7 लाख रुपए और लगेंगे. उसने मना किया तो कहा कि अभी 4 लाख दे दो, 3 लाख उधार कर देंगे. झांसे में आकर उसने बेचे गए प्लॉट के 3 लाख दे दिए. आरोपियों ने 4 दिन बाद नोट बनाने की बात कही थी. इसके बाद से आरोपी गायब हो गए. इस मामले में भोपाल क्राइम ब्रांच ने घेराबंदी कर दो आरोपियों को पकड़ लिया. इनके नाम आरिफ अली उर्फ बाबू और रियाज अली हैं.